4. कालेपन को करता है कम
सनस्क्रीन का इस्तेमाल चेहरे की रंगत को साफ रखता है। नसों के फटने की क्रिया भी सनस्क्रीन की मदद से कम हो जाती है। ये मुहांसों को भी रोकने में मदद करता है।
5. बचाता है सनबर्न से
सनबर्न आपकी त्वचा को कमजोर कर देते हैं। इस वजह से स्किन में खरोंच जल्द लग जाती है। एनल्स ऑफ एपिडेमियोलॉजी ’में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक हानिकारक किरणों के कारण त्वचा के कैंसर का खतरा कई गुना तक बढ़ जाता है। सनस्क्रीन इस खतरे को कम करता है।
6. स्किन को बचाता है टैनिंग से
सनस्क्रीन वहीं चुनें जिसमें सन प्रोटेक्शन फैक्टर 30 मौजूद हो। संवेदनशील त्वचा में टेनिंग की समस्या जल्दी होती है। जब भी बाहर व्यायाम करें, इस बात का ध्यान रखे कि पसीना सनस्क्रीन को धो सकता है। कोशिश करें कि व्यायाम के बात साफ-सफाई करके दोबारा इसका प्रयोग करें।
7. त्वचा को रखता है स्वस्थ
कोलेजन (collagen) , केराटिन (keratin) और इलास्टिन (Elastin) जैसे आवश्यक त्वचा प्रोटीन सनस्क्रीन द्वारा सुरक्षित रहते हैं। त्वचा को चिकना और स्वस्थ बनाए रखने के लिए इन प्रोटीनों की आवश्यकता होती है। जब स्किन का प्रोटीन सुरक्षित रहेगा तो स्किन हेल्दी रहेगी।
8. गुड कॉस्मेटिक ऑप्शन
सनस्क्रीन लगा लीजिए और अब आप रेडी हैं बाहर जाने के लिए। यकीन मानिए आपकी स्किन बिना किसी मेकअप के भी ग्लो करेगी। आपको फ्रेश फील होगा और साथ ही स्किन सेफ्टी के बारें में भी चिंता करने की जरूरत नहीं है।
9. कपड़ा नहीं, सनस्क्रीन देगा आपको सुरक्षा
धूप में निकलने से पहले पूरे मुंह को बांध लेने या फिर फुल स्लीव्स पहन लेने से आपको रेज से सुरक्षा नहीं मिलेगी। थोड़ी सी मात्रा सनस्क्रीन की लें और अब बेफिक्र रेडी हो सकती हैं।
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सनस्क्रीन लोशन का चुनाव कैसे करें?
सनस्क्रीन लोशन का चयन करते वक्त निम्नलिखित टिप्स को फॉलो करें। जैसे-
ब्रॉड स्पेक्ट्रम: ब्रॉड स्पेक्ट्रम का अर्थ है सन्सक्रीन का चयन ऐसा करना चाहिए जो आपकी त्वचा को सूर्य किस उल्ट्रावॉइलेट किरणों (UVA rays और UVB rays) से बचा सके।
SPF 30 या इससे ज्यादा होना चाहिए: दि अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी के अनुसार सनस्क्रीन लोशन खरीदते वक्त सनस्क्रीन लोशन के पैक पर SPF 30 या इससे ज्यादा लिखा गया हो।
वॉटर रेसिस्टेंट: त्वचा रोग विशेषज्ञों के अनुसार सनस्क्रीन लोशन का प्रयोग करने से पहले यह अवश्य ध्यान दें कि यह वॉटर रेसिस्टेंट हो। ऐसा इसलिए क्योंकि आपके पानी के संपर्क में आने से या पसीना होने पर भी सनस्क्रीन लोशन आपकी त्वचा पर ठीक तरह से काम करेगा। वॉटर रेसिस्टेंट सनस्क्रीन त्वचा पर 40 से 80 मिनट तक सूर्य की पराबैगनी किरणों से आपकी रक्षा करेगा। हर सनस्क्रीन लोशन वॉटर रेसिस्टेंट नहीं होता है। इसलिए सनस्क्रीन लोशन खरीदते वक्त वक्त पैक पर यह भी अवश्य देखकर खरीदें।
सनस्क्रीन लोशन खरीदते वक्त ऊपर बताए गई तीन बातों का ध्यान अवश्य रखें। इसके साथ ही आप अपनी त्वचा के अनुसार सनस्क्रीन का चयन करें। सनस्क्रीन लोशन का प्रयोग घर से निकलने के पहले अवश्य करें। इसके साथ ही कुछ जरूरी टिप्स भी फॉलो करें। इन टिप्स में शामिल है-
शरीर को कवर करें: अगर आप घर से बाहर निकल रही हैं या रहें हैं तो अपने चेहरे को लाइट कलर के कपड़े से ढ़कें और फुल स्लीव्स के कपड़े पहनें। आंखों को चश्मे से कवर करें। ऐसा करने से आप हानिकारक किरणों और प्रदुषण से अपने आपको बचा सकती हैं।
सीक शेड: सूर्य को रोशनी में सीधे न जाएं। कोशिश करें कि सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे की बीच न निकलें। क्योंकि इस दौरान सूर्य की किरणें काफी तेज होती हैं और इसका शरीर पर नुकसान होता है।
कभी-कभी त्वचा अत्यधिक सेंसेटिव हो जाती है। ऐसा कई तरह के दवाओं के सेवन की वजह से भी होता है या शरीर में डिसऑर्डर की परेशानी से भी स्किन की समस्या शुरू हो जाती है। ऐसे में भी सनस्क्रीन लोशन का उपयोग लाभकारी होता है। त्वचा की देखभाल के साथ-साथ आहार का भी विशेष ख्याल रखें, बाहर निकलने के पहले अपने पास पानी का बोतल जरूर रखें। रोजाना 2 से 3 लीटर पानी का सेवन भी अवश्य करें। अगर आप सनस्क्रीन लोशन से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी तरह की मेडिकल एडवाइस, इलाज और जांच की सलाह नहीं देता है।