ये दवा अनरोस्टेड कॉफी बींस (unroasted coffee beans) से बनी होती है। इस दवा का सेवन करने से मन के विचारों को व्यक्त करने वाले बच्चे या वयस्क आसानी महसूस करते हैं। एडीएचडी के कारण अक्सर बच्चे और वयस्कों को बातों को व्यक्त करने में परेशानी महसूस होती है। कॉफिया क्रुडा (Coffea Cruda) का सेवन करने से नींद के दौरान होने वाली चिंता से राहत मिलती है।। दवा का सेवन ओवरएक्टिव थॉट (overactive thoughts), हाइपरएक्टिविटी के कारण दर्द की समस्या से राहत दिलाने का काम करता है।
होम्योपैथिक उपाय के रूप में सिनैप्टोल (Synaptol)
ग्रीन ओट ग्रास (green oat grass), स्वीट वॉयलेट (sweet violet), स्कल्पक (scutelaria lateriflora) और कई अन्य जड़ी बूटियों को मिलाकर सिनैप्टोल (Synaptol) दवा तैयार की जाती है। सिनैप्टोल में एल्कोहॉल, शुगर को नहीं मिलाया जाता है। साथ ही ये ग्लूटेन फ्री होती है। ये होम्योपैथिक दवा एडीएडी के कारण उत्पन्न हुए लक्षणों जैसे कि हाइपएक्टिविटी को इम्प्रूव करने के लिए किया जाता है। सिनैप्टोल का सेवन करने से दुष्प्रभाव होंगे या नहीं, बेहतर होगा कि आप इस बारे में होम्योपैथिक डॉक्टर से जानकारी लें।
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वर्टा एल्ब ( Verta Alb)
नर्व या नसों को शांत करने के लिए वर्टा एल्ब ( Verta Alb) मेडिसिन का इस्तेमाल किया जाता है। ये दवा लिली फैमिली के प्लांट से बनाई जाती है। बच्चों में गुस्से को शांत करने के लिए इस दवा का इस्तेमाल किया जाता है। जो बच्चे या वयस्क अपनी भावनाओं को नियंत्रित नहीं कर पाते हैं, उन्हें वर्टा एल्ब की कम खुराक का सेवन करने की सलाह दी जाती है। वर्टा एल्ब का अधिक सेवन हानिकारक हो सकता है। एडीएचडी के उपचार के लिए होम्योपैथी की अधिकतर दवाओं में वर्टा एल्ब का इस्तेमाल किया जाता है। बच्चे को दिन में कितनी बार दवा देनी है, इस बारे में डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।
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स्ट्रैमोनियम ( Stramonium)
स्ट्रैमोनियम ( Stramonium) को डेविल्स स्नेयर (Devil’s snare) के नाम से भी जाना जाता है। इस दवा का सेवन आक्रामक और हिंसक व्यवहार को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। स्ट्रेस डिसऑर्डर से जूझ रहे लोगों को भी इस दवा का सेवन करने की सलाह दी जा सकती है। स्ट्रैमोनियम का अधिक मात्रा में सेवन हानिकारक भी हो सकता है, बेहतर होगा कि आप दवाओं का सेवन सावधानी से करें। होम्योपैथिक दवाओं को डायल्यूट किया जाता है। अगर दवाओं को बिना डायल्यूट किए लिया जाए, तो ये शरीर को बहुत नुकसान भी पहुंचा सकती हैं। आप इस बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से सलाह जरूर लें।