और पढ़ें : टाइप 2 डायबिटीज का आयुर्वेदिक उपचार: क्या इसे जड़ से खत्म किया जा सकता है, जानें एक्सपर्ट की राय
डायबिटीज और ब्रेन फॉग से कैसे बचें? (Prevention of Diabetes and Brain Fog)
डायबिटीज और ब्रेन फॉग (Diabetes and Brain Fog) के लक्षणों से बचाव के लिए सबसे जरूरी है। ब्लड शुगर लेवल का सही होना। इससे दिमाग में ब्रेन केमिकल्स को बैलेंस होने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही इससे ब्लड वेसल डैमेज से भी आप बच सकते हैं, जो कॉग्निटिव समस्याओं (Cognitive Problems) का कारण बन सकते हैं। सच बात तो यह है कि ब्रेन फॉग (Brain Fog) की समस्या स्थायी नहीं है। इसे सही उपचार के साथ रिवर्स किया जा सकता है। यह केवल अस्थायी ब्लड शुगर (Blood Sugar) का लक्षण है। हेल्दी डायट, सही उपचार आदि से ब्रेन फॉग के कारणों को मैनेज करना संभव है।
अगर आप अपनी डायबिटीज को मैनेज कर के ब्रेन फॉग (Brain Fog) की समस्या से सुधार महसूस करते हैं, तो आपको शायद डॉक्टर के पास जाने की भी जरूरत नहीं है। लेकिन, अगर ऐसा न हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
क्या आप जानते हैं कि डायबिटीज को रिवर्स कैसे कर सकते हैं? तो खेलिए यह क्विज!
और पढ़ें : बच्चों में यह लक्षण हो सकते हैं टाइप 2 डायबिटीज का संकेत, नजरअंदाज करना पड़ सकता है भारी!
डायबिटीज और ब्रेन फॉग (Diabetes and Brain Fog) का न केवल प्रभावित व्यक्ति के जीवन की गुणवत्ता पर असर होता है। बल्कि यह समस्याएं आने वाले समय में जटिलताओं का कारण भी बन सकती हैं। हालांकि ब्रेन फॉग याददाश्त में परेशानी, मूड स्विंग्स और ध्यान लगाने का कारण बनती है। लेकिन, इससे आपका सकारात्मक रहना भी मुश्किल हो सकता है। ऐसे में अगर आप ब्रेन फॉग (Brain Fog) की समस्या से बचना चाहते हैं, तो अपनी ब्लड शुगर (Blood Sugar) को मैनेज करना सबसे जरूरी है। इसके लिए आप हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने और सही दवाईयों के साथ-साथ नियमित डॉक्टर से जांच भी कराएं।