आजकल लोगों के बीच टैटू बनाने का ट्रेंड बहुत सामान्य हो गया है। हर कोई टैटू बनवाना चाहता है। टैटू का हेल्थ पर असर किस तरह पड़ता है, इस बारे में जानने के बाद ही टैटू बनवाने का फैसला करें।
Written by डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
आजकल लोगों के बीच टैटू बनाने का ट्रेंड बहुत सामान्य हो गया है। हर कोई टैटू बनवाना चाहता है। टैटू का हेल्थ पर असर किस तरह पड़ता है, इस बारे में जानने के बाद ही टैटू बनवाने का फैसला करें।
मेरी बेटी को टैटू बनाना है, क्या टैटू का हेल्थ पर असर होता है?
टैटू कराने का बहुत से लोगों का शौक होता है। हम में से बहुत सारे लोगों को यह ही नहीं मालूम होता कि टैटू का हेल्थ पर असर पड़ता है। जिस वजह से बहुत सारे लोगों को टैटू बनवाने के बाद पछतावा होने लगता है। इसलिए अगर आप टैटू बनवाने वाले हैं तो सबसे पहले इस पर अपना पूरा होमवर्क करें।
और पढ़ें: आईबॉल में कराया टैटू, चली गई ड्रैगन वुमेन की आंखों की रोशनी
टैटू एक बॉडी आर्ट है जिसमें सुई से स्किन के डर्मिस लेयर में इंक को डाला जाता है। कोई ब्लैक टैटू पसंद करता है तो कोई अलग अलग रंगो का। अगर आप टैटू करना चाहते हैं तो उससे होने वाले रिस्क के बारे में सोचना जरूरी होता है। इससे आप को एलर्जिक रिएक्शन हो सकता है जो कभी-कभी तुरंत नजर आते हैं तो कभी कुछ दिन या सालों बाद नजर आते हैं।
टैटू बनाने में स्किन से खून (ब्लड) आता है जिसकी वजह से स्किन इन्फेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है या गाठ (नोड्यूल्स) बन जाते है। अगर टैटू आर्टिस्ट आपके लिए एक ही सुई का इस्तेमाल करता है जो पहले इस्तेमाल हो चुकी है तो ब्लड इंफेक्शन होता है जैसे हेपेटाइटिस बी,सी और एचआईवी। आपको स्किन में जलन भी हो सकती है।
अगर आप फिर भी टैटू बनाना ही चाहते हो तो कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है जैसे किसी लाइसेंस्ड आर्टिस्ट से ही टैटू बनवाएं। जब भी आप टैटू बनवाना शुरु करे आपको स्किन डिसइंफेक्टेंट इस्तेमाल करना चाहिए। ये जरूर देखें कि आर्टिस्ट पुरानी सुई या रेजर का इस्तेमाल न करे। नए पैक्ड नीडल और रेजर का ही इस्तेमाल होना चाहिए। आप जिस भी एरिया पर टैटू बनवा रहें है उसको साफ करना जरुरी है। जब आपका टैटू बन जाता है तो उसे स्टेराइल गॉज और बैंडेज से कवर करें। इन सभी बातों को ध्यान में रखकर आपको टैटू बनाना चाहिए।
और पढ़ें: टैटू करवाते समय सावधानियां बरतनी हैं जरूरी, पड़ सकती हैं भारी
टैटू बनवाने से पहले निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:
टैटू का हेल्थ पर असर न पड़े इसलिए उपरोक्त बताई सभी बातों का जरूर ध्यान रखें। अगर आपको किसी बात को लेकर किसी तरह का कोई कंफ्यूजन है तो आप किसी स्किन विशेषज्ञ से इस बारे में कंसल्ट कर सकते हैं।
[mc4wp_form id=’183492″]
और पढ़ें: स्तनपान के दौरान टैटू कराना चाहिए या नहीं?
टैटू का हेल्थ पर असर पड़ता है। इसके बारे में तो आप पूरी जानकारी जुटा चुके हैं। लेकिन फिर भी आप टैटू बनवा रहे हैं तो इसे बनवाने के बाद निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:
इस तरह टैटू का हेल्थ पर असर पड़ता है।
स्किन इंफेक्शन (Skin Infection):
टैटू एक आर्ट है। कई बार इसे बनवाते समय चोट भी लग जाती है। टैटू बनवाते समय और बनवाने के बाद इसे इंफेक्शन से बचाने के लिए आपको बहुत केयर करने की जरूरत होती है।
एलर्जिक रिएक्शन (Allergic Reaction):
कुछ लोगों में टैटू बनवाने के बाद एलर्जिक रिएक्शन हो जाते हैं। ऐसा इंक के कारण होता है खासतौर पर अगर इंक में प्लास्टिक है। कई रिपोर्ट्स के मुताबिक, लाल, पीला, नीला और हरे पिगमेंट से एलर्जिक रिएक्शन होने की संभावना रहती है।
केलॉइड स्केरिंग (keloid scarring):
टैटू कराने से कई बार स्कार(scar) पड़ने की संभावना रहती है। खासतौर पर यह तब होता है जब टैटू पूरी तरह ठीक न हुआ हो या फिर किसी तरह का इंफेक्शन या संक्रमण हुआ हो। ये केलॉइड स्कार भी बन सकते हैं। ये पुराने धक्कों से मिलकर बनता है जिसमें पुराने स्कार टिश्यू होते हैं।
और पढ़ें: स्किन कैंसर के संकेत देते हैं यह लक्षण, भूलकर भी न करें नजरअंदाज
ब्लड बॉर्न डिसीज (Blood Born Disease):
अगर आपके टैटू को बनाने के लिए इस्तेमाल किया गया उपकरण संक्रमित खून से दूषित है तो आप अलग-अलग ब्लड बॉर्न डिसीज के शिकार हो सकते हैं। इसमें हेपेटाइटिस बी, हेपेटाइटिस सी और एडस शामिल हैं। इस तरह टैटू का हेल्थ पर असर पड़ सकता है।
यदि आपको लगता है कि आपका टैटू संक्रमित हो सकता है या आप चिंतित हैं कि आपका टैटू ठीक नहीं हो रहा है तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें। हम आशा करते हैं आपको हमारा ये लेख पसंद आया होगा। यदि आप टैटू का हेल्थ पर असर पड़ने से जुड़ी अन्य जानकारी चाहते हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब हम कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
डिस्क्लेमर
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।