ब्रेस्टफीडिंग के दौरान ब्रेस्ट में दर्द या सूजन होना मामूली समस्या होती है। कई बार ब्रेस्टफीडिंग कराने के दौरान बच्चे निप्पल्स को काट लेते हैं, जिससे काफी तेज दर्द होता है। इस प्रक्रिया से हर मां को कई बार गुजरना पड़ता है। हालांकि, ऐसी बातों के लिए दवा का सेवन करना सेहत के लिहाज से ठीक नहीं माना जाता। लेकिन, आप इसके लिए कुछ घरेलू तरीके अपना सकती हैं, जो आपकी सेहत के साथ-साथ स्तनों के लिए भी पूरी तरीके से सुरक्षित हो सकते हैं।
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ब्रेस्ट में दर्द होने का कारण
गलत तरीके से बच्चे को गोद में लेना :
स्तनपान के दौरान बच्चे को गलत तरीके से गोद लेने की वजह भी ब्रेस्ट में दर्द हो सकता है। अगर बच्चे को सही तरीके से गोद नहीं लेते हैं, तो बच्चा निप्पल पर पकड़ बनाने के लिए कई बार काट लेता है।
लेटडाउन रिफ्लेक्स :
जब भी बच्चा ब्रेस्टफीडिंग करता है, तो इससे लेटडाउन रिफ्लेक्स शुरू हो जाता है, जो शरीर में ऑक्सीटोसिन हॉर्मोन पैदा करता है। इसे ‘लव हॉर्मोन’ के तौर पर भी जाना जाता है। इसी की वजह से स्तनों में से दूध आता है। हालांकि, कई बार ऑक्सीटोसिन हॉर्मोन शिशु के बारे में सोचने पर भी पैदा हो सकता है। इस दौरान, आपको स्तनों में झुनझुनी या चुभन, स्तनों में अंदर टीस सी महसूस होना, किसी तरह का दबाव या असहजता भी महसूस हो सकती है। हालांकि, थोड़े समय बाद यह अपने आप ठीक भी हो जाती है।
दर्द से राहत पाने के उपाय
स्तनों पर लगाएं गोभी के पत्ते :
अमेरिकी और यूरोपीय देशों में महिलाएं ब्रेस्ट में दर्द से राहत पाने के लिए इस तरीके का इस्तेमाल करती हैं। गोभी के पत्ते स्तनों में आई सूजन को कम करते हैं और दर्द से भी राहत दिलाते हैं।
सबसे पहले गोभी को ठंडे स्थान पर रख दें। उसके दो पत्ते लें और स्तनों के ऊपर रख कर टाइट कपड़े पहन लें, ताकि पत्ते अपनी जगह से खिसक न सकें। पत्तों को 20 मिनट तक स्तनों पर लगा रहने दें। उसके बाद अगर आप चाहेंं तो उन पत्तों को बदल कर नए पत्ते भी लगा सकती हैं। या फिर आप इस तरीके का इस्तेमाल रात को सोते समय भी कर सकती हैं।
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सही साइज के ब्रा का चयन करें :
गलत साइज के ब्रा पहनने से भी स्तनों में दर्द हो सकता है। इसलिए, हमेशा सही साइज का ही चुनाव करें।
नियमित स्तनपान कराएं :
अगर आप बच्चे को नियमित स्तनपान कराएंगी, तो बच्चे को इसकी आदत हो जाएगी, जिससे वो बिना निप्पल्स को काटे ही दूध पीने की आदत डाल सकता है।
हॉट ऑयल मसाज :
ब्रेस्ट में दर्द होने पर थोड़ी-सी मात्रा में नारियल तेल या जैतून का तेल लें। उसे हल्का गर्म करें और फिर इससे अपने स्तनों की 15 मिनट तक मसाज करें। इससे स्तनों में आई सूजन कम होगी। दर्द भी दूर होगा और ब्रेस्ट में ब्लड फ्लो भी बढ़ेगा।
गर्म पानी से सिकाई करें :
ब्रेस्ट में दर्द होने पर किसी बर्तन में गर्म पानी लें। उसमें कॉटन का कपड़ा भिगोएं। अब कपड़े को पानी से बाहर निकाले और उससे पानी निचोड़ लें। इस कपड़े को अब अपने स्तनों पर रखें। ऐसा करने से आपको दर्द से राहत मिलेगी।
तुलसी के पत्तों का पेस्ट लगाएं :
तुलसी में एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो बैक्टीरिया और इन्फेक्शन दूर करते हैं। साथ ही यह घाव भी भरने में मददगार होते हैं। इसके लिए तुलसी के पेस्ट को स्तनों पर 10 से 15 मिनट के लिए लगा कर रखें। इस प्रक्रिया को आप हफ्ते में चार बार अपना सकती हैं।
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एलोवेरा जेल :
एलोवेरा जेल कई तरह से फायदेमंद है। इसका इस्तेमाल त्वचा से लेकर बालों को अच्छा करने के लिए किया जाता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि एलोवेरा ब्रेस्ट में दर्द को दूर करने में भी मदद करता है। अगर आपको भी ब्रेस्टफीडिंग कराने के बाद ब्रेस्ट में दर्द रहने की शिकायत रहती है, तो आप एलोवेरा का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आप ताजे एलोवेरा की पत्ती से जेल निकालें। उसे स्तनों और निप्पल पर 5 से 10 मिनट तक लगा रहने दे। इससे आपको काफी आराम मिलेगा।
टी ट्री ऑयल :
टी ट्री ऑयल स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होता है। टी ट्री ऑयल में हीलिंग प्रॉसेज के गुण पाए जाते हैं। यह किसी भी घाव को बहुत जल्दी भरता है। इसके लिए आप रात में सोते समय निप्पल पर टी ट्री ऑयल की दो-दो बूंद लगाएं। इससे घाव भी भरेगा और दर्द भी दूर होगा।
कैमोमाइल टी :
कैमोमाइल टी का इस्तेमाल भी काफी लोग करते हैं लेकिन कई लोगों को ये नहीं पता होगा कि कैमोमाइल टी ब्रेस्ट में दर्द को कम करने में मदद करती है। इस टी में एंटी-इंफ्लमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो स्तनों और निप्पल में आई सूजन को दूर करने में मदद करते हैं। इसके अलावा, अगर खून आ रहा है, तो यह उसे भी ठीक करने में काफी मददगार हो सकता है। इसके लिए कैमोमाइल टी में कॉटन का कपड़ा भिगोएं। फिर इसे निप्पल्स पर लगाएं। इस प्रकिया को तीन से पांच बार दोहराएं। ऐसा रोजाना करने से आपको ब्रेस्टफीडिंग के बाद ब्रेस्ट में दर्द होने की समस्या से राहत मिलने लगेगी।
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दादी-नानी की मदद लें :
बच्चा इस बात को नहीं समझता कि उसे स्तनपान कैसे करना चाहिए। ऐसे में आपको अपनी मां, दादी या नानी की मदद लेनी चाहिए। इनकी मदद से आप बच्चे को बड़ी ही आसानी से दूध पिला सकेंगी। आप अपने बड़ों के अनुभव को ध्यान में रखकर बच्चे को दूध पिला सकती हैं। आपकी मां, सास, दादी या नानी आपको कुछ ऐसी युक्तियां बता सकती हैं, जो इस समस्या से राहत दिलाने में मदद करेंगी।
ध्यान रखें कि कई बार ब्रेस्ट में दर्द होने की वजह कोई बड़ी समस्या भी हो सकती है। इसलिए, दर्द अगर एक हफ्ते से लगातार बना हुआ हो, तो डॉक्टर से संपर्क करें और उनकी सलाह के बाद ही किसी दवा या उपाय का इस्तेमाल करें।
उम्मीद करते हैं कि आपको अगर ब्रेस्ट में दर्द होने की समस्या है तो ऊपर बताए गए तरीके इस समस्या से राहत दिलाने में मदद करेंगे। इसके अलावा अगर आपको इस संबंध में कोई और जानकारियां चाहिए तो हमसे हमारे फेसबुक पेज पर जरूर पूछें। हम आपके बाकी के सवालों के जवाब भी देने में पूरी मदद करेंगे। अगर आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आया है, तो ज्यादा से ज्यादा लोगों के साथ शेयर करना न भूलें।
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