आपकी डिलीवरी के समय डिलीवरी रूप में जो कोई भी हो जैसे आपका पार्टनर या अन्य कोई, उसे अपने बर्थ प्लान (Birth plan) को रिव्यु करने को दें। अपने डॉक्टर को भी इसे देखने और रिव्यु करने के लिए कहें। आपके डॉक्टर या अस्पताल की अपनी डिलीवरी पॉलिसीज हो सकती हैं। ऐसे में प्रेग्नेंसी में बर्थ प्लान (Birth plan in pregnancy) को रिव्यु करने से उन्हें पोटेंशियल कन्फ्लिक्ट्स को रिजॉल्व करने में मदद के लिए समय मिल जाएगा।
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प्रेग्नेंसी में अपने बर्थ प्लान (Birth plan) की कॉपी किसे दें?
एक बार आपका बर्थ प्लान (Birth plan) बन जाता है ,तो अपने डॉक्टर को अन्य मेडिकल रिकॉर्ड्स के साथ इसकी कॉपी भी दें। इसके साथ ही इसकी एक और कॉपी को अपने साथ अस्पताल ले कर जाएं। आप इसकी एक कॉपी उस व्यक्ति को भी दे सकते हैं जो लेबर के समय आपके साथ होगा। जब आप लेबर के लिए जा रही हों, उस समय इसकी कुछ कॉपी अपने साथ ले जाना एक अच्छा विचार है। हो सकता है कि उस दौरान आपके डॉक्टर अवेलेबल न हों। ऐसे में दूसरे डॉक्टर को आप अपनी बर्थ प्लान (Birth plan) कॉपी दे सकती हैं।
यह तो थी प्रेग्नेंसी में बर्थ प्लान (Birth plan in pregnancy) के बारे में जानकारी। बर्थ प्लान होना आवश्यक नहीं है क्योंकि ये सभी प्रैफरेंसेज अस्पताल में रहते हुए भी बनाई जा सकती हैं, लेकिन सभी विकल्पों के बारे में सोचना और अपने पार्टनर और डॉक्टर के साथ उन पर चर्चा करना निश्चित रूप से महत्वपूर्ण है। अन्य शब्दों में कहा जाए तो आपके पास शिशु के जन्म के लिए बर्थ प्लान (Birth plan) होने की जरूरत नहीं है, किंतु यह आपके लिए मददगार साबित हो सकता है। इस बात का ध्यान रखें कि यह फ्लेक्सिबल होना चाहिए न की रिजिड। यानी आप या आपके डॉक्टर इसमें जरूरत के अनुसार बदलाव कर सकते हैं।
अगर प्रेग्नेंसी में बर्थ प्लान (Birth plan in pregnancy) को बनाने के बाद बर्थ को लेकर आप कम स्ट्रेस्ड महसूस करें या इससे आपको मानसिक शांति मिले, तो आपको इसे बनाना चाहिए। इस प्लान को बनाने से आपको अनावश्यक हस्तक्षेप और ट्रीटमेंट से बचने में भी मदद मिल सकती है। लेकिन, अगर इसे बनाने से आपको स्ट्रेस हो रहा हो, तो आप इसे स्किप कर दें। इसके बारे में आपके मन में कोई भी सवाल है, तो उसे अपने डॉक्टर से अवश्य पूछें।