ग्रोथ हॉर्मोन के उत्पादन को रोकना या धीमा करना आसान नहीं है। आपके डॉक्टर को आपके बच्चे का प्रभावी ढंग से इलाज करने के लिए कई टेक्निक्स के मेल का उपयोग करने की आवश्यकता हो सकती है, जैसे :
सर्जरी (Surgery)
जायगैन्टिज्म (Gigantism) के मुख्य कारण पिट्यूटरी ट्यूमर में बनने वाले हॉर्मोन्स को रोकने के लिए सबसे पहला विकल्प होता है सर्जरी। हालांकि, सभी मामलों में इसका प्रयोग नहीं किया जाता है। कई बार सर्जरी से ट्यूमर का हिस्सा रिमूव कर दिया जाता है और दूसरे भाग का उपचार दवाईयों या रेडिएशन थेरेपी से किया जाता है।
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दवाईयां (Medication)
ड्रग थेरेपी में दवाईयों का प्रयोग कर के ट्यूमर को शरिंक कर दिया जाता है। दवाईयों का प्रयोग तब भी किया जाता है, जब सर्जरी से ट्यूमर पूरी तरह से नहीं निकलता है।
गामा नाइफ रेडियोसर्जरी (Gamma Knife Radiosurgery)
यदि सर्जरी संभव नहीं है, तो गामा नाइफ रेडियोसर्जरी एक विकल्प हो सकती है। ‘गामा नाइफ’ परिसाइज रेडिएशन बीम (precise radiation beams) का एक संग्रह है, जो किसी भी आसपास के टिश्यू को नुकसान पहुंचाए बिना सीधे ट्यूमर पर अटैक करती है। इस प्रकार के उपचार को प्रभावी होने में कई साल लग सकते हैं।
रेडिएशन थेरेपी (Radiation Therapy)
यदि ट्यूमर को पूरी तरह से हटाया नहीं जा सकता है, तो रेडिएशन थेरेपी का उपयोग अक्सर सर्जरी के साथ किया जाता है।
यह तो थे जायगैन्टिज्म (Gigantism) के कुछ उपचार के विकल्प। बच्चों अत्यधिक ग्रोथ हॉर्मोन्स का उपचार करना बेहद जरूरी है ताकि वो एक स्वास्थ्य ओर अच्छा जीवन जी सकें। लेकिन इस उपचार के कुछ साइड-इफेक्ट भी हो सकते हैं, जो इस प्रकार हैं।
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क्या इस उपचार के कुछ साइड इफेक्ट हैं?
जायगैन्टिज्म (Gigantism) के उपचारों के कई साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं, जो इस प्रकार हैं:
- सर्जरी से होने वाले साइड-इफेक्ट्स में हेमरेज (Hemorrhage), संक्रमण (Infection) या पिट्यूटरी ग्रंथि को नुकसान (Damage to Pituitary Gland) शामिल हो सकते हैं। जिसके परिणामस्वरूप पिट्यूटरी हार्मोन की कमी (हाइपोपिट्यूटारिज्म) हो सकती है। हाइपोपिट्यूटारिज्म का इलाज उन हार्मोनों को बदलकर किया जाता है जो कम होते हैं।
- पिट्यूटरी ग्रंथि में प्रयोग होने वाली रेडिएशन थेरेपी (Radiation Therapy) भी हाइपोपिट्यूटारिज्म (Hypopituitarism) का कारण बन सकती है। इससे प्रीमेच्योर स्ट्रोक (Premature Stroke) या याददाश्त बिगड़ने का खतरा बढ़ सकता है।
- डोपामाइन-बेस्ड ड्रग्स (Dopamine Based Drugs) भूख, मतली, उल्टी और चक्कर आना कम कर सकती हैं।
- सोमाटोस्टैटिन एनालॉग (Somatostatin Analogues) इंजेक्शन द्वारा दिए जाते हैं और इससे इंजेक्शन के स्थान पर त्वचा और मांसपेशियों में समस्या हो सकती है।