कुछ बच्चों में जन्म के समय शरीर पर कई तरह के मार्क होते हैं। जिन्हें बर्थमार्क (Birthmark) कहते हैं। कुछ लाेग इसे लक्षण भी कहते हैं। जन्म के समय बच्चे के शरीर पर लाल, काले या भूरे रंग के चकते होते हैं। जिसे देख कर माता-पिता घबरा जाते हैं। उन्हें लगता है कि बच्चे को कही कोई दिक्कत तो नहीं है। अमूमन बच्चों के बर्थमार्क उन्हें कम ही नुकसान पहुंचाते हैं और समय के साथ हल्के होते जाते हैं। लेकिन, कुछ बर्थमार्क इतने गहरे होते हैं कि समय के साथ बड़े हो जाते हैं। इसमें घबराने की जरूरत नहीं है। इसके लिए सबसे पहले समझें बर्थमार्क कैसे होते हैं और इसका इलाज क्या है।
क्यों होते हैं बच्चों में बर्थमार्क?
बर्थमार्क बच्चे के शरीर पर एक पैच की तरह होता है। बच्चों में बर्थमार्क क्यों होता है इसका अभी तक कोई भी वैज्ञानिक कारण पता नहीं है। लेकिन, कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि शरीर पर असाधारण पिगमेंट के कारण बर्थमार्क बनते हैं। ज्यादातर बर्थमार्क शिशु को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। बर्थमार्क दो तरह के होते हैं।