परिचय
कलौंजी (Kalonji) एक झाड़ी जैसा पौधा होता है जिसे काला जीरा के नाम से भी जाना जाता है, दक्षिण और दक्षिण-पश्चिम एशिया में पाया जाता है। किचेन में आसानी से उपलब्ध होने वाले कलौंजी के फायदे कई हैं।
कलौंजी को औषधीय श्रेणी में रखा जाता है। दरअसल इसमें मौजूद आयरन (Iron), फाइबर (Fiber), पोटैशियम, कैल्शियम (Calcium), सोडियम, एमिनो एसिड (Amino acid) और प्रोटीन (Protein) की मौजूदगी शरीर के लिए लाभकारी माना जाता है।
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उपयोग (Kalonji uses)
कलौंजी (Kalonji), आयरन (Iron), सोडियम (Sodium), कैल्शियम (Calcium), पोटैशियम और फाइबर (Fiber) जैसे बहुत सारे मिनरल्स और न्यूट्रिएंट्स से भरपूर है. लगभग 15 अमीनो एसिड वाला कलौंजी शरीर के लिए आवश्यक प्रोटीन की कमी भी पूरी करता है.
लीवर (Liver) शरीर में सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है. लगभग हर विषाक्त पदार्थ यकृत के माध्यम से संसाधित हो जाता है. जिस लोगो की किडनी दवाओं के साइड इफेक्ट्स या अधिक शराब सेवन के कारण कमजोर हो जाता है, या किडनी का काम धीमा हो जाता है उनके लिए कलौंजी बहुत फायदेमंद है.
कलौंजी (Kalonji) के अन्य उपयोग क्या हैं?
कलौंजी का उपयोग निम्नलिखित तरह से किया जाता है। जैसे-
- इसको जला कर हेयर ऑइल में मिलाकर नियमित रूप से सिर पर लगाएं इससे गंजापन दूर होगा। अगर आपको बाल झड़ने की समस्या है, तो आप यह उपाय अपना सकते हैं। इस उपाय को करने से बाल झड़ने की समस्या धीरे-धीरे ठीक हो सकती है।
- स्किन प्रॉब्लम जैसे दाद, खाज, खुजली, हाथ या चेहरे में सूजन, चोट लग जाना की वजह से त्वचा पर हुई घाव या चोट के निशान, मांशपेशियों में कमजोरी, चेहरे पर झाइयां होना, चमड़ी का रंग बदल जाना आदि समस्याओं पर बहुत लाभदायक है। इसलिए इसके तेल का इस्तेमाल करें।
- हाई ब्लड प्रेशर (High blood Pressure) को कम करने में यह बहुत सहायक है। हाई ब्लड प्रेशर के पेशेंट को डॉक्टर या हर्बल एक्सपर्ट की सलाह से इसका सेवन करना चाहिए।
- इसका उपयोग सर्दी जुकाम,में कर सकते हैं। अगर आपको सर्दी-जुकाम की समस्या ज्यादा होती है, तो आपका इसका नियमित प्रयोग करना चाहिए।
- प्रसव (Delivery) के बाद, शारीरिक और मानसिक कमजोरी, सुस्ती, थकावट और खून बहने की समस्या आती है, प्रसव के बाद के संक्रमण भी फैलने लगता है तो आंतरिक प्रणाली को मजबूत बनाने और कमजोरी, सुस्ती, थकावट को दूर करने के लिए भी कलौंजी दिया जाता है.
ऊपर बताई गई शारीरिक परेशानियों में इसका उपयोग किया जा सकता है और कलौंजी के फायदे हो सकते हैं।
दी गई जानकारी को चिकित्सा सलाह के रूप में ना देखे। उपयोग से पहले एक बार अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से बात करे
सावधानियां और चेतावनी (Precautions and warnings)
अपने चिकित्सक या फार्मासिस्ट या हर्बलिस्ट से परामर्श करें, यदि:
- अगर आप प्रेगनेंट है या उसके बारे में सोच रही है, या फिर बच्चे को दूध पिला रही है, तो इसके सेवन से पहले आपको डॉक्टर से बात करनी चाहिए क्योंकि इस अवस्था मे आपको डॉक्टर की बताई दवाओं का ही सेवन करना चाहिए।
- आपको कलौंजी या उसके किसी सबटेंस, कोई एलर्जी (Allergy) तो नहीं
- आपको किसी दूसरी चीजों से एलर्जी तो नहीं जैसे, खाने,रंग, खाने को सुरक्षित रखने वाले पदार्थ या जानवरों से।
इसका दावा के रूप में सेवन करने के नियम उतने ही सख्त होते है जितने कि अंग्रेजी दावा के । सुरक्षा के लिहाज से अभी इसमें और अध्ययन की जरूरत है । कलौंजी के सेवन से होने वाले फायदे से पहले आपको इसके खतरों को समझ लेना चाहिए। ज्यादा जानकारी के लिए अपने हर्बल एक्सपर्ट से बात कीजिये।
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कितना सुरक्षित है?
गर्भावस्था और स्तनपान (Pregnancy and Breatfeeding):
- गर्भावस्था के दौरान इसका उपयोग नही करना चाहिए, या डॉक्टर के परामर्श से ही उपयोग करें।
- स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसका उपयोग सीमित मात्रा में करना चाहिए।
कलौंजी के फायदे किन-किन बीमारियों को दूर करने में किया जा सकता है?
कलौंजी के फायदे निम्नलिखित बीमारियों को दूर करने में किया जा सकता है। जैसे-
डायबिटीज- अगर आपको डायबिटीज की समस्या है, तो आप सुबह आप पानी में डीप किये हुए कलौंजी के पानी का सेवन कर सकते हैं। इससे शुगर लेवल कंट्रोल रह सकता है। इसके सेवन के साथ-साथ शुगर लेवल की जांच करते रहें। शुगर लेवल को कंट्रोल करने में कलौंजी के फायदे हो सकते हैं।
ब्रेन बूस्टर- रिसर्च के कलौंजी को शहद के साथ मिलाकर सेवन करने से याददाश्त अच्छी होती है और अगर आपको सांस से जुड़ी परेशानी है, तो कलौंजी, शहद और गर्म पानी मिला लें। अब इस पानी का सेवन करें। ऐसा करने से सांस संबंधी परेशानी जैसे अस्थमा के पेशेंट के लिए लाभकारी हो सकती है। कलौंजी के फायदे दिमाग को तेज करने के साथ-साथ अस्थमा की समस्या को भी ठीक करने में सहायक हो सकती है।
वजन- अगर आप बढ़ते वजन से परेशान हैं, तो गर्म पानी में कलौंजी और शहद मिलाकर पीने से बढ़ते वजन को कंट्रोल कर सकते हैं। इसलिए कलौंजी के फायदे वजन संतुलित करने में भी हो सकते हैं।
साइड इफेक्ट
मुझे कलौंजी से क्या साइड इफेक्ट हो सकते है? (What side effects can I get from Kalonji)
कलौंजी के फायदे के साथ-साथ इसके साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं। जैसे-
- कुछ लोगो को इससे एलर्जी होती है उन्हें इसे उपयोग नही करना चाहिए
- इसे खाने से कभी कभी स्किन रैशेस की प्रॉब्लम आ सकती है
- इसे खाने से पेट दर्द, उल्टी, कब्ज आदि की समस्या आ सकती है
- पित्त दोष, जो गर्मी सहन नही कर पाते उन्हें इसका उपयोग नही करना चाहिए
- जिनका ब्लड प्रेशर कम हो उसे इसका उपयोग नही करना चाहिए
- कलौंजी सप्पलीमेंट से खून जमने लगता है, इसका सप्पलीमेंट उपयोग करने से पहले डॉक्टर से संपर्क करें
सहभागिता या इंटरेक्शन
कलौंजी के साथ मेरे क्या इंटरेक्शन हो सकते हैं?
यह हर्बल सप्लीमेंट आपकी मौजूदा दवाओं या मेडिकल कंडिसन्स में फेरबदल कर सकता है। उपयोग करने से पहले अपने हर्बल एक्सपर्ट, वैद या डॉक्टर से परामर्श करें।
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मात्रा या डोज
सामान्य खुराक क्या है? (Kalonji dosages)
कलौंजी की खुराक हर किसी के लिए अलग अलग हो सकती है। आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक आपकी उम्र, स्वास्थ्य और कई अन्य स्थितियों पर निर्भर करती है। हर्बल हमेशा सुरक्षित नहीं होते है। कृपया अपने उचित खुराक के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें।
कलौंजी (Kalonji) किस रूप में आती है?
- तेल, मसालों, साबुत कलौंजी आसानी से उपलब्ध होता है।
उम्मीद करते हैं कि आपको कलौंजी (Kalonji) के उपयोग से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अगर आप कलौंजी के फायदे से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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