सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (Center for Disease Control and Prevention) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार शिशु के फिजिकल और मेंटल ग्रोथ के लिए विटामिन (Vitamin) और मिनरल्स (Minerals) का सेवन करवाना जरूरी है। ऐसे में उन्हें रंग-बिरंगे सब्जियों और फलों का सेवन करवाया जा सकता है। रंग-बिरंगे फलों में शामिल है संतरा और रिसर्च के अनुसार शिशुओं के लिए संतरे (Oranges for Baby) बेहद लाभकारी हैं। दरअसल संतरे में मौजूद विटामिन सी आयरन को एब्सॉर्ब कर अपनी खास भूमिका अदा करता है। इसलिए 7 से 8 महीने के शिशु को संतरे का सेवन करवाया जा सकता है।
शिशुओं के लिए संतरे को कैसे सर्व करें? (How to serve Oranges for Baby)
संतरे में रेसे और बीज होते हैं, जो बच्चे के गले में फस सकते हैं। इसलिए शिशुओं के लिए संतरे (Oranges for Baby) को सर्व करने से पहले इसे अच्छी तरह छील लें। अब इसमें से बीच, रेसे और हार्ड एरिया को रिमूव करें। इनसबके बाद शिशुओं के लिए संतरे के छोटे-छोटे टुकड़े करें या बिल्कुल मैश कर दें और फिर बच्चे को खिलाएं।
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6 से 12 महीने के शिशुओं को संतरे का सेवन कैसे करवाएं या कैसे सर्व करें? (Orange serving tips for 6 to 12 months of Baby)
6 से 12 महीने के शिशुओं को संतरे का सेवन आसानी से करवाया जा सकता है। इसके लिए सिर्फ संतरे को ठीक से काटने की जरूरत पड़ती है। इसलिए अपने 7 महीने के शिशु को संतरा सर्व करने से पहले उसे अच्छी तरह छील लें, बीच और रेसे को निकाल दें और मीडियम साइज में काट कर उन्हें खिलाएं। वहीं 9 महीने के बच्चों के संतरे के छोटे-छोटे टुकड़ों को खिलाया जा सकता है। अगर आपका शिशु 12 माह के करीब है या इससे बड़ा है, तो आप संतरे को इस तरह काटें कि बच्चा फॉक की मदद से खुद भी धीरे-धीरे खा सके।
बेबी और टॉडलर के लिए संतरे के फायदे क्या हैं? (Benefits of Oranges for kids)
बच्चों या शिशुओं के लिए संतरे के फायदे निम्नलिखित हैं। जैसे:-
इम्यूनिटी होती है स्ट्रॉन्ग- नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार बड़ों की तुलना में बच्चों की इम्यून पावर ज्यादा कमजोर होती है। ऐसे में शिशु की इम्यूनिटी को बढ़ाना बेहद जरूरी होता है। इसलिए शिशु के लिए संतरे को फायदेमंद बताया गया है। संतरे के जूस में मौजूद कैरोटीनॉयड (Carotenoids) और फ्लेवोनोइड्स (Flavonoids) शिशु की इम्यूनिटी को स्ट्रॉन्ग बनाने में सहायता प्रदान करते हैं।
पेट के लिए है फायदेमंद- नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ (National Institutes of Health) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार बच्चों में कांस्टिपेशन समस्या सामान्य है। इसलिए इस परेशानी को दूर करने के लिए या शिशु को कॉन्स्टिपेशन से बचाने के लिए संतरे का सेवन करवाया जा सकता है। रिसर्च रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि संतरे के सेवन से भूख भी ज्यादा लगती है।
एनीमिया की समस्या होती है दूर- बच्चों में आयरन की कमी की समस्या कोई नई बात नहीं है, लेकिन शिशु को आयरन की कमी से बचाया जा सकता है। शरीर को आवश्यक मात्रा में आयरन मिल सके इसलिए उन्हें संतरे का सेवन करवाया जा सकता है, जिससे एनीमिया की समस्या शिशु में नहीं हो सकती है।
कुपोषण की समस्या रहती है दूर- शिशु को अगर ठोस आहार की पूर्ति ना हो, तो कुपोषण की समस्या हो सकती है। इसलिए बच्चों को संतरे का सेवन करवाना चाहिए। संतरे में विटामिन ए, विटामिन सी, फोलेट, पोटैशियम, कैल्शियम एवं फाइबर की पूर्ति होती है।