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पॉकमार्क्स यानी त्वचा पर छेद या गढ्ढे होना: जानिए इसके कारण और उपाय

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Manjari Khare द्वारा लिखित · अपडेटेड 22/02/2022

    पॉकमार्क्स यानी त्वचा पर छेद या गढ्ढे होना: जानिए इसके कारण और उपाय

    पॉकमार्क्स (Pockmarks) स्किन पर होने वाले गहरे निशान हैं जो अपने आप ठीक नहीं होते। ये अक्सर गंभीर मुंहासे के कारण हो सकते हैं। इसके साथ ही ये स्किन इंफेक्शन या चिकन पॉक्स की वजह से भी होते हैं। कई प्रकार के ट्रीटमेंट और होम रेमेडीज उपलब्ध हैं जो पॉकमार्क्स (Pockmarks) को कम करने और स्किन को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं। इस आर्टिकल में पॉकमार्क्स (Pockmarks) को हटाने के उपायों के बारे में बताया जा रहा है।

    पॉकमार्क्स (Pockmarks) या चेहरे में गढ्ढे या छेद होना

    पॉकमार्क्स को पिक मार्क्स या मुंहासे के दाग भी कहा जाता है। दरअसल ये मुंहासे के बाद होने वाले गढ्ढे या छेद होते हैं। ये तब दिखाई देते हैं जब स्किन की डीप लेयर डैमेज हो जाती है। जब ये डीपर लेयर्स हील होती है तो एक्सट्रा कोलाजन प्रोड्यूस होता है। यह अतिरिक्त कोलेजन स्किन के बाकी हिस्से से मैच नहीं करता। ये मार्क्स बने रहते हैं और दूसरे को दिखाई देते हैं। इनमें से कुछ स्किन को अनइवन लुक दे सकते हैं। कुछ लोग इनके कारण शर्मिंदा महसूस कर सकते हैं।

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    पॉकमार्क्स के कारण (Causes of Pockmarks)

    त्वचा पर धब्बे पैदा करने वाले डिसऑर्डर या डिजीज सभी में पॉकमार्क निशान पैदा करने की क्षमता होती है। इसके कुछ कारण निम्न हैं।

    मुंहासे (Acne)

    पॉकमार्क्स (Pockmarks) का सबसे सामान्य कारण मुंहासे हैं। प्युबर्टी के समय मुंहासे की समस्या से सभी परेशान होते हैं। इसका कारण उस समय होने वाला हॉर्मोनल चेंजेस है। इस समय त्वचा अतिरिक्त सीबम का निमार्ण करती है जो पोर्स को बंद करने मुंहासे का कारण बनती है। ये मुहांसे बाद में पॉकमार्क्स (Pockmarks) को जम्न देते हैं। कई बार मुंहासे हील होने के बाद भी चेहरे पर गढ्ढे या छेद बन जाते हैं।

    पॉकमार्क्स

    संक्रामक रोग (Infectious diseases)

    चेचक सहित संक्रामक रोग, पॉकमार्क्स (Pockmarks) का एक सामान्य कारण हुआ करते थे। हालांकि, चेचक ज्यादातर गायब हो गया है, इसी तरह के मुद्दे, जैसे कि चिकनपॉक्स, भी विशिष्ट निशान पैदा कर सकते हैं। चिकनपॉक्स से छोटे-छोटे खुजली वाले छाले हो जाते हैं जो पूरे शरीर में दिखाई देते हैं। पूरी तरह से ठीक होने से पहले स्कैब को खरोंचने से एक पॉकमार्क निकल सकता है।

    अन्य संक्रमण (Other infections)

    अन्य संक्रमण, जैसे बैक्टीरिया स्टेफिलोकोकस या स्ट्रेप्टोकोकस से, घाव हो सकते हैं जो पीछे पॉकमार्क छोड़ सकते हैं। ये संक्रमण बालों के रोम में हो सकते हैं, जहां यह फोड़ा पैदा कर सकता है। हाल ही में लगी चोट भी संक्रामक हो सकती है।

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    ट्रीटमेंट (Treatments for Pockmarks)

    पॉकमार्क के लिए कई उपचार हैं, जिनमें से प्रत्येक के अलग-अलग परिणाम हैं। कुछ स्किन टाइप्स में कुछ उपचारों को सहन करने की क्षमता कम हो सकती है, इसलिए एक व्यक्ति को डॉक्टर के साथ अपने विकल्पों पर चर्चा करनी चाहिए और अपने लिए उचित ट्रीटमेंट का चुनाव करना चाहिए। उपचारों में निम्न शामिल हैं।

    कैमिकल पील (Chemical peel)

    पॉकमार्क वाले बहुत से लोग निशान को कम करने के लिए कैमिकल पील का ऑप्शन चुनते हैं। कैमिकल पील के दौरान चेहरे पर एसिड की एक परत लगा दी जाती है। परिणाम उत्पन्न करने के लिए एक एंजाइम का भी उपयोग किया जा सकता है। ये उपचार त्वचा की बाहरी परतों को हटाते हैं और इसे पुन: उत्पन्न करने का कारण बनते हैं। पीलिंग के बाद त्वचा लाल हो सकती है और इसमें खुजली हो सकती है और छिल भी सकती है।

    कैमिकल पील को प्रभावी होने के लिए इसे रेगुलर करने की आवश्यकता हो सकती है, लेकिन इससे आमतौर पर एक इवन टोन, कोमल त्वचा और पॉकमार्क में उल्लेखनीय कमी आती है।

    डर्माब्रेशन (Dermabrasion)

    डर्माब्रेशन सेशन कैमिकल पील्स की तरह ही रिजल्ट देता है और इसमें कैमिकल्स का उपयोग नहीं किया जा सकता। एक छोटा रोटेट होने वाला ब्रश प्रभावित स्किन पर प्लेस किया जाता है जो स्किन की ऊपर की लेयर को हटाने में मदद करता है। यह प्रॉसेस जनरल एनेस्थीसिया के अंडर में की जाती है। बाद में स्किन को हील होने के लिए छोड़ दिया जाता है।

    डर्माब्रेशन त्वचा को और भी समान दिखने में मदद कर सकता है और पॉकमार्क के लक्षणों को कम कर सकता है। कुछ मामलों में, डर्माब्रेशन से नए निशान या हुए पोर्स बंद होने का खतरा बढ़ सकता है। क्योंकि डर्मिस की गहरी परतें हटा दी जाती हैं, इससे व्यक्ति को त्वचा के संक्रमण का खतरा भी हो सकता है।

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    माइक्रोडर्माब्रेशन (Microdermabrasion)

    माइक्रोडर्माब्रेशन ट्रीटमेंट पोकमार्क्स को कम करने का एक और तरीका है जिसमें ऊपरी लेयर को हटा दिया जाता है। इस प्रॉसेस में स्किन केयर स्पेशलिस्ट्स कैमिकल या वायर ब्रश का उपयोग करने की जगह अब्रेसिव इंग्रीडिएंट्स का यूज करते हैं। जो एल्यूमिनयम ऑक्साइड के छोटे क्रिस्टल्स होते हैं जो स्किन की आउटर लेयर को हटाने में मदद करते हैं। यह प्रॉसेस स्किन के छोटे हिस्से में होने वाले निशान, गढ्ढे या छेद के लिए उपयोगी है, लेकिन इस ट्रीटमेंट को भी बार-बार कराने की जरूरत होती है।

    डर्मल फिलर्स (Dermal fillers)

    पॉकमार्क्स

    पॉकमार्क्स (Pockmarks) के इलाज के लिए डॉक्टर फेशियल फिलर्स की सलाह भी दे सकते हैं। ये उत्पादों के इंजेक्शन होते हैं। बाजार पर विभिन्न उत्पाद हैं, जिनमें हयालूरोनिक एसिड (Hyaluronic acids) और कैल्शियम हाइड्रॉक्सीलैपटाइट (Calcium hydroxylapatite) शामिल हैं जिनका उपयोग किया जा सकता है।

    यूनाइटेड स्टेट्स फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने मुंहासों के निशान के इलाज के लिए बेलाफिल (Bellafill) केवल को मंजूरी दी है। त्वचीय भराव का प्रभाव अस्थायी होता है लेकिन आमतौर पर उत्पाद के आधार पर कुछ महीनों से लेकर एक वर्ष तक रहता है। बेलाफिल आमतौर पर 5 साल तक रहता है।

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    फ्रैक्शनल लेजर (Fractional laser)

    फ्रैक्शनल लेजर थेरिपी का उद्देश्य निशानों में रिजनर्रेशन को प्रोत्साहित करना है। लेजर लाइट को निशान के ऊपर डाला जाता है। यह डैमेज स्किन की बाहरी परत को जला देता है और नई कोशिका वृद्धि को उत्तेजित करता है। उपचार की अवधि के बाद, पॉकमार्क अक्सर कम दिखाई देते हैं।

    माइक्रोनीडलिंग (Microneedling)

    कोलेजन इंडक्शन या माइक्रोनीडलिंग एक ऐसा उपचार है जिसमें छोटी सुइयों का उपयोग करके त्वचा को पंचर किया जाता है, जहां पॉकमार्क होते हैं। जैसे-जैसे ये पंचर ठीक होते जाते हैं, त्वचा पॉकमार्क भरने के लिए अधिक कोलेजन का उत्पादन करती है। हर कुछ हफ्तों में बार-बार उपचार की आवश्यकता हो सकती है, और महत्वपूर्ण परिणाम आम तौर पर एक वर्ष के भीतर दिखाई देते हैं।

    इनके ट्रीटमेंट के अलावा जोजोबा ऑयल, ऑलिव ऑयल, शिया बटर और कोको बटर का उपयोग भी फायदेमंद बताया जाता है। ओवर द काउंटर क्रीम, फेशियल मसाज और एसेंशियल ऑयल का यूज भी प्रभावी हो सकता है। हालांकि ये निशान के लिए एक सीधे उपाय नहीं है, लेकिन इनसे अन्य उपचार विधियों का समर्थन करने में मदद मिल सकती है।

    उम्मीद करते हैं कि आपको पॉकमार्क्स (Pockmarks) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

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