डॉ. चंद्रा के मुताबिक जो महिलाएं पहली बार मां बनती है वह तनाव से होकर गुजरती हैं। उन्हें इस बात की टेंशन होती है कि वह बच्चे को संभाल पाएंगी या नहीं। लेकिन, तनाव मां के वजन पर उल्टा असर डालता है। जब मां तनाव लेती है तो उसके शरीर में स्ट्रेस हॉर्मोन स्रावित होने लगता है। जो कॉर्टिसोल (Cortisol) नामक हॉर्मोन को स्रावित करता है। कॉर्टिसोल हॉर्मोन (Cortisol hormone) वजन कम करने में बाधा पैदा करता है। तनाव (Stress) से निजात पाने के लिए ध्यान मेडिटेशन (Meditation) करें, संगीत सुनें, अपने पसंद का काम करें। बाहर जाकर टहलने से भी तनाव कम होता है।
स्तनपान के दौरान वजन कम करने के तरीके: क्यों न थोड़ी एक्सरसाइज भी करें
आप जितनी कैलोरी लेंगी अगर उसे बर्न नहीं करेंगी तो वजन का बढ़ना लाजमी है। ऐसी परेशानी से निपटने के लिए मात्र एक ही उपाय है। आप थोड़ा व्यायम करें। अगर आपकी नॉर्मल डिलीवरी हुई है तो आप हर तरह के व्यायाम कर सकती है। लेकिन, अगर आपको सिजेरियन डिलिवरी हुई है तो अपने डॉक्टर के परामर्श के बाद ही व्यायाम शुरू करें। स्तनपान कराने वाली महिलाओं को आसान और बेसिक एक्सरसाइज करनी चाहिए। जिसमें जॉगिंग, वॉकिंग, स्वीमिंग, एरोबिक्स, साइकिलिंग आदि शामिल है। अपनी दिनचर्या में एक्सरसाइज शामिल करने से वजन कम हो जाएगा।
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स्तनपान के दौरान वजन कम करने के तरीके: आप कब से शुरू कर सकती है एक्सरसाइज
अच्छा काम शुरू करने में देरी किस बात की, लेकिन डिलिवरी के तुरंत बाद थोड़ा रुकें और फिर खुद को मानसिक रुप से तैयार करें। नॉर्मल डिलिवरी में लगभग 15 दिन बाद आप चाहें तो एक्सरसाइज शुरू कर सकती हैं। अगर आपकी सिजेरियन डिलिवरी है तो आपको डॉक्टर के परामर्श के बाद ही एक्सरसाइज शुरू करनी चाहिए।
स्तनपान के दौरान एक्सरसाइज करते समय रखें इन बातों का ध्यान (Keep these things in mind while exercising during breastfeeding)