प्रेग्नेंसी वीक 18 में डॉक्टरी सलाह
प्रेग्नेंसी वीक 18 के दौरान मुझे अपने डॉक्टर को क्या बताना चाहिए?
प्रेग्नेंसी वीक 18 के दौरान आपकी नजर में स्पॉट्स या फ्लोटर्स दिखना सामान्य बात है। इसके लिए आप अपने प्रेग्नेंसी हॉर्मोन को जिम्मेदार ठहरा सकते हैं। गर्भावस्था के दौरान आपकी आंखों में आंसुओं का उत्पादन कम हो जाता है, जिससे आपकी आंखें रूखी और नजर धुंधली हो सकती है। अगर आपकी नजर ज्यादा धुंधली हो जाती है या इसके आपके रोजाना के कार्यों में बाधा पड़ती है, तो इसके बारे में अपने डॉक्टर को बताएं। नजर के धुंधला होने का कारण आंखों में फ्लूड बनना भी हो सकता है, जो कि एक गंभीर समस्या है और इसे जल्दी ठीक करवाना चाहिए। हाई ब्लड प्रेशर और गेस्टेशनल डायबिटीज की वजह से भी नजर धुंधली हो सकती है।
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प्रेग्नेंसी वीक 18 के दौरान मुझे किन टेस्ट्स के बारे में पता होना चाहिए? (Pregnancy Week 18 Tests in hindi)
अगर आप प्रेग्नेंसी वीक 18 या गर्भावस्था के पांचवे महीने में डॉक्टर के पास नहीं गई हैं, तो आपको जाना चाहिए। आपका डॉक्टर प्रेग्नेंसी वीक 18 में आपको दूसरी तिमाही में होने वाला अल्ट्रासाउंड करवा सकता है, जिसे लेवल 2 अल्ट्रासाउंड भी कहा जाता है। इसे आमतौर पर प्रेग्नेंसी वीक 18 से प्रेग्नेंसी वीक 22 के दौरान करवाया जाता है। दूसरी तिमाही के दौरान करवाए जाने वाले 3डी या 4डी अल्ट्रासाउंड की मदद से आपको और आपके डॉक्टर को शिशु के विकास का सही आंकलन लग जाता है। आप इसकी मदद से अपने विकासशील शिशु की गतिविधियों की बेहतर फोटो या वीडियो देख पाएंगी। लेवल 2 सोनोग्राम, जिसे एनॉमली या एनाटोमी स्कैन कहते हैं की मदद से शिशु और उसके अंगों की लंबाई, एम्नियोटिक फ्लूड की मात्रा और शिशु को पर्याप्त ब्लड सप्लाई करने वाली प्लासेंटा की लोकेशन की जांच होती है। इस अल्ट्रासाउंड की मदद से शिशु की बारीकी और बेहतर तस्वीर सामने आती है।
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प्रेग्नेंसी वीक 18 में स्वास्थ्य और सुरक्षा
प्रेग्नेंसी वीक 18 में मुझे स्वास्थ्य और सुरक्षा से जुड़ी किन बातों के बारे में पता होना चाहिए? (Pregnancy Week 18 Safety in hindi)