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कपड़े के डायपर का इस्तेमाल हमेशा से रहा है बेहतर, जानें इसके बारे में

कपड़े के डायपर का इस्तेमाल हमेशा से रहा है बेहतर, जानें इसके बारे में

कपड़े के डायपर का इस्तेमाल तब किया जाता था, जब डिस्पोजल डायपर नहीं थे। जब से मार्केट में डिस्पोजल डायपर आए, हर मां के लिए ये आसान उपाय ही रहे हैं। डिस्पोजल डायपर यकीनन कुछ समय के लिए अच्छे हो सकते हैं, लेकिन पूरी रात या फिर पूरे दिन इनका इस्तेमाल बच्चे की स्किन के लिए हानिकारक हो सकता है। ऐसा नहीं है कि डिस्पोजल डायपर बच्चों के लिए सिर्फ खतरनाक ही होता है। लेकिन इसके अधिक इस्तेमाल से बच्चों की स्किन में समस्या उत्पन्न होने लगती है। कपड़े के डायपर का इस्तेमाल सालों से किया जा रहा है। जहां एक ओर कपड़े के डायपर आसानी से साफ हो जाते हैं, वहीं कपड़े के डायपर का इस्तेमाल दोबारा भी किया जा सकता है।

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कपड़े के डायपर पर क्यों स्विच करना चाहिए?

  1. कपड़े के डायपर इको-फ्रेंडली और किसी भी प्रकार के केमिकल से मुक्त होते हैं, जिससे बच्चों को त्वचा में जलन, चकत्ते और एलर्जी की संभावना नहीं रहती है।
  2. कपड़े का डायपर पर्यावरण के लिए भी बेहतर होते हैं। आमतौर पर एक शिशु अपने जीवनकाल में करीब 5000 डिस्पोजल डायपर का यूज कर लेता है। डिस्पोजल डायपर को अपघटित होने 500 से ज्यादा वर्ष भी लग सकते हैं। वहीं, कपड़े के डायपर के साथ ऐसी कोई भी समस्या नहीं रहती है। कपड़े का डायपर तब तक यूज किया जा सकता है जब तक वो फट नहीं जाता है या फिर खराब नहीं हो जाता हैं।
  3. कपड़े के डायपर का इस्तेमाल बच्चे की स्किन के लिए बहुत ही सुविधाजनक होता है। बच्चे की स्किन में रैशेज होने की संभावना न के बराबर रहती है।
  4. कपड़े के डायपर में बच्चों का पॉटी करने के बाद गीलापन महसूस होता है। ऐसा होने से बच्चे पॉटी करने के बाद तुरंत बता देंगे। जबकि डिस्पोजल डायपर में पॉटी करने के बाद बच्चों को गीलापन महसूस नहीं होता है, और वो पॉटी करने के बाद भी नहीं बताते हैं। कई घंटो तक पॉटी स्किन में लगी रहती है। इस कारण से स्किन प्रॉब्लम हो सकती है।

कॉस्ट में भी कम होते है कपड़े का डायपर

डिस्पोजल डायपर की तुलना में कपड़े के डायपर अगर घर में बनाए जाए तो ये सस्ते होते हैं। अगर आप मार्केट से खरीद रही हैं तो हो सकता है कि कपड़े का डायपर मंहगे पड़े। एक डिस्पोजल डायपर की कीमत 15 से 20 रुपए तक हो सकती है। एक दिन में चार से पांच या उससे अधिक डिस्पोजल डायपर की जरूरत पड़ती है। घर में बनाए गए कपड़े का डायपर अधिक दिनों तक चलते हैं। कपड़े के डायपर का अगर यूज किया जा रहा है तो एक दिन में सात से आठ डायपर की आवश्यकता पड़ सकती है। कपड़े के डायपर गीला होने पर साफ किए जा सकते हैं और दोबारा यूज भी किए जा सकते हैं।

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ऑप्शन के तौर पर डिस्पोजल डायपर अपनाएं

हो सकता है कि आपके पास समय की कमी हो। ऐसे में डिस्पोजल डायपर बेहतरीन ऑप्शन हो सकते हैं। अगर किसी काम से बाहर जा रही हैं या फिर कुछ दिनों के लिए घर से बाहर हैं तो डिस्पोजल डायपर का इस्तेमाल किया जा सकता है। अगर आप वर्किंग मॉम नहीं हैं या फिर आपको कपड़े के डायपर साफ करने में दिक्कत नहीं है, तो इनका इस्तेमाल करना सहीं रहेगा।

कपड़े का डायपर में अपना सकती हैं ये ऑप्शन

भले ही पहले कपड़े का डायपर किसी तरह की वैरायटी उपलब्ध नहीं था। आज के समय में कपड़े का डायपर ऑनलाइन खरीदने पर कई प्रकार के ऑप्शन मिल जाएंगे। ऑनलाइन कपड़े का डायपर खरीदने से पहले उनके बारे में जानना बहुत जरूरी है।

फ्लैट या प्रीफोल्ड कपड़े का डायपर

इस तरह के डायपर ट्रेडिश्नल और इकोनॉमिकल होते हैं। प्रीफोल्ड कपड़े के डायपर 100 प्रतिशत कॉटन के बने होते हैं और बच्चे की स्किन के लिए भी अच्छे होते हैं। न्यूबॉर्न बेबी के लिए इस प्रकार के डायपर सही रहेंगे। ये वॉटरप्रूफ नहीं होते हैं, इसलिए डायपर कवर की जरूरत पड़ सकती है। ये सभी प्रकार के न्यूबॉर्न बेबी में आसानी से फिट हो जाएंगे।

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सिंगल लेयर कपड़े का डायपर

इस तरह के कपड़े के डायपर में आमतौर पर कॉटन मलमल की एक परत होती है, जो पहले से ही सही शेप में कटी होती है। इस तरह के डायपर को पहनाने के बाद केवल टाइट करना पड़ता है। साथ ही बच्चे कि स्किन को बराबर हवा भी मिलती रहती है। इसके ऊपर डायपर कवर का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। सिंगल लेयर कपड़े के डायपर को घर में भी बनाया जा सकता है। अक्सर घर की बुजुर्ग महिलाएं ऐसे डायपर घर पर ही बनाती हैं। ये बच्चों की स्किन के लिए बहुत सुविधा जनक होते हैं।

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फिटेड डायपर

ऐसे डायपर 100 प्रतिशत कॉटन के बने होते हैं। ये वेल्क्रो या स्नैप्स (Velcro or snaps) डायपर से मिलते-जुलते हुए होते हैं, लेकिन ये वॉटर प्रूफ नहीं होते हैं। इसको पहनाने के साथ भी डायपर कवर की जरूरत पड़ती है, जो बच्चे जमीन में घुटनों के बल चलना शुरू कर देते हैं, उनके लिए फिटेड डायपर सही रहते हैं। ये डायपर आसानी से स्लिप नहीं होते हैं। अगर घर के बाहर जा रही हैं तो फिटेड डायपर का इस्तेमाल किया जा सकता है। साथ ही डायपर कवर का इस्तेमाल करने से अन्य कपड़े के गीले होने का खतरा भी कम हो जाता है।

पॉकेट डायपर

पॉकेट डायपर में गीलेपन को अवशोषित करने की क्षमता होती है। जब बच्चा पॉकेट डायपर गीला कर दे तो उसे चेंज कर दिया जाता है। साथ ही इन डायपर्स को धोया भी जा सकता है। पॉकेट डायपर यूज करने के दौरान डायपर कवर की जरूरत नहीं पड़ती है। बच्चे के लिए कपड़े के डायपर का इस्तेमाल सुविधा के अनुसार ही करना चाहिए।

घर में भी बना सकती हैं कपड़े का डायपर

कपड़े का डायपर जहां एक ओर बच्चे की त्वचा के लिए आरामदायक होता है, वहीं कपड़े के डायपर को आसानी से घर में भी बनाया जा सकता है।कपड़े का डायपर बनाने के लिए साफ सूती कपड़े का इस्तेमाल किया जा सकता है। मार्केट से दो मीटर तक का कॉटन कपड़ा खरीदकर घर में सूती डायपर बनाए जा सकते हैं। अगर आपको सिलाई का काम नहीं आता है तो दर्जी भी इसे आसानी से बना सकते हैं।  न्यूबॉर्न  बेबी छह से सात बार डायपर गीला करता है। 14 से 15 डायपर तैयार करना सही रहेगा। कितने कॉटन कपड़े की जरूरत लगेगी, इस बारे में घर के बड़े बुजुर्ग से जानकारी ली जा सकती है।

कपड़े का डायपर इस्तेमाल करें तो ध्यान रखें

जब आप कपड़ों का डायपर (Cloth Diapers) का चुनाव करते हैं तो आपको अधिक सावधानी बरतनी होती है। कपड़ों के डायपर आपको अच्छे तरीके से साफ करने होते हैं, ताकि इससे शिशु को किसी प्रकार का संक्रमण होने से रोका जा सके। इसके अलावा कपड़ों के डायपर कम लिक्विड (पेशाब) सोख पाते हैं।

जिन महिलाओं को जानकारी नहीं होती है, वो पेशाब के गीले डायपर को धूप में सुखाने के बाद दोबारा उसका यूज करने लगती हैं। ऐसा करने से संक्रमण का खतरा हो सकता है। बच्चा जितनी बार भी डायपर गीला करता है, उसे अच्छी तरह से साबुन से धुलना चाहिए। और साथ ही धूप में सुखाना भी चाहिए। साफ कपड़े का इस्तेमाल करना बहुत जरूरी होता है। गंदे कपड़े से बच्चे को रैशेज का खतरा भी हो सकता है।

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डायपर कवर क्या होता है?

डायपर कवर का यूज कपड़े के डायपर के लिए किया जाता है। कपड़े के डायपर में डायपर कवर लगाने से बच्चे बेड गीला नहीं करते हैं। साथ ही गीलापन केवल डायपर में रहता है, डायपर के बाहर नहीं आता है। ज्यादातर डायपर कवर नायलॉन या पीयूएल से बने होते हैं। कुछ बच्चों को डायपर कवर में यूज होने वाले कंपोनेंट से परेशानी भी हो सकती है। डायपर कवर लगाने के बाद हवा अंदर पास नहीं हो पाती है। कपड़े के डायपर में ये समस्या मुख्य रूप से पाई जाती है कि ये गीलापन नहीं सोखता है। डायपर कवर हर बच्चे के स्किन के लिए ठीक नहीं होता है। नैचुरल फाइबर पूरी तरह से वॉटर प्रूफ नहीं होता है।

बाहर जा रही हैं तो रखें ध्यान

जब बच्चा छोटा हो तो घर के बाहर जाने में समस्या हो जाती है। बच्चे के लिए सभी जरूरी सामान के साथ ही डायपर की अधिक संख्या होना जरूरी होता है। घर के बाहर कपड़े के डायपर का इस्तेमाल परेशान कर सकता है। बैग में सीमित मात्रा में ही डायपर रख सकते हैं। घर से बाहर जाते समय कपड़े के डायपर की जगह अगर डिस्पोजल डायपर का इस्तेमाल किया जाए तो बेहतर रहेगा। अगर आप चाहे तो ऐसे समय में डायपर कवर का भी यूज कर सकती हैं। अगर बच्चे को रैशेज की समस्या नहीं है तो डिस्पोल डायपर का इस्तेमाल करना यात्रा के दौरान सही रहता है।

गर्मी के मौसम में शिशु को कमर और जांघों के चारो तरफ जहां नैपी बैंड दिक्कत पैदा कर सकता है। बच्चे को किसी भी प्रकार की समस्या होने पर वो रो सकता है। ऐसे में मां को जानकारी नहीं हो पाएगी कि बच्चा क्यों रो रहा है। बेहतर रहेगा कि अगर बच्चे के लिए डिस्पोजल डायपर का यूज कर रहे हैं तो मौसम का भी ख्याल रखें।

बच्चे की स्किन के हिसाब से डायपर का चुनाव करना सही रहता है। बच्चे के लिए किस तरह का डायपर सही रहेगा, इस बारे में डॉक्टर से सलाह जरूर कर लें।

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डिस्क्लेमर

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

Why Cloth Diapers. http://clothdiaperconnection.org/why-cloth/. Accessed On 18 September, 2020.

What I wish they’d told me before I started using cloth diapers. https://www.sustainability.vic.gov.au/You-and-your-home/Live-sustainably/Single-use-items/Nappies. Accessed On 18 September, 2020.

Diaper Need and Its Impact on Child Health. https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3727676/. Accessed On 18 September, 2020.

Diaper-Changing Steps for Childcare Settings. https://www.cdc.gov/healthywater/hygiene/diapering/childcare.html. Accessed On 18 September, 2020.

Diaper Baby. https://www.greenbeltmd.gov/home/showdocument?id=8020. Accessed On 18 September, 2020.

Current Version

20/09/2020

Bhawana Awasthi द्वारा लिखित

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. हेमाक्षी जत्तानी

Updated by: Ankita mishra


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डॉ. हेमाक्षी जत्तानी

डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist


Bhawana Awasthi द्वारा लिखित · अपडेटेड 20/09/2020

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