उपचार
चेहरे की हड्डी का फ्रैक्चर (Facial bone fracture) होने पर कैसे उपचार किया जाता है?
यदि चेहरे की हड्डी का फ्रैक्चर (Facial bone fracture) सामान्य है तो यह अपने आप ठीक हो जाता है, लेकिन चेहरे की हड्डी का फ्रैक्चर (Facial bone fracture) यदि गंभीर है तो इसके इलाज की जरूरत होती है। उपचार के लिए इनमें से कोई भी तरीका अपनाया जा सकता हैः
दवाईयां (Medicines)
डिकंजेस्टैंट दवा- डिकंजेस्टैंट दवाएं नाक और साइनस में सूजन को कम करती हैं और आपको सांस लेने में मदद करती हैं।
एंटीबायोटिक दवा- एंटीबायोटिक दवा बैक्टीरिया से होने वाले किसी भी इंफेक्शन के इलाज में मदद करती हैं। यदि आपको चेहरे के बाहर कोई घाव है तो यह दवा दी जाती है
दर्दनिवारक दवा- दर्द कम करने के लिए डॉक्टर आपको पेन किलर देगा। दर्द के बढ़ने का इंतजार न करें और दवा ले लें।
स्टेरॉयड दवा- यह दवा चेहरे की सूजन कम करने में मदद करता है
ऑर्थोडोन्टिक ट्रीटमेंट- आपको ऑर्थोपैडिक के पास जाने की जरूरत पड़ सकती है जो क्षतिग्रस्त हड्डी और टूटे दांत का इलाज करता है। यदि जबड़े बंद करने पर भी आपके दांत एकसाथ नहीं आ रहे हैं, तो इसे ठीक करने के लिए भी ऑर्थोडोन्टिक ट्रीटमेंट की जरूरत पड़ती है।
क्लोज्ड रिडक्शन
इस प्रक्रिया में चेहरे की हड्डी का फ्रैक्चर (Facial bone fracture) के इलाज के दौरान डॉक्टर टूटी हुई हड्डी को उसकी सामान्य स्थिति में ले आता है। क्लोज्ड रिडक्शन आमतौर पर नाक की हड्डी टूटने पर किया जाता है। इसमें किसी तरह का चीरा नहीं लगाया जाता है, इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से बात करें।
एंडोस्कोपी
इस टेस्ट में आपके आई सॉकेट और साइनस के अंदर देखने के लिए स्कोप का इस्तमाल किया जाता है। स्कोप लंबी ट्यूब होती है जिसके किनारे पर लेंस और लाइट लगी होती है। स्कोप को आपके ऊपरी मसूड़ों और होंठ के बीच में और आपके चीकबोन के पीछे साइनस में डाला जाता है। स्कोप को आपके स्कैल्प में छोटा सा चीरा लगाकर भी डाला जा सकता है या माथे के पीछे साइनस में चीरा लगाकर। एंडोस्कोपी के दौरान आपकी टूटी हड्डी का छोटा-सा टुकड़ा निकाला जाता है। चेहरे की टूटी हड्डी को खास उपकरण से सपोर्ट दिया जाता है।
सर्जरी
ओपन रिडक्शन और इंटरनल फिक्शन- इस सर्जरी के दौरान डॉक्टर क्षतिग्रस्त हिस्से पर चीरा लगाता है और वायर, स्क्रू या प्लेट्स की मदद से टूटी हड्डी को जोड़ता है।
रिकंस्ट्रक्टिव सर्जरी- इस सर्जरी में डॉक्टर आपकी टूटी हड्डी को निकालकर दूसरी हड्डी लगाता है, यह दूसरी हड्डी आपके ही शरीर के किसी अन्य हिस्से से ली जा सकती है या डोनर की हो सकती है।