वैसे तो हर दिन सांस लेने के साथ जो प्रदूषण फेफड़ों में जाता है उसे वे खुद ही साफ कर लेते हैं। लेकिन स्मोकिंग करने वालों और सांस की बीमारी से जूझ रहे लोगों के लिए फेफड़ों की सफाई बहुत जरूरी होती है। फेफड़ों की सफाई कई तरीके से की जा सकती है।
स्टीम थेरिपी
स्टीम थेरिपी के बारे में आपने पिछले कुछ महीनों में बहुत सुना होगा, क्योंकि कोरोना वायरस से बचाव के लिए हेल्थ एक्सपर्ट्स गरम पानी की भांप लेने की सलाह दे रहे हैं। उनके मुताबिक, इससे फेफड़े साफ रहते हैं और यदि किसी तरह का वायरस अंदर जाता है तो वह मर जाता है। वैसे आमतौर पर फेफड़ों में बलगम भर जाने पर स्टीम थेरिपी बहुत कारगर साबित होती है। स्टीम लेने से एयरवेज और लंग्स में जमा बलमग ढीला हो जाता है। हालांकि इस संबंध में बहुत अधिक रिसर्च नहीं किया गया है, लेकिन स्टीम थेरेपी की सलाह विशेषज्ञ देते हैं और यह काम भी करती है।
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ब्रीदिंग एक्सरसाइज (Breathing exercises)
पूरे शरीर और दिमाग को स्वस्थ रखने के लिए रेग्युलर एक्सरसाइज हर किसी के लिए जरूरी है, लेकिन इन एक्सरसाइज में 10-15 मिनट की ब्रीदिंग एक्सरसाइज या योग को जरूर शामिल करें। क्योंकि इससे फेफड़ों तक ऑक्सीजन की सप्लाई बेहतर तरीके से होती है। एक्सरसाइज से ब्लड सर्कुलेशन भी ठीक रहता है और शरीर में मौजूद अतिरिक्त कार्बनडाई ऑक्साइड को बाहर निकालने में मदद मिलती है। क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मनरी डिजीज (COPD), सिस्टिक फायब्रोसिस और अस्थमा के मरीजों को डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही एक्सरसाइज करनी चाहिए।
फेफड़ों की सफाई करने में खाद्य पदार्थों की भी अहम भूमिका होती है। इसलिए कुछ खास चीजों को डायट में जरूर शामिल करें। आगे जानिए उनके बारे में।
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ग्रीन टी (Green tea)
ग्रीन टी वजन घटाने में तो मदद करती ही है साथ ही इसके सेवन से फेफड़ों को भी डिटॉक्सिफाई किया जा सकता है। ग्रीन टी में कई तरह के एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो फेफड़ों की सूजन कम करते हैं। साथ ही ग्रीन टी में मौजूद तत्व स्मोकिंग के बुरे प्रभाव से भी फेफड़ों की कोशिकाओं की रक्षा कर सकते हैं। कोरिया में हुए एक अध्ययन के मुताबिक, दिन में 2 कप ग्रीन टी पीने वालों के फेफड़े ग्रीन टी न पीने वालों की तुलना में बेहतर तरीके से काम करते हैं।