- घुटने में कोमलता महसूस होना (खासतौर पर पीछे की तरफ)
- घुटने के जोड़ में अस्थिरता
- चोट लगने के कुछ ही घंटों के अंदर घुटने में सूजन
- जोड़ों का सख्त होना
- दर्द और सूजन की वजह से चलने में परेशानी
यदि चोट सिर्फ पोस्टीरियर क्रूसिएट लिगामेंट में लगी है और घुटने के अन्य हिस्सों में किसी तरह की चोट नहीं लगी है, तो आपको पोस्टीरियर क्रूसिएट लिगामेंट इंजरी के कोई लक्षण नहीं दिखाई देंगे, लेकिन समय बीतने के साथ-साथ स्थिति गंभीर होती जाएगी। आपको दर्द महसूस होने के साथ ही घुटने में अस्थिरता महसूस होगी या आप उसे स्टेबल नहीं रख पाएंगे।
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निदान
पोस्टीरियर क्रूसिएट लिगामेंट इंजरी का निदान क्या है?
पोस्टीरियर क्रूसिएट लिगामेंट इंजरी को डायग्नोस करने के लिए डॉक्टर पहले आपकी मेडिकल हिस्ट्री पूछेगा, जैसे कि जब चोट लगी उस समय आप क्या कर रहे थे, जैसे कार से कहीं जा रहे थे या कोई स्पोर्ट्स खेल रहे थे। डॉक्टर कुछ अन्य सवाल भी पूछेगाः
- चोट लगने के समय आपका घुटना सीधा, मुड़ा हुआ या ट्विस्टेड था?
- चोट के बाद आपको घुटने में कैसा महसूस हुआ?
- चोट के बाद से क्या किसी तरह के लक्षण दिखें?
पोस्टीरियर क्रूसिएट लिगामेंट इंजरी के निदान के लिए शारीरिक परीक्षण भी किया जाता है। डॉक्टर आपको पीठ के बल घुटनों को मोड़कर लेटने के लिए कहता है। वह आपके घुटनों की जांच करता है ऊपरी शिन को दबाता है। इस टेस्ट के दौरान यदि घुटनों की गतिविधि असामान्य होती है तो इसका मतलब है कि पोस्टीरियर क्रूसिएट लिगामेंट इंजरी हुई है। इसके अलावा आर्थोमीटर नाकर एक उपकरण से भी जांच की जा सकती है। यह लिगामेंट कितना टाइट है इसको जांचता है।
डॉक्टर को चलने के लिए कहता है, यदि आप ठीक से नहीं चल पा रहे हैं तो यह पोस्टीरियर क्रूसिएट लिगामेंट इंजरी का संकेत हो सकता है।
इसके अलावा घुटने में मौजूद तरल पदार्थ की जांच, एक्स-रे और MRI के जरिए भी पोस्टीरियर क्रूसिएट लिगामेंट इंजरी को डायग्नोस किया जाता है।
पोस्टीरियर क्रूसिएट लिगामेंट इंजरी से बचाव क्या है?
पोस्टीरियर क्रूसिएट लिगामेंट इंजरी से पूरी तरह से तो नहीं बचा जा सकता, क्योंकि यह एक्सीडेंट का परिणाम होता है। हालांकि कुछ एहतियाती कदम उठाकर इसकी संभावना को कम जरूर किया जा सकता है:
- ऊपरी और निचले पैरों की मसल्स को मजबूत बनाने से जोड़ स्थिर रहते हैं
- खेलते समय सही उपकरण का इस्तेमाल
- कोई भी फिजिकल एक्टिविटी सही तरीके से करना चाहे एक्सरसाइज हो, रनिंग या वॉकिंग
- जोड़ों को फ्लेक्सिबल बनाए रखने के लिए रोजाना स्ट्रेचिंग करें
और पढ़ें- बिना सर्जरी के फिशर ट्रीटमेंट कैसे होता है?
उपचार
पोस्टीरियर क्रूसिएट लिगामेंट इंजरी का उपचार क्या है?
घर पर उपचार- यदि पोस्टीरियर क्रूसिएट लिगामेंट इंजरी सामान्य है तो घर पर PRICE मेथड से उपचार किया जा सकता है इसमें शामिल है:
प्रोटेक्टशन- घुटने को और चोट लगने से बचाना
रेस्ट– घुटने को आराम देना
आइसिंग- आइसपैक से घुटने की सिंकाई
कंप्रेसिंग– घुटने को हल्का कंप्रेशन देना जैते इलास्टिक बैंडेज
इलेवेटिंग– घुटने को ऊपर उठाना
यदि दर्द है तो आप ओवर द काउंटर पेन किलर ले सकते हैं।
अन्य उपचार
यदि घरेलू उपचार से मदद नहीं मिले तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। डॉक्टर इलाज किस तरीके से करेगा यह इस बात पर निर्भर करता है कि चोट कितनी गंभीर है। उपचार के तरीकों में शामिल हैः
थेरिपी- फिजिकल थेरिपिस्ट आपको एक्सरसाइज की खास तकनीक बताएगा जिससे आपके घटुने मजबूतो होंगे। उसका काम और स्थिरता में भी सुधार होगा। आपको घुटने के ब्रेस या बैशाखी की भी जरूरत पड़ सकती है।
सर्जरी- यदि आपकी चोट गंभीर है, खासतौर पर यदि पोस्टीरियर क्रूसिएट लिगामेंट के साथ अन्य लिगामेंट, कार्टिलेज या हड्डी टूट गई है तो आपको लिगामेंट रिकंस्ट्रक्शन सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है। इसके अलावा यदि फिजियोथेरेपी के बाद भी आपका घुटना स्थिर नहीं हो पा रहा है तो सर्जरी की जरूरत हो सकती है।
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हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई भी मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है, अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।