के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
किडनी में पथरी के बारे में तो आपने सुना होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि मुंह के अंदर की लार ग्रंथियों में भी पथरी हो सकती है। लार ग्रंथियों में पथरी बनने पर लार का फ्लो रुक जाता है। हालांकि लार ग्रंथि में पथरी यानी सलाइवरी डक्ट स्टोन या सलाइवरी ग्लैंड स्टोन (Salivary Duct Stones) बहुत गंभीर स्थिति नहीं है, लेकिन इससे मुंह की कुछ समस्याएं हो सकती हैं। लार ग्रंथि में पथरी क्या है और इसका उपचार कैसे किया जाता है जानिए इस आर्टिकल में।
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सलाइवरी डक्ट स्टोन यानी लार ग्रंथि में पथरी क्रिस्टलाइज्ड मिनरल्स है जो लार नली में बनता है, जिससे लार का प्रवाह सामान्य रूप से नहीं हो पाता, इसमे बाधा होती है। लार ग्रंथि में पथरी को सलाइवरी डक्ट कैलकुलस भी कहा जाता है और आमतौर पर मिडिल एज वाले व्यस्कों को हाता है। लार ग्रंथि में बनने वाली पथरी लार नली में ब्लॉकेज का आम कारण है। यह मुंह में स्लाइवा (लार) के फ्लो को अवरुद्ध करता है। लार ग्रंथि में पथरी के कारण मुंह में दर्द होता है, लेकिन यह बहुत गंभीर स्थिति नहीं होती और आमतौर पर घर पर ही इसका उपचार किया जा सकता है।
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आपके मुंह में कई लार ग्रंथियां होती हैं जिसमें पथरी हो सकती है। सलाइवरी डक्ट स्टोन सबसे अधिक सबमांडिबुलर ग्लैंड से जुड़ी नलिकाओं में होता हैं। यह ग्लैंड आपके मुंह के पीछे जबड़े के दोनों तरफ स्थित होता है।
लार ग्रंथि में पथरी पैरोटिड ग्लैंड्स से जुड़ी नलिकाओं में भी बन सकता है। यह ग्लैंड कान के सामने आपके चेहरे के दोनों तरफ स्थित होता है। सबमांडिबुलर ग्लैंड में बनने वाला स्टोन आमतौर पर पैरोटिड ग्रंथियों में बनने वाले स्टोन से बड़े होते हैं।
आपकी लार नली में एक या अधिक स्टोन बन सकते हैं। हालांकि ऐसा सिर्फ 25 प्रतिशत लोगों में ही होता है।
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लार ग्रंथि में पथरी के लक्षण आमतौर पर तब दिखते हैं जब आप कुछ खाने की कोशिश करते हैं और इसके कुछ घंटे के बाद लक्षण खत्म हो जाते हैं। ऐसे में डॉक्टर को इसके बारे में बताना जरूरी है ताकि वह यह पता लगा सके कि लक्षण लार ग्रंथि में पथरी के हैं या किसी अन्य स्थित के। आमतौर पर लार ग्रंथि में पथरी के लक्षणों में शामिल हैः
सलाइवरी ग्लैंड (Salivary Gland) में गंभीर संक्रमण (Infection) होने पर आपको बुखार (Fever), थकान और कई बार प्रभावित ग्लैंड (ग्रंथि) के आसपास सूजन, दर्द (Pain) और लालिमा (Redness) महसूस होती है।
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लार ग्रंथि में पथरी के सही कारणों के बारे में डॉक्टर स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं कह सकते, लेकिन हां, कुछ कारक है जो इसके जोखिम को बढ़ा देते हैं। इसमें शामिल हैः
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लार ग्रंथि में पथरी के लक्षण दिखने पर आपका डॉक्टर लार ग्रंथि में सूजन और पथरी की जांच के लिए सिर और गर्दन का परिक्षण करता है। फिजिकल एग्जामिनेशन के बाद डॉक्टर पथरी की जांच के लिए एक्स-रे (X-ray), अल्ट्रासाउंड (Ultrasound) या चेहरे के CT स्कैन (CT Scan) की सलाह देता है। इन इमेजिंग टेस्ट से लार ग्रंथि में पथरी की स्थिति पूरी तरह से स्पष्ट हो जाती है और इसके आधार पर डॉक्टर यह तय करता है कि आगे किस तरह उपचार किया जाना है।
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सलाइवरी स्टोन या लार ग्रंथि में पथरी (Salivary Duct Stones) आमतौर पर गंभीर नहीं होता है और घर पर ही इसका उपचार किया जा सकता है। लार ग्रंथि में पथरी के घरेलू उपचार में शामिल हैः
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यदि घरेलू तरीके से आपको राहत नहीं मिलती है और लार ग्रंथि में पथरी नहीं निकलती है, तो डॉक्टर के पास जाएं। डॉक्टर या डेंटिस्ट ग्रंथि के दोनों तरफ से दबाकर पथरी निकालने की कोशिश करता है।
कुछ मामलों में डॉक्टर शॉक वेव्स की मदद से पथरी को छोटे टुकड़ों में तोड़ता है। इसे एक्सट्रॉस्पोरियल शॉक वेव लिथोट्रिप्सी (ESWL) कहा जाता है। इस प्रक्रिया के लिए आपको बेहोश किया जा सकता है। ESWL का इस्तेमाल आमतौर पर शरीर के अन्य हिस्सों की पथरी जैसे किडनी और ब्लैडर स्टोन को तोड़ने के लिए किया जाता है।
यदि आपकी लार ग्रंथि में बैक्टीरियरल इंफेक्शन (Bacterial Infection) है, तो डॉक्टर उसके लिए एंटीबायोटिक्स (Antibiotics) देगा। लार ग्रंथि में पथरी यदि बड़ी है और गहराई तक है तो इसे सर्जिकल प्रक्रिया से निकाला जाता है। अधिकांश मामलों में लार ग्रंथि में पथरी को बिना किसी जटिला के निकाल दिया जाता है। दरअसल, जब आपको बार-बार सलाइवरी डक्ट स्टोन (Salivary Duct Stones) या सलाइवरी ग्लैंड इंफेक्शन (Salivary Duct Infection) होता है तो डॉक्टर प्रभावित ग्लैंड को हटाने की सलाह देता है। यदि कोई एक लार ग्रंथि हटा दी जाती है तो इससे आपके स्लाइवा उत्पादन पर कोई फर्क नहीं पड़ता है क्योंकि कई अन्य ग्रंथियां लार का पर्याप्त उत्पादन करती रहती है।
अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
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