यह तो थी जानकारी गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज के बारे में। अब जान लेते हैं नींद और GERD (Sleep and GERD) के बारे में।
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नींद और GERD (Sleep and GERD) के बीच क्या है कनेक्शन?
GERD को अक्सर नींद संबंधी समस्याओं से जोड़ा जाता है। लेटने पर GERD के लक्षणों का बढ़ना आपके सोने में बाधा बन सकता है। इसके साथ ही कई अन्य नाईटटाइम बाधाओं का कारण बन सकता है जैसे हार्टबर्न, चेस्ट पेन और खांसी। इस समस्या से पीड़ित लोगों में ऐसा पाया गया है कि इसके लक्षण लो स्लीप क्वालिटी से संबंधित हैं। आइए जानें नींद और GERD (Sleep and GERD) के बारे में और अधिक।
GERD और ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया
रिसर्च के अनुसार GERD और ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एप्निया के बीच में भी लिंक है। ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एप्निया एक स्लीप डिसऑर्डर है जिसमें एयरवे ब्लॉकेज शामिल होती है, जो नींद के दौरान सांस लेने में रुकावट पैदा करती है। लेकिन, अभी इस बात के बारे में जानकारी नहीं है कि क्या GERD, ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एप्निया का कारण बनती है या ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया, GERD का कारण है या ऐसा है कि यह दोनों एक जैसे रिस्क फैक्टर्स शेयर करते हैं। नींद और GERD (Sleep and GERD) से पहले इस बारे में जानकारी भी जरूरी है।
ऐसा भी हो सकता है कि गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज एयरवे और सांस लेने की क्षमता को सामान्य रूप से प्रभावित करे। जिससे रात को नींद में समस्या आ सकती है। ऐसे में ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एप्निया से पीड़ित लोग रात को लगातार जागते हैं और GERD के लक्षणों का अनुभव करते हैं। इसके साथ ही एल्कोहॉल, स्मोकिंग और मोटापा जैसे फैक्टर्स इन दोनों समस्याओं के जोखिम को और बढ़ा सकते हैं। अब जानिए कि लेटने के बाद GERD कैसे बदतर हो सकता है?
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