डॉक्टर को मरीज की परेशान करने वाली आदतें: आप अपने डॉक्टर के लिए एक अकेले मरीज नहीं है, बहुत से मरीजों को उन्हें देखना होता है। इस बात का भी ध्यान रखें। उनके पास समय की कमी को ध्यान में रखते हुए ऐसी आदतों से बचें। जिससे आपके ट्रीटमेंट (Treatment) को कोई लेना देना न हो। बहुत से मरीज अपना डाॅक्टर चेंज करने के बाद, दूसरे डाॅक्टर के पास जाने के बाद, अपने पहले डॉक्टर की शिकायत शुरू कर देते हैं, उनकी यह आदत अक्सर डाॅक्टरों को पंसद नहीं आती है। आपके पहले डाॅक्टर ने आपका क्या इलाज किया है, यह उन्हें आपकी फाइल में जरूर दिख जाएगा। इसलिए पेशेंट (Patient) ऐसी गलती से बचें।
डाॅक्टर की बात काटकर बीच में न बोलें (Listen to the doctor)
इस बारे में क्लीनिकल जनरल फिजिशियन,लखनऊ के डॉक्टर संदीप पाल का कहना है कि हम कोशिश करते है कि मरीजों को उपचार के साथ उनकी सभी दिक्कतों को अच्छे से सुनें, फिर अपनी बात बोलें। इसलिए डाॅक्टर हमेशा सबसे पहले मरीज से ही पूछते हैं कि उन्हें क्या दिक्कत है, उनकी पूरी बात सुनने के बाद ही राय देते हैं। लेकिन कुछ मरीजों में ये आदत देखी गई है कि जब डाॅक्टर कुछ बोलते हैं, तो मरीज को कुछ बात याद आ जाती है, तो उसे बताने के लिए वो डाॅक्टर की बात बीच में ही रोक कर उसे बाताना शुरू कर देते हैं। ऐसे डाॅक्टर भी कई बार बात भूल सकते हैं, जो उन्हें मरीज को बाताना होता है। ऐसे में मरीजों को डॉक्टर की बात खत्म होने तक रूक जाना चाहिए।
कई डॉक्टरों को पेशेंट की यह आदत अच्छी नहीं है। जिसकी वजह से डाॅक्टर को पेशेंट पर गुस्सा भी आ सकता है। डॉक्टर क्या, शायद साधारण तौर पर हमें भी एक-दूसरे की यह आदत अच्छी न लगे।
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डॉक्टर को मरीज की परेशान करने वाली आदतें :प्रिसक्रिप्शन भूलने की गलती न करें(Do not forget the prescription)
डॉक्टर (Doctor) को मरीज की परेशान करने वाली आदतें: मरीज का डॉक्टर के पास जाते समय अपनी फाइल रिकॉर्ड या प्रिसक्रिप्शन भूल जाना, यह आदत भी कई बार डाॅक्टर और मरीज के बीच अच्छे संबंध न होने का कारण बनती है। मरीज की यह आदत उनके लापरवाह होने का संकेत देते हैं। इससे डाॅक्टर को भी बहुत दिक्कत होती है कि यह याद करने में कि मरीज की क्या दवाएं चल रही थी। पहले जो ब्लड टेस्ट (Blood Test) व अन्य टेस्ट की रिपोर्ट क्या थी। फाॅलोअप के लिए क्या बाेला था, आदि। ऐसी बहुत सी चीजें होती है। जो कि डाॅक्टर के लिए एक पेरशानी का कारण है। इसलिए मरीज को डाॅक्टर के पास जाते समय अपनी फाइल का विशेष ध्यान रखना चाहिए।