‘मैंने ठीक से आराम नहीं किया,’मैंने खानपान सही नहीं रखा’,’मुझे प्रेग्नेंसी में सेक्स नहीं करना चाहिए था’। देखा गया है कि ऐसी ही न जाने कितने मिसकैरिज से जुड़े मिथक (Miscarriage myths) के चलते ज्यादातर महिलाएं गर्भपात के लिए खुद को दोषी ठहराती हैं। एक मिसकैरिज के बाद वे खुद को ही शक की नजरों से देखने लगती हैं और सोचती हैं कि शायद अब वे मां नहीं बन पाएंगी जो कि पूरी तरह गलत है। मिसकैरिज से जुड़े मिथक (Myths about miscarriage) के बारे में लोगों के दिमाग में बहुत से झूठ सच जैसी धारणाएं है।
आपके पीरियड सायकल को ट्रैक करें