अगर आप इंसुलिन ले रहे हैं, तो एमरजेंसी ग्लूकागन (Emergency Glucagon) के लिए भी डॉक्टर से अवश्य पूछें। यह तो इसके उपचार के बारे में जानकारी। अब जानें कि इस समस्या से कैसे बचा जा सकता है?
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नोक्टर्नल हायपोग्लाइसेमिया से बचाव (Prevention of Nocturnal Hypoglycemia)
नोक्टर्नल हायपोग्लाइसेमिया Nocturnal Hypoglycemia) के कारणों में कई फैक्टर्स शामिल हैं। जैसे रात को एक्सरसाइज करना या शाम को एल्कोहॉल का सेवन आदि। लेकिन, अगर इस समस्या का समय पर उपचार न किया जाए, तो यह कई अन्य परेशानियों का कारण बन सकती है जैसे नींद में समस्या या सिरदर्द आदि। गंभीर मामलों में इसके कारण दौरे आ सकते हैं या यह मृत्यु की वजह भी बन सकती है। लेकिन, इस समस्या से भी बचा जा सकता है, इसके कुछ तरीके इस प्रकार हैं:
अगर आप नोक्टर्नल हायपोग्लाइसेमिया (Nocturnal Hypoglycemia) का अनुभव कर रहे हैं, तो आपको तुरंत क्विक एक्टिंग कार्बोहायड्रेट और स्लो एक्टिंग कार्बोहायड्रेट का सेवन करना चाहिए। अगर आपके किसी करीबी या परिवार के सदस्य को यह समस्या है और आप उस व्यक्ति में इसके लक्षणों को अनुभव करते हैं, तो तुरंत उसे उठा दें। उनके उठ कर बैठने के बाद उन्हें फ़ास्ट एक्टिंग ग्लूकोज जैसे जूस या कैंडी दें। उन्हें कुछ घंटों के अंतराल के बाद भोजन करना चाहिए और ब्लड शुगर (Blood sugar) टेस्ट करनी चाहिए। लॉन्ग टर्म में नोक्टर्नल हायपोग्लाइसेमिया (Nocturnal Hypoglycemia) से बचाव के लिए अपने डॉक्टर से बात करें और आप इन तरीकों को भी अपना सकते हैं:
- सोने से पहले ब्लड ग्लूकोज लेवल (Blood Glucose Level) की जांच करें।
- नियमित मील और स्नैक्स लें।
- सोने से पहले अगर जरूरी हो, तो इंसुलिन डोज को एडजस्ट करें ।
- अगर आप इंटेंस इंसुलिन थेरेपी (Intense Insulin Therapy) ले रहे हैं, तो आपको समय-समय पर अपने रात भर के ब्लड ग्लूकोज लेवल (Blood Glucose level) की जांच ऐसे समय में करनी चाहिए, जब आपका रात भर का इंसुलिन चरम पर हो। इसका लक्ष्य दिन के दौरान हायपोग्लाइसेमिया (Hypoglycemia) से बचना है और रात में इसके होने के जोखिम को कम करना है।
टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 Diabetes) से पीड़ित कुछ लोगों को लो ब्लड शुगर एमरजेंसी से बचने के लिए नियमित रूप से ग्लूकोज मॉनिटरिंग (Glucose Monitoring) करनी चाहिए। इसके लिए स्किन के नीचे एक डिवाइस का प्रयोग किया जाता है, जो हर कुछ मिनटों में ब्लड शुगर की रीडिंग लेता है। जब ग्लूकोज लेवल बहुत अधिक या लो हो, तो आप इस डिवाइस में अलार्म सेट कर सकते हैं। अगर आपको लगता है कि आपको नोक्टर्नल हायपोग्लाइसेमिया (Nocturnal Hypoglycemia) की समस्या है, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। ताकि, आप और आपके डॉक्टर डायबिटीज मैनेजमेंट प्लान (Diabetes Management Plan) के बारे में बात कर सकें। इसके लिए डॉक्टर इन चीजों की सलाह भी आपको दे सकते हैं:
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यह तो थी नोक्टर्नल हायपोग्लाइसेमिया (Nocturnal Hypoglycemia) के बारे में जानकारी। आप यह जान ही गए होंगे कि नोक्टर्नल हायपोग्लाइसेमिया वो लो ब्लड शुगर है, जो नींद में होती है। इस जोखिम को कम करने के लिए ब्लड शुगर का सही से मॉनिटर करना जरूरी है। इसके साथ ही आपको अपनी इंसुलिन डोज और हेल्दी ईटिंग का भी ध्यान रखना चाहिए। अगर आप नोक्टर्नल हायपोग्लाइसेमिया (Nocturnal Hypoglycemia) को अनुभव करते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें, ताकि सही समय पर इसका निदान और उपचार हो सके। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।