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दूसरे बच्चों के साथ कैसे व्यवहार करना सिखाएं
किसी को भी दोस्त बनाने के लिए बच्चों का व्यवहार बहुत मायने रखता है। कई बार स्कूल में बच्चे दूसरे बच्चों से कटे-कटे से रहने लगते हैं। उनकी क्लास के बाकी बच्चों से ठीक से बात नहीं हो पाते हैं। कई बार बच्चे का कुछ ज्यादा शर्मिला होना भी स्कूल में किसी का दोस्त न होने का कारण बन जाती है। बच्चों को अपने व्यवहार में प्रेम बढ़ाने की व्यवहार को अपनाना चाहिए। सबके साथ प्यार से बात करना, किसी के साथ भी बुरा व्यवहार न करना, सभी को अपना दोस्त और एक जैसा समझना जैसी खूबियां खूबी बहुत कम लोगो में होती हैं। परंतु अच्छे दोस्त बनाने के लिए इस खूबी का होना बहुत जरूरी होता हैं। अगर आप यह चाहते हैं कि, आपके बच्चे अच्छे दोस्त पा सकें, उन्हें सबके साथ अच्छे से रहने और सबके बीच प्यार से रहने को प्रेरित करें।
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बच्चों में कभी दूसरो के प्रति अभिमान न आने दें
दोस्ती में बराबर की हिस्सेदारी बहुत मायने रखती है। कई बार बच्चों में साथ के बच्चों के प्रति एक अलग भावना आने लगती है। बड़ों के बीच भी जब अहम आता है, दोस्ती को संभाल पाना बहुत मुश्किल है। इस तरह के स्वभाव वाले बच्चों से क्लास के सदस्य बचने की कोशिश करता है। स्कूल में दोस्त न होने का यह एक प्रमुख कारण है। यदि आप चाह रहे हैं कि, आपका बच्चा स्कूल (School) में अकेला नहीं रहे तो बच्चों के व्यवहार को परखना शुरू कीजिये। कहीं आपका बच्चा बदला-बदला तो नहीं।
अपने बच्चे को ऑब्जर्व करें और यह जानने की कोशिश करें कि उसे कैसे सोशल किया जाए
एक्सपर्ट्स के अनुसार, अपने बच्चे को अटेंशन दें। देखें कि वह दूसरों से कैसे इंटरैक्ट (Intract) करता है। क्या वह कुछ अलग बिहेव करता है। अगर करता है तो क्यों? हो सकता है आपके बच्चे को किसी से बात करने में समय लगता है। आपके बच्चे को बहुत सारे लोगों को साथ देखकर एंग्जायटी हो सकती है। बच्चे के बिहेवियर को नोटिस करें और जो आपको कमी नजर आए उस पर काम करें। इस बात पर ध्यान दें कि आपको किन चीजों पर काम करना है, उनमें अपना योगदान दें। अपने आप पर भरोसा रखो। क्योंकि आप ही अपने बच्चे को सबसे अच्छे से जानते हो।
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