मिसकैरेज होने पर किसी तरह के इंफेक्शन से बचने के लिए निम्न बातों को ध्यान रखें:
- टैम्पॉन (Tappoon) की जगह पैड का इस्तेमाल करें
- स्वीमिंग पूल में न जाएं
- बाथ टब में नहाने की जगह शॉवर लें
- सेक्स न करें (Avoid sex)
- समय पर एंटीबायोटिक्स लें
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गर्भपात के बाद प्रेग्नेंसी प्लानिंग कब करनी चाहिए? (When should I do pregnancy planning after a miscarriage?)
गर्भपात के तुरंत बाद प्रजनन क्षमता वापस आ सकती है, इसलिए गर्भनिरोधक का उपयोग करने पर विचार करें जब तक कि आप फिर से प्रेग्नेंसी प्लानिंग शुरू करने के लिए तैयार न हों। यदि आप गर्भपात के बाद सीधे गर्भवती हो जाती हैं, तो आपके दोबारा गर्भपात होने का जोखिम थोड़ा अधिक होता है। इस कारण से, डॉक्टर सलाह देते हैं कि आप फिर से गर्भवती होने की कोशिश करने से पहले कम से कम एक माहवारी होने तक प्रतीक्षा करें।
मिसकैरिज के बाद होते हैं कई बदलाव
मिसकैरिज के बाद ज्यादातर महिलाओं की बॉडी में कई प्रकार के बदलाव आते हैं। यह जरूरी नहीं कि हर महिला की बॉडी एक जैसी प्रतिक्रिया दे। ऐसे में आपके लिए इन बदलावों के बारे में जानकारी रखना बेहद ही जरूरी है। साथ ही अगर आपके आस-पास की कोई महिला ऐसी स्थिति में है या उससे गुजर रही है तो उसे इमोशनल सपोर्ट देने की कोशिश करें।
हमें उम्मीद है आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। हैलो हेल्थ के इस आर्टिकल में गर्भपात के साइड इफेक्ट्स (Miscarriage side effects) के बारे में बताया गया है। यदि आपका इस लेख से जुड़ा कोई सवाल है तो आप कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं। हम अपने एक्सपर्ट्स द्वारा आपके सवालों का उत्तर दिलाने का पूरा प्रयास करेंगे। यदि आप इससे जुड़ी अन्य कोई जानकारी पाना चाहते हैं तो इसके लिए बेहतर होगा आप किसी विशेषज्ञ से कंसल्ट करें।