ऐसे ही अलग-अलग मेसेज केक पर लिखे जा सकते हैं। वैसे अगर आपने पहले से कुछ प्लान कर लिया है, तो उसे भी केक पर लिखवा सकते हैं।
ये तो बात हुई बेबी शॉवर केक और केक पर लिखे जाने वाले मेसेज की, लेकिन क्या आपने कभी ये ध्यान दिया है कि बेबी शॉवर क्यों मनाया जाता है।
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बेबी शॉवर (Baby Shower) कब और क्यों मनाया जाता है?

बेबी शॉवर जिसे हिंदी में गोदभराई कहा जाता है। बेबी शॉवर गर्भावस्था के दौरान किया जाता है। शिशु के आने की खुशी और बनने वाली मां के लिए फेमली या फ्रेंड्स बेबी शॉवर का आयोजन करते हैं। भारत में कई जगहों पर गर्भावस्था के 7 महीने पूरे होने पर तो कुछ जगहों पर 8 महीने के पूरे होने पर इसे रस्म की तरह मनाया जाता है। इस रस्म में बड़े-बुजुर्ग आशीर्वाद देते हैं, तो फ्रेंड बनने वाली मां के लिए गिफ्ट्स लाते हैं।
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बेबी शॉवर के दौरान किन-किन बातों का ध्यान रखें? (Important note for Baby Shower)

बेबी शॉवर में निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें। जैसे:
- बेबी शॉवर थीम डिसाइड कर लें।
- थीम के अनुसार ही बेबी शॉवर केक भी बनवाएं।
- स्टेज के डेकोरेशन में ऐसे स्प्रे या कैमिकल्स का इस्तेमाल न करें जिससे गर्भवती महिला को परेशानी हो।
- गर्भवती महिला को क्या-क्या पसंद है वो जरूर लाएं।
- बेबी शॉवर में करीबी रिश्तेदार और दोस्तों को ही बुलाएं। बहुत बड़े आयोजन से बचें।
- बहुत देर तक चलने वाली पार्टी का आयोजन न करें (आप चाहें इन्विटेशन पर ही टाइम लिख दें)
- बेबी शॉवर में स्नैक्स, चाय, कॉफी या कोल्ड ड्रिंक्स का इंतजाम रखें, लेकिन ध्यान रखें कि इस दौरान एल्कोहॉल सर्व न करें क्योंकि इससे परेशानी हो सकती है और पार्टी
- ज्यादा देर तक चल सकती है।
- गोदभराई के दौरान आने वाली महिलाओं को मेहंदी लगवा सकते हैं या फिर टैटू बनवा सकते हैं (ऐसे टैटू स्किन पेंट से बनाई जाती है, जो एक हफ्ते में अपने आप निकल जाते हैं)।
हमें उम्मीद है कि बेबी शॉवर (Baby Shower) पर आधारित यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा। यहां हमने बेबी शॉवर केक के लिए आइडिया (Baby Shower Cake idea) शेयर किया है। आप इनका उपयोग कर सकते हैं और आप किसी दोस्त या परिवारजनों की मदद भी इस आयोजन में ले सकते हैं।
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