और द्वारा फैक्ट चेक्ड Nikhil deore
मेलेनोमा (स्किन कैंसर) एक प्रकार का त्वचा का सबसे खतरनाक कैंसर होता है। मेलेनोसाइट्स, मेलेनिन (Melanin) बनाने वाली कोशिकाओं को कहते है। मेलेनिन का काम त्वचा को रंग देने का होता है। अगर मेलोनोसाइट्स में खराबी या कोई परेशानी आ जाती है या वो असामान्य ढंग से विभाजित होने लगती है, तब ये कैंसर का रूप ले सकती है।
ज्यादातर कैंसर नए तिल से शुरू होते है। कई स्थितियों में कैंसर पुराने तिल से भी हो सकते हैं और धीरे-धीरे दूसरे भागो में बढ़ सकते है। वैसे इसका खतरा सबसे ज्यादा गर्दन और गले पर होता है क्योंकि चेहरे के साथ-साथ गर्दन और गला अल्ट्रावॉयलेट रेडिएशन के संपर्क में अधिक होता है।
मेलेनोमा (Melanoma) की शुरुआत तिल के रूप में होती है और यह धीरे-धीरे त्वचा के अंदर, नसों में, लिम्फ नोड्स में, लिवर में, हड्डियों में, दिमाग (मस्तिष्क) में और लंग्स तक भी पहुंच सकता है।
मेलेनोमा (Melanoma) या स्किन कैंसर का खतरा 40 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगो में बढ़ जाता है और महिलाओं में इसके होने की संभावना पुरुषों की तुलना में ज्यादा होती है।
स्टेज 0: इस स्टेज में कैंसर त्वचा के सबसे ऊपरी हिस्से में होता है। हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार इस स्टेज को मेलेनोमा सीटू (Melanoma in situ) कहलाता है।
स्टेज 1: स्टेज वन में कैंसर 2 मिलीमीटर तक फैल चूका होता है लेकिन इस लिम्फ नोड या अन्य हिस्से तक नहीं पहुंचता है।
स्टेज 2: कैंसर 1 एमएम तक थिक हो जाता है लेकिन, 4 एमएम से ज्यादा नहीं फैलता है। इस स्टेज में भी लिम्फ नोड या किसी अन्य शारीरिक हिस्से में नहीं फैलता है।
स्टेज 3: इस स्टेज में पहुंचने के बाद कैंसर लिम्फ नोड या लिम्फैटिक चैनल्स के पास पहुंच जाता है।
स्टेज 4: इस स्टेज में पहुंचने के बाद कैंसर लिम्फ नोड समेत शरीर के अन्य हिस्से जैसे ब्रेन, लंग्स या लिवर तक फैल जाता है।
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यह सबसे समय टाइप का मेलेनोमा होता है। यह काफी धीरे-धीरे बड़ा होता है।
यह दूसरा सबसे सामान्य मेलेनोमा होता है जो ट्रंक, सिर और गले पर होता है। इसका रंग लाल, ब्लू या काले रंग का हो सकता है
यह ज्यादातर बुजुर्गों में होने वाली परेशानी है और यह शरीर के वैसे हिस्से में सबसे ज्यादा होता है जो सूर्य की किरणों के संपर्क में अधिक रहता है।
यह काफी रेयर होता है और यह हाथ, हथेली, पैर के तलवे या नाखून में होने की संभावना ज्यादा होती है।
मेलेनोमा के ये लक्षण हो सकते है :
कुछ लक्षण यहां नहीं दिए गए है इसलिए किसी भी समस्या , परेशानी के होने पर अपने नजदीकी डॉक्टर से जरूर मिलें।
इन स्थितियों में डॉक्टर से जल्द से जल्द मिलें :
हर इंसान का शरीर अलग स्थिति में अलग तरीके से काम करता है। इसलिए ऐसी स्थिति में डॉक्टर से मिलना आवश्यक है ताकि आपका इलाज आपकी स्थिति के हिसाब से किया जा सके।
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मेलेनोमा के ये कारण हो सकते है :
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इन स्थितियों में मेलेनोमा होने का खतरा बढ़ जाता है :
स्किन कैंसर के कारणों के बारे में ब्यूटी एक्सपर्ट रेनू महेवश्वरी का कहना है कि स्क्रब (Scrub) का इस्तेमाल डेड स्किन (Dead skin) को हटाने के लिए किया जाता है। अगर स्क्रब के कारण स्किन कैंसर की बात करें, तो स्क्रब में कई प्रकार के खनिज तेल (Mineral oil), सिंथेटिक्स (Synthetics) और रसायन (Chemicals) होते हैं, जो त्वचा के संपर्क में अधिक आने के कारण उसे नुकसान पहुचाने लगते हैं। जब यह घाव के रूप में बदलने लगता है, तो कई बार स्किन कैंसर (Skin Cancer) या दूसरे स्किन डिजीज (Skin Disease) का कारण भी बन सकता है। त्वचा के संवेदनशील होने पर स्क्रब का इस्तेमाल हानिकारक हो सकते हैं। यदि त्वचा कट जाए या उस पर खरोंच आ जाए, तो सॉल्ट बॉडी स्क्रब (Salt Body Scrub)का उपयोग करने से बचें, क्योंकि यह स्थिति को और भी गंभीर कर सकता है।
इन लक्षणों के न दिखने पर भी मिलैनोमा का खतरा हो सकता है इसलिए अगर आपको शंका है तो अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी प्रकार की चिकित्सा और उपचार प्रदान नहीं करता है। हम उम्मीद करते हैं कि आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा। आप स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं और अन्य लोगों के साथ साझा कर सकते हैं।
अगर कैंसर प्राइमरी स्टेज में है और ज्यादा गहराई तक नहीं पहुंचा है तब सर्जन ऊपरी सर्जरी करके इलाज कर सकते हैं । सर्जरी कितनी गंभीर होगी ये आपके कैंसर की गहराई पर निर्भर करता है।
अगर कैंसर लिम्फ नोड्स तक फैल गया है, तब हम लिम्फ नोड्स भी अलग कर सकते हैं। सर्जरी के बाद आपको इंटरफेरॉन नाम की दवा दी जाएगी। अगर मेलेनोमा एक से ज्यादा अंगो में फैल रहा है तब सर्जरी, रेडिएशन, कीमोथेरेपी या इम्म्यूनोथेरेपी केवल लक्षणों को ठीक कर सकती है लेकिन पूरी तरह से इससे निजात पाना अस्मभव है।
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इन घरेलू उपायों की मदद से आप मेलेनोमा पर नियंत्रण पा सकते है :
अगर आप मेलेनोमा से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
डिस्क्लेमर
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