के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. हेमाक्षी जत्तानी · डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist
क्या आपके बच्चे को एक ही जगह पर शांत बैठने या रहने में परेशानी होती है? बच्चे को किसी काम में ध्यान लगाने में कठिनाई महसूस होती है या उसके व्यवहार में असावधानी और हाइपरएक्टविटी मौजूद है। यदि उसे ये सभी समस्याएं हैं और उसका दैनिक जीवन नकारात्मक रूप से प्रभावित हो रहा है, तो यह अटेंशन डिफिसिट हाइपरएक्टिव डिसऑर्डर (ADHD) का संकेत हो सकता है। एडीएचडी में कई समस्याओं का संयोजन होता है, जैसे कि ध्यान बनाए रखने में कठिनाई, अधिक सक्रियता और आवेगी व्यवहार। दरअसल, यह एक मानसिक समस्या है, जो ज्यादातर बच्चों में देखी जाती है। लेकिन, समय रहते ध्यान न देने पर यह किशोरावस्था और व्ययस्कों (Adult) में भी देखी जा सकती है या जीवन भर रह सकती है। मगर, आप इस समस्या को अपने बच्चों में या खुद में ठीक कर सकते हैं।
और पढ़ें : Jaborandi : जैबोरेंडी क्या है?
और पढ़ें : डिलिवरी के बाद बच्चे को देखकर हो सकती है उदासी, जानें बेबी ब्लूज से जुड़े फैक्ट्स
एडीएचडी के सही कारणों का पता अभी तक नहीं चल पाया है। लेकिन, रिसर्च के अनुसार अगर परिवार में किसी को यह समस्या है, तो आने वाली पीढ़ी में भी यह समस्या देखने को मिल सकती है। गर्भावस्था (Pregnancy) के दौरान खराब पोषण, संक्रमण (Infection), धूम्रपान (Smoking) और शराब (Alcohol) का सेवन आदि भी बच्चे में एडीएचडी पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कुछ जहरीले पदार्थों, जैसे कि लेड(सीसा) के उपयोग से भी बच्चे के दिमाग का विकास रुक जाता है और उसमें एडीएचडी जैसी समस्याओं के विकास की संभावना बढ़ जाती है।
और पढ़ें : Tinea cruris : टीनिया क्रूरिस क्या है?
एडीएचडी के जोखिम पर अभी पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नहीं है, इसलिए इसके बारे में उचित जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें। हालांकि, कुछ रिसर्च द्वारा कुछ स्थितियों की तरफ इशारा किया गया है, जो इसके जोखिम को बढ़ा सकती हैं। जैसे-
दिमाग की चोट- दिमाग (Brain) के बाहरी हिस्से को फ्रंटल लोब कहा जाता है। जब इस हिस्से में चोट लग जाती है, तो कई बार इंपल्स और इमोशन को नियंत्रित करने वाली क्षमता कम हो जाती है।
हेरेडिटी– अगर आपकी फैमिली में पहले किसी को एडीएचडी (ADHD) की समस्या हुई है, तो आपको या आपके बच्चे को इसकी संभावना बढ़ जाती है।
दिमागी सक्रियता- दिमाग का एक निश्चित क्षेत्र आपके ध्यान को नियंत्रित करता है। जब इस क्षेत्र की सक्रियता कम हो जाती है, तो आपके या आपके बच्चे के अंदर एडीएचडी (ADHD) की समस्या होती है।
कैमिकल असंतुलन- यह ऐसी स्थिति है, जब आपके दिमाग (Brain) द्वारा उत्पादित किए जाने वाले कैमिकल का संतुलन बिगड़ जाता है। इस स्थिति में आपके या आपके बच्चे के अंदर यह समस्या उत्पन्न हो सकती है।
और पढ़ें : Melanoma : मेलेनोमा क्या है?
यहां प्रदान की गई जानकारी को किसी भी मेडिकल सलाह के रूप न समझें। एडीएचडी पर अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर (ADHD) बच्चे के सामान्य व्यक्तित्व विकास को बहुत प्रभावित करता है। इसके कई लक्षणों को दवा और थेरेपी (Therapy) के द्वारा काफी हद तक सुधारा जा सकता है। उपचार के रूप में आमतौर पर डॉक्टर बीमारी से पीड़ित बच्चे को सबसे पहले दवाएं देते हैं, फिर बिहेवियरल थेरेपी (Behavioural therapy) देते हैं।
अगर आपको लगता है कि आपके बच्चे में भी एडीएचडी के लक्षण (Symptoms of ADHD) हैं, तो आपको मनोचिकित्सक का परामर्श जरुर लेना चाहिए और उनके द्वारा बताई गई चिकित्सा या थेरेपी को बच्चे द्वारा फॉलो करवाना चाहिए, ताकि सही समय पर समस्या को कंट्रोल किया जा सके।
और पढ़ें : Lymphoma : लिम्फोमा क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और उपाय
आप अपनी या अपने बच्चे की जीवनशैली में बदलाव कर के एडीएचडी को दूर कर, अपने या उनके जीवन को आसान बना सकते हैं:
इस संबंध में आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें। क्योंकि आपके या आपके बच्चे के स्वास्थ्य की स्थिति देख कर ही डॉक्टर आपको उपचार बता सकते हैं।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
डिस्क्लेमर
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।