सोरायसिस स्किन संबंधित बीमारी है, जिसके कारण स्किन में पैचेस नजर आते हैं, साथ ही स्किन का रंग लाल हो जाता है और उसमें धारियां दिखने लगते हैं। सोरायसिस की समस्या आम तौर पर एल्बो, घुटनों में, स्कैल्प में, पीछे या बैंक में, चेहरे में, हथेलियों में, पैर में दिखाई पड़ती है। लेकिन यह शरीर के अन्य भागों में भी दिख सकते हैं। सोरायसिस ट्रिगर (Psoriasis Triggers to Avoid) समस्या को बढ़ाने का काम करते हैं।
कुछ लोगों में सोरायसिस की समस्या की समस्या का सामना भी करना पड़ सकता है, जिसको सोरियाटिक अर्थराइटिस (Psoriatic arthritis) के नाम से जानते हैं। इम्यून सिस्टम इस कंडीशन के लिए जिम्मेदार होता है। यह समस्या अधिकतर दिन के समय दिखाई पड़ती है क्योंकि सर इस समय तेजी से सेल्स ग्रोथ करती हैं। सोरायसिस की समस्या को डायग्नोज करना कठिन होता है क्योंकि यह स्किन डिसीज की तरह ही दिखाई देती हैं। डॉक्टर को इसकी पहचान के लिए स्किन सैंपल की भी जरूरत पड़ सकती है। सोरायसिस की समस्या को बढ़ाने के लिए कुछ ट्रिगर्स काम करते हैं, जिनकी पहचान करना बहुत जरूरी है। आज हम सोरायसिस ट्रिगर (Psoriasis Triggers to Avoid) आपको के बारे में जानकारी देंगे।
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सोरायसिस ट्रिगर (Psoriasis Triggers to Avoid)
सोरायसिस की समस्या के दौरान स्किन में पैचेस दिखना या फिर स्किन का मोटा हो जाना आमतौर पर देखने को मिलता है। यह समस्या आती है और फिर कुछ समय बाद चली भी जाती है। लेकिन कुछ ऐसे ट्रिगर्स होते हैं, जो बीमारी को अचानक से बढ़ा सकते हैं। जानिए सोरायसिस ट्रिगर (Psoriasis Triggers to Avoid) के बारे में, जिनसे आपको बचने की जरूरत है।
सोरायसिस ट्रिगर का काम कर सकते हैं ये फूड्स
नाइटशेड पौधे, जैसे टमाटर, बैंगन, और सफेद आलू आदि का सेवन आपको बंद कर देना चाहिए। साथ ही आपको ग्लूटेन, जो कई अनाजों और मसालों में पाया जाता है, डेयरी प्रोडक्ट (Dairy products), सेलफिश, रेड मीट, हाय शुगर फूड और फैटी फूड्स से बचना चाहिए। ये फूड्स सोरायसिस ट्रिगर (Psoriasis Triggers to Avoid) की तरह काम कर सकते हैं। यू. एस. के नेशनल सर्वे में इस बात की पुष्टि हुई है कि जो सोरायसिस पेशेंट्स इन फूड्स को खाना छोड़ देते हैं, उनके सोरायसिस के लक्षणों में कमी देखने को मिली है। बेहतर होगा कि आप भी इन सभी फूड्स को या तो बहुत कम मात्रा में खाएं या फिर खाना बंद कर दें।
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सूरज की रोशनी कहीं बढ़ा न दे समस्या!
हम सभी जानते हैं कि सूर्य से हमको विटामिन डी (Vitamin D) मिलता है। सुबह की हल्की धूप लेने की सलाह सबको दी जाती है लेकिन तेज धूप में देर तक रहने से सनबर्न की समस्या हो सकती है। सोरायसिस से पीड़ित लोगों को तेज धूप में रहने से बचना चाहिए। अगर आप धूप लेना ही चाहते हैं, तो बेहतर होगा कि सुबह की हल्की धूप लें और कुछ समय के लिए धूप में बैठे हैं। ऐसा करने से सोरायसिस के लक्षण में आपको राहत मिल सकती है। लेकिन अधिक धूप में बाहर रहने से सोरायसिस के लक्षण बढ़ सकते हैं और सन सोरायसिस ट्रिगर (Psoriasis Triggers to Avoid) का काम कर सकता है।
एल्कोहॉल भी बढ़ा सकता है सोराइसिस के लक्षणों को
वैसे तो एल्कोहॉल का सेवन सभी के लिए हानिकारक होता है लेकिन सोरायसिस के कुछ पेशेंट्स में यह ट्रिगर की तरह काम कर सकता है। एक जर्नल (Jamanetwork) में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार बीयर में मौजूद स्टार्च के लक्षणों को बढ़ाने का काम कर सकता है। बेहतर होगा कि आप एल्कोहॉल का सेवन बंद कर दें।
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सोरायसिस ट्रिगर: ठंड से करें बचाव
ठंडे वातावरण का भी सोरायसिस की बीमारी पर बुरा असर होता है। ड्राय क्लाइमेट के कारण सोरायसिस के लक्षण बढ़ सकते हैं। अगर मौसम बहुत ठंडा है, तो आप को ठंडक से राहत पाने के लिए गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करना चाहिए। आप चाहे तो घर में ह्यूमिडिफायर भी लगवा सकते हैं। ऐसा करने से आपको सोरायसिस के लक्षणों से राहत मिल सकती है।
स्ट्रेस के कारण भी बढ़ सकते हैं सोरायसिस के लक्षण
स्ट्रेस के कारण सोरायसिस के लक्षण बढ़ सकते हैं। तनाव सोरायसिस के लिए बड़े ट्रिगर का काम कर सकती है। जितना हो सके अपने जीवन में तनाव को कम करने का प्रयास करें। आप योग और मेडिटेशन का सहारा भी ले सकते हैं।
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स्मोकिंग को कहें ना
जिस प्रकार से एल्कोहल का सेवन करने सोरायसिस के लक्षण बढ़ सकते हैं। ठीक उसी प्रकार से स्मोकिंग के कारण भी इस बीमारी के लक्षण बढ़ सकते हैं। अगर आपको बीमारी के ट्रिगर से बचना है, तो स्मोकिंग को छोड़ दें। सिगरेट में पाया जाने वाला निकोटीन सोरायसिस की मेडिसिन के साथ एंटरेक्शन कर सकता है, जो आप को नुकसान पहुंचाने का काम करता है। स्मोकिंग को अचानक से छोड़ देने से भी आपको दिक्कत होगी। बेहतर होगा कि आप डॉक्टर की देखरेख में धीरे-धीरे स्मोकिंग को छोड़े।
इन ट्रिगर्स पर भी दें ध्यान!
- कुछ दवाएं आपके शरीर की ऑटोइम्यून प्रतिक्रिया में हस्तक्षेप करती हैं और सोरायसिस के गंभीर लक्षणों का कारण बन सकती हैं। अगर आपको कुछ दवाओं का सेवन करने के बाद स्किन संबंधी किसी भी प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है, तो तुरंत डॉक्टर को जानकारी दें।
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- संक्रमण जैसे स्ट्रेप थ्रोट (strep throat) की समस्या भी सोरायसिस का कारण बन सकती है। अगर आपको ये संक्रमण हो जाए, तो तुरंत इसका ट्रीटमेंट कराएं, वरना आपको स्किन संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
- कम एस्ट्रोजन का स्तर महिलाओं में सोरायसिस को ट्रिगर करने में मदद करता है। आप ऐसे समझ सकते हैं कि सोरायसिस की समस्या कम उम्र की लड़कियों में अधिक होती है। जब महिलाएं प्रेग्नेंट होती है, तो ये समस्या सही हो जाती है। आप इस बारे में डॉक्टर से जानकारी ले सकते हैं।
आपको सोरायसिस की बीमारी से बचने के लिए बताए गए ट्रिगर्स पर ध्यान देना होगा और कोशिश करनी होगी की इनसे बचा जाए। आप खाने में ऐसी चीजों से दूर रहें, जो आपके सोरायसिस के लक्षणों को बढ़ाने का काम करती है। जब भी घर से बाहर जाएं, सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें। अधिक टेंपरेचर में ना रहे हैं और ना ही बहुत ठंडे टेंपरेचर में रहे। स्ट्रेस को कम करने के लिए अच्छे फ्रेंड्स बनाएं और फ्रेंड्स के साथ अपनी बातें भी शेयर करें। अपने वेट को मेंटेन रखें। अगर किसी प्रकार की स्किन इंजुरी हो जाए, तो लापरवाही ना करें। उसका ट्रीटमेंट कराएं जरूर कराएं। ड्राई स्किन के कारण आपकी समस्या बढ़ सकती है। अगर आपको डॉक्टर जीन थेरेपी लेने की सलाह देते हैं, तो आप उसे जरूर करें। इन सब बातों का ध्यान रखकर आप सोरायसिस की समस्या से बच सकते हैं।
इस आर्टिकल में हमने आपको सोरायसिस ट्रिगर (Psoriasis Triggers to Avoid) लेकर जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्स्पर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।