ढीले दांत की पहचान एक्स रे की मदद से की जाती है। इसमें यह पता लगाया जाता है कि जन्म से आए दांत किसी जड़ के साथ हैं या नहीं। अगर किसी प्रकार की जड़ मौजूद नहीं होती है तो डॉक्टर उसे हटाने की सलाह देते हैं।
दांत निकलने के दौरान हर बच्चे को दर्द और तकलीफदेह होता है और अगर दांत बच्चे को जन्म से ही हो, तो बच्चे के साथ-साथ मां को भी तकलीफ होती है। दरअसल मां को स्तनपान के दौरान तकलीफ होती है। प्रायः लोग जन्म से शिशु को दांत होने को मिथ से भी जोड़कर देखा जाता है और इसे नकारात्मक माना जाता है। हालांकि उम्मीद करते हैं कि अब आप इसे नेगेटिव नहीं मानेंगे। यह सिर्फ कुछ कारणों की वजह से होने वाली परेशानी है। जिन नवजात को जन्म से दांत होता है, तो उसे निकाल देते हैं और इससे बच्चे को कोई परेशानी नहीं होती है। वैसे तो अगर बच्चे को जन्म से दांत हो, तो इसकी जानकारी डॉक्टर बेबी डिलिवरी के बाद ही दे देते हैं और इस तकलीफ को कैसे दूर किया जा सकता है, इसकी जानकारी भी शेयर करते हैं। कुछ मामलों में या बेहद कम मामलों में नेटल टीथ यानी बच्चे के जन्म से हुए दांत विकसित हो सकते हैं या होते हैं। अगर ऐसी स्थिति होती है, तो उसे ऑपरेशन की मदद से निकाला जा सकता है।
कपल को यह हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि बच्चे के शरीर में पोषण की कमी या अनुवांशिक कारणों की वजह से ऐसी स्थिति हो सकती है। ऐसे में अफवाहों पर ध्यान ना दें और डॉक्टर से कंसल्ट में रहें। इस दौरान उनके द्वारा बताई गई बातों का ध्यान रखें। वहीं गर्भवती महिलाओं को भी अपने डायट और हेल्दी फूड हैबिट्स बनाने के साथ-साथ डॉक्टर द्वारा बताये गए निर्देशों का पालन करना चाहिए।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई भी मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो अधिक जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।