शिशु के 2 महीने का होने पर पेरेंट्स उसके साथ सामंजस्य बिठाना सीख जाते हैं। उन्हें पता चल जाता है कि बेबी कब हंसता है, कब रोता है और कब खेलता है, लेकिन 2 महीने के शिशु का स्लीप शेड्यूल (2-month-old’s Sleep Schedule) का पता करना या उसे निर्धारित करना पेरेंट्स के लिए कठिन हो सकता है क्योंकि वह किसी शेड्यूल को फॉलो करने के लिए अभी बहुत छोटा होता है। 2 महीने के शिशु का स्लीप शेड्यूल हर दिन के हिसाब से बदलता रहता है। हालांकि, पेरेंट्स थोड़ी ही मेहनत करके 2 महीने के शिशु का स्लीप शेड्यूल के बारे में जान सकते हैं और उसमें थोड़ा सा बदलाव भी कर सकते हैं। इससे संबंधित जानकारी इस आर्टिकल में दी जा रही है।
दो महीने के शिशु को कितना सोना चाहिए? (How much sleep should a 2 month old baby need?)
हालांकि, सभी शिशुओं के लिए यह अलग-अलग हो सकता है, लेकिन दो महीने का शिशु टोटल 14-17 घंटे सो सकता है। जिसमें 4-6 छोटी-छोटी झपकियां भी शामिल हैं। मौटे तौर पर पेरेंट्स महसूस करेंगे कि बेबी 60- 90 जागता है और 30 मिनट्स से दो घंटे की झपकी लेता है। हो सकता है कि रात भर में उसकी लंबी नींद भी दिखाई देने लगे (लेकिन अगर आपका छोटा बच्चा अभी भी हर दो घंटे में खाने के लिए जाग रहा है, तो यह भी पूरी तरह से सामान्य है)। आगे इसमें परिर्वतन भी आपको देखने को मिल सकता है।
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2 महीने के शिशु का स्लीप शेड्यूल सैम्पल (2 month old baby sleep schedule sample)
आपके 2 महीने के बच्चे के लिए सबसे अच्छी नींद का शेड्यूल अंततः उसकी अपनी व्यक्तिगत जरूरतों पर निर्भर करता है। जबकि आप अपने 2 महीने के शिशु का स्लीप शेड्यूल (2-month-old’s Sleep Schedule) प्रिडक्ट नहीं कर सकते हैं और जरूरी नहीं कि उसमें निरंतरता रहे। 2 महीने के शिशु का स्लीप शेड्यूल कुछ प्रकार कर हो सकता है:
7:00 a.m.: जागना
8:30 a.m.: झपकी
9:30 a.m.: जागना
11:00 a.m.: झपकी
12:00 p.m.: जागना
1:30 p.m.: झपकी
3:00 p.m.: जागना
4:30 p.m.: झपकी
5:30 p.m.: जागना
7:00 p.m.: झपकी
8:00 p.m.: जागना
9:00 p.m.: बेडटाइम रूटीन
9:30 p.m.: बेडटाइम
इस सैम्पल शेड्यूल के अनुसार शिशु 90 मिनट तक जागता रहता है और पूरे दिन एक घंटे के लिए झपकी लेता है। हकीकत में, हालांकि, यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि आपके बच्चे के जागने का समय 60 से 90 मिनट तक होगा, जबकि झपकी 30 मिनट जितनी छोटी और दो घंटे जितनी लंबी हो सकती है। रात में, आप उम्मीद कर सकती हैं कि आपका शिशु चार से आठ घंटे तक सोएगा।
क्या 2 महीने के शिशु का स्लीप शेड्यूल बना सकते हैं या उसे ट्रेन कर सकते हैं? (Can we make or train a 2 month old baby’s sleep schedule?)
2 महीने के शिशु का स्लीप शेड्यूल (2-month-old’s Sleep Schedule) या उसे ट्रेन करने की जरूरत नहीं होती है। साथ ही कुछ पेरेंट्स उनके पहले से बने स्लीप शेड्यूल को मददगार मानते हैं जिससे उन्हें भी काम करने का समय मिल जाता है। अगर पेरेंट्स बच्चे को स्लीप ट्रेनिंग देना चाहते हैं तो इसके लिए शिशु की उम्र 4-6 साल होनी चाहिए। अभी यह उसके लिए सही समय नहीं है।
2 महीने के शिशु का स्लीप शेड्यूल (2-month-old’s Sleep Schedule) से संबंधित टिप्स
शिशुओं का कोई रेगुलर स्लीप साइकिल नहीं होता जब तक कि वे 6 महीने के नहीं हो जाते, लेकिन फिर भी कुछ स्टेप्स के जरिए पेरेंट्स शिशुओं में हेल्दी हैबिट्स डाल सकते हैं। जो निम्न प्रकार हैं।
दिन में उसके साथ खेलें (Play together during the day)
इस उम्र में शिुश का अधिकतर समय सोने में बीतता है, लेकिन दिन के समय उसके साथ खेलने से वह दिन और रात में अंतर समझना शुरू कर देगा। आप उससे बात करना, उसे नई-नई चीजें दिखाना, म्यूजिक सुनाना आदि कर सकते हैं।
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एक बेडटाइम रूटीन बनाएं और उसे फॉलो करें (Make a bedtime routine and stick to it)
एक प्रत्याशित बेडटाइम रूटीन बनाएं जैसे बेबी को बाथ देना, उसे पजामा पहनाना, उसे कहानी सुनाना ये हर दिन जारी रखें इससे बेबी समझने लगेगा कि अब सोने का समय हो गया है। तब बच्चा सोने लगता है उसके 30 मिनट पहले से ऐसी तैयारियां करने लगे। उदाहरण के लिए अगर वह 7 बजे सोता है तो 6:30 बजे से रूटीन शुरू कर दें। हर नेप के पहले पेरेंट्स के लिए पूरा रूटीन फॉलो करना जरूरी नहीं है। वे सिर्फ स्टोरी सुनाना या म्यूजिक ऑन करना जैसे तरीके भी अपना सकते हैं।
नींद आने लगे तो बेड पर ले जाएं (Put your baby to bed when she’s drowsy)
बेबी के साथ खेलते रहना एक आनंददायक अनुभव होता है लेकिन जैसी उसे नींद आने लगे तो उसे बेड पर ले जाएं। इससे वह खुद से सोना सीखेगी। साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि जब बच्चा सो रहा हो या उसे फीड करा रहीं हो तो कमरे में शांति और अंधेरा होना जरूरी है।
प्रतिक्रिया देने से पहले इंतजार करें (Wait before you respond)
जब बेबी अचानक रात के समय जाग जाए तो तुरंत उसके पास जाने से पहले थोड़ा इंतजार करें। वह खुद से सो सकती है, लेकिन अगर वह लगातार रोना जारी रखें तो उसके चेक करें लेकिन लाइट चालू ना करें। उसे गोद में उठाएं, उसके साथ खेलें, अभी भी वह रो रही है तो शायद वह भूखी हो सकती है, उसका डायपर चेंज करना पड़ सकता है या शायद वह अच्छा महसूस नहीं कर रही है। आप उसकी आदत के हिसाब से इनमें से कोई भी ऑप्शन अपना सकती है। अक्सर डायपर गीला होने या भूखे होने पर बच्चे नींद से जाग जाते हैं।
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2 महीने के शिशु का स्लीप शेड्यूल और इससे संबंधित परेशानियां (2 month old baby sleep schedule and related problems)
यहां तक कि सबसे अच्छे छोटे स्लीपर भी कभी-कभी सोने के लिए संघर्ष करते हैं। यहां कुछ सामान्य 2 महीने के शिशु की नींद से संबंधित समस्याएं बताई जा रही हैं जिनका आप सामना कर सकते हैं:
लगातार रात को फीड करना (Constant nighttime feedings)
अधिकांश 2 महीने के बच्चों को अभी भी रात में एक या दो बार फीड करने की जरूरत होती है, लेकिन आमतौर पर आपके बच्चे के लिए रात में तीन या चार बार फीड करना आवश्यक नहीं होता है। रात्रि जागरण को कम करने के लिए, सोने के समय दूध पिलाने का समय बढ़ाने का प्रयास करें और सुनिश्चित करें कि बच्चे को दिन में पर्याप्त फीड करा रही हैं।
सेट होने में परेशानी (Difficulty settling down)
आपका बच्चा सेट होने में थोड़ा समय ले सकता है। अगर वह बेडटाइम पर देर से सो रहा है तो पेरेंट्स को उसके दिन के रूटीन पर ध्यान देना होगा। हो सकता है कि दिन में अधिक जाग रहा हो इससे वह बेडटाइम तक अधिक थक रहा हो।
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उम्मीद करते हैं कि आपको 2 महीने के शिशु का स्लीप शेड्यूल (2-month-old’s Sleep Schedule) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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