नवजात शिशु के लिए मां का दूध अमृत के समान होता है। शिशु के सही विकास के लिए 6 महीने तक उन्हें सिर्फ मां का ही दूध दिया जाना चाहिए। मां के दूध को बच्चों के लिए बहुत हेल्दी माना जाता है, लेकिन क्या आपको पता है कि ब्रेस्ट मिल्क में कौन-कौन से पोषक तत्व होते हैं? चलिए आज आपको बताते हैं ब्रेस्ट मिल्क कंपोजिशन के बारे में।
ब्रेस्ट मिल्क कंपोजिशन क्या है?
बच्चे के जन्म के तुरंत बाद जो ब्रेस्ट मिल्क बनता है उसे कोलोस्ट्रम कहते हैं। यह गाढ़ा और चिपचिपा होता है, इसे लिक्विड गोल्ड भी कहा जाता है। इसलिए नहीं कि उसका रंग हल्का पीला होता है, बल्कि इसलिए क्योंकि इसमें पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं। जो नवजात को पोषण देने के साथ ही उसकी सुरक्षा भी करते हैं। दुनियाभर के हेल्थ ऑर्गनाइजेशन 6 महीने तक सिर्फ ब्रेस्टफीडिंग कराने और उसके बाद सॉलिड फूड के साथ ब्रेस्टफीड की सलाह देते हैं। क्योंकि मां का दूध बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में बहुत मददगार होता है। ब्रेस्ट मिल्क में वह हर चीज होती है जो बच्चे के विकास और सही पोषण के साथ ही उसे बीमारियों से बचाने के लिए जरूरी है।
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ब्रेस्ट मिल्क कंपोजिशन जितना पौष्टिक नहीं होता इन्फैंट फॉर्मूला
ब्रेस्ट मिल्क पर जितने भी अध्ययन किए गए हैं, उसके मुताबिक इसमें 200 से भी अधिक तत्व होते हैं। हालांकि अभी तक ब्रेस्ट मिल्क कंपोजिशन के बारे में पूरा जानकारी नहीं मिली है और न ही इसमें मौजूद हर तत्व की अहमियत पता चल पाई है। ऐसे में ब्रेस्ट मिल्क कंपोजिशन के सभी तत्वों का पूरी तरह से विश्लेषण किए बिना इसके विकल्प के रूप में इन्फैंट फॉर्मूला बनाना मैन्यूफैक्चर्स के लिए आसान नहीं है। हालांकि फॉर्मूला मिल्क बच्चों के लिए पूरी तरह से सुरक्षित हैं और इसे ब्रेस्ट मिल्क के विकल्प के रूप में अपनाया जा सकता है, लेकिन यह ब्रेस्ट मिल्क की बराबरी नहीं कर सकता है।
ब्रेस्ट मिल्क कंपोजिशन में पोषक तत्वों की मात्रा
वैसे तो ब्रेस्ट मिल्क में ढरे सारे तत्व होते हैं जिसमें से सभी के बारे में जानकारी उपलब्ध नहीं है, लेकिन कुछ तत्वों के बारे में हम यहां बता रहे हैं जो बच्चों के विकास और पोषण में अहम भूमिका निभाते हैं।
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प्रोटीन
प्रोटीन शरीर के अंगों को बनाने, मजबूत करने और रिपेयर करने का काम करता है। यह हार्मोन्स, एंजाइम्स और एंटीबॉडीज बनाने के लिए भी जरूरी होती हैं। ब्रेस्ट मिल्क में पाया जाने वाले प्रोटीन को नवजात आसानी से पचा लेते हैं। बच्चों के विकास के लिए भी प्रोटीन की आवश्यकता होती है। ब्रेस्ट मिल्क में पाया जाने वाला एक अहम प्रोटीन है लैक्टोफेरिन। यह आयरन को बच्चे के पूरे शरीर में फैलाता है और नवजात के आंत को संक्रमण से बचाने में मदद करता है।
कार्बोहाइड्रेट्स
कार्बोहाइड्रेट्स शरीर को एनर्जी प्रदान करने का अहम स्रोत है। ब्रेस्ट मिल्क में मुख्य कार्बोहाइड्रेट मिल्क शुगर है जिसे लैक्टोज के नाम से जाना जाता है। गाय के दूध की तुलना में ब्रेस्ट मिल्क में लैक्टोज अधिक होता है। लैक्टोज बच्चे के विकास के लिए न सिर्फ ऊर्जा का अहम स्रोत है, बल्कि यह मस्तिष्क के विकास से भी संबंधित है। ब्रेस्ट मिल्क में पाया जाने वाला अन्य कार्बोहाइड्रेट है ऑलिगोसैकराइड्स जो इंटेस्टाइन (आंत) में हेल्दी बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है। ये बैक्टीरिया आपके बच्चे की आंत की रक्षा करते हैं और शिशु को डायरिया (दस्त) से लड़ने में मदद करते हैं।
लिपिड (फैट)
ब्रेस्ट मिल्क कंपोजिशन में लिपिड केवल 4 प्रतिशत होता है, लेकिन आपके बच्चे को पूरे दूध से जितनी कैलोरी मिलती है उसका 50 प्रतिशत सिर्फ लिपिड प्रदान करता है। लिपिड ऊर्जा, कोलेस्ट्रॉल और जरूरी फैटी एसिड्स जैसे DHA का मुख्य स्रोत है। यह बच्चे के मस्तिष्क विकास नर्वस सिस्टम और विजन (दृष्टि) के विकास के लिए जरूरी है। साथ ही यह बच्चे के विकास के साथ उसका वजन बढ़ाने में भी सहायक है। आपके ब्रेस्ट मिल्क में वह सभी लिपिड होने चाहिए जो बच्चे के विकास के लिए आवश्यक है। यदि आप वेजीटेरियन हैं तो अपने डॉक्टर से परामर्श कर लें कि DHA की पर्याप्त आपूर्ति के लिए क्या आपको DHA सप्लीमेंट लेने की जरूरत है?
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पानी
ब्रेस्ट मिल्क में 90 प्रतिशत पानी होता है और इसके बाकी तत्व पानी में ही होते हैं। मानव शरीर को हर काम के लिए पानी की आवश्यकता होती है। इसके अलावा यह बच्चे को हाइड्रेट रखने, शरीर के तापमान को नियंत्रित करने, जॉइंट्स को ल्यूब्रिकेट करने और अंगों की सुरक्षा में भी मदद करता है।
हार्मोन्स
हार्मोन्स कई तरह के काम करते हैं। यह शरीर के विकास, मेटाबॉलिज्म, तनाव, दर्द और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है। ब्रेस्ट मिल्क में पाए जाने वाले हार्मोन्स हैं- प्रोलैक्टिन, थायराइड हार्मोन, एंडोर्फिन, एरीथ्रोपोईटिन, कोर्टिसोल, लेप्टिन, एस्ट्रोजन, प्रोजेस्टेरोन आदि। वैज्ञानिक अभी भी ब्रेस्ट मिल्क में पाए जाने वाले हार्मोन का अध्ययन कर यह जानकारी जुटाने का प्रयास कर रहे हैं कि वह बच्चे के लिए क्या काम करता है?
इम्युनोग्लोबुलिन (एंटीबॉडी)
इम्युनोग्लोबुलिन एंडीबॉडी है जो बीमारी फैलाने वाले जर्म्स से लड़ता है। ब्रेस्ट मिल्क बच्चे के पहले टीके (वैक्सीन) की तरह होता है। इसमें एंटीबॉडीज होते हैं जो बैक्टीरिया, वायरस, फंगस और पैरासइट्स से लड़ते हैं। ब्रेस्ट मिल्क में पाए जाने वाले रोग प्रतिरोधक गुण बच्चे को सामान्य सर्दी, कान के संक्रमण, उल्टी, डायरिया और अन्य खतरनाक संक्रमण से बचाने में मदद करते हैं। ब्रेस्ट मिल्क में पाया जाने वाला मुख्य एंटीबॉडी है इम्युनोग्लोबुलिन A (IgA)। IgA यह फेफेड़े और आंत को कवर करता है जिससे जर्म्स बच्चे के शरीर और खून में नहीं जा पाते। यदि आपका बच्चा प्रीमेच्योर है या फिर डेकेयर में जाता है तो उसके लिए ब्रेस्ट मिल्क में पाया जाने वाला एंटीबॉडी और अधिक महत्वपूर्ण होता है।
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एंजाइम्स
वैज्ञानिकों ने ब्रेस्ट मिल्क में करीब 40 अलग-अलग तरह के एंजाइम्स का पता लगाया है। कुछ एंजाइम्स प्रोटीन और फैट को तोड़कर पाचन में मदद करते हैं, जबकि कुछ जर्म्स और बीमारियों से बच्चे की हिफाजत करते हैं। कुछ एंजाइम्स क्या काम करते हैं इस बारे में पता नहीं चल सका है, लेकिन इतना तय है कि यह बच्चे की सेहत और विकास के लिए बहुत जरूरी है।
विटामिन
स्वस्थ हड्डियों, आंखों और त्वचा के लिए विटामिन आवश्यक होते हैं। साथ ही यह स्कर्वी और रिकेट्स जैसी बीमारियों से भी बचाते हैं। ब्रेस्ट मिल्क में बच्चे की ग्रोथ के लिए आवश्यक सभी विटामिन्स होते हैं। हालांकि विटामिन डी, फोलेट और विटामिनट बी6 की मात्रा मां के डायट पर निर्भर करती है।
मिनरल्स
ब्रेस्ट मिल्क में भरपूर मात्रा में मिनरल्स होता है जिसमें शामिल है आयरन, जिंक, कैल्शियम, सोडियम, क्लोराइड, मैग्नीशियम और सेलेनियम। मिनरल्स मजबूत हड्डियों, रेड ब्लड सेल्स के निर्माण, मसल्स और नर्वस सिस्टम को सही तरीके से काम करने में मदद करता है।
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