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कहीं आप भी तो नहीं कर रहे कोरोना वायरस को निमोनिया समझने की भूल!

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


indirabharti द्वारा लिखित · अपडेटेड 03/06/2020

    कहीं आप भी तो नहीं कर रहे कोरोना वायरस को निमोनिया समझने की भूल!

    बीते जनवरी के महीने में चीन में कोरोना वायरस का पहला केस सामने आया था। इससे पहले इस डेडली वायरस के नाम से आम लोग अनजान थे। यह एक संक्रामक बीमारी है जो एक इंसान से दूसरे में फैलती है। इसे खतरनाक इसलिए भी माना जा रहा है क्योंकि अभी तक वैज्ञानिकों को इससे बचने के लिए किसी ठोस इलाज की जानकारी नहीं मिल पाई है। चूंकि इसके कुछ लक्षण निमोनिया जैसे ही हैं इसलिए कोरोना वायरस को निमोनिया समझने की भूल कुछ लोग कर सकते हैं। जिसका परिणाम काफी खतरनाक साबित हो सकता है। जाहिर है यदि आपको बीमारी कुछ और है और आप इलाज किसी और चीज का करवा रहे हैं तो इसका प्रभाव उल्टा ही पड़ेगा।

    कोरोना वायरस को निमोनिया समझने की भूल ना करें। इस आर्टिकल में हम आपको कोरोना वायरस और निमोनिया का आपस में जुड़ाव और उससे संबंधित अन्य तथ्यों के बारे में बता रहे हैं।

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    कोरोना वायरस को निमोनिया समझने की भूल क्यों हो रही है?

    नोवेल कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव की वजह से WHO ने इसे एक वैश्विक स्वास्थ्य समस्या घोषित कर दिया है। चीन के वुहान शहर से बढ़कर दुनिया के अन्य देशों में तेजी से फैलने वाला ये वायरस सीधे तौर पर फेफड़ों को अपनी गिरफ्त में लेता है। लोग इसे निमोनिया से जोड़कर या निमोनिया समझने की भूल इसलिए कर रहे हैं क्योंकि इसके बहुत से लक्षण कोरोना वायरस से मिलते- जुलते हैं। यही वजह है कि, शुरुआती दिनों में भी कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं जहां कोरोना वायरस से पीड़ित व्यक्ति को निमोनिया से ग्रसित समझकर उसका इलाज किया गया है। हालांकि बाद में इस वायरस की जानकारी मिल गई थी। बता दें कि, इस वायरस के लक्षण पहले तो नॉर्मल सर्दी- जुकाम जैसे दिखाई देते हैं, लेकिन अचानक से बढ़कर ये विकराल रूप ले लेता है। जब तक डॉक्टर ये समझने का प्रयास करते हैं कि ये कोरोना वायरस है तब तक इसका हमला आपके फेफड़ों पर हो चुका होता है।

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    कोरोना वायरस और निमोनिया के लक्षणों में क्या समानता है ?

    कोरोना वायरस को निमोनिया समझने की भूल करने वालों के सामने सबसे बड़ी उलझन यह रहती है कि उन्हें इन दोनों के लक्षण एक से ही लगते हैं। कोरोना वायरस आज पूरी दुनिया में ये चिंता का विषय जरूर बन गया है, लेकिन अभी भी इससे बचने की दवाइयों या टीके की जानकारी नहीं मिल पाई है। आइए जानते हैं कोरोना वायरस और निमोनिया के लक्षणों में क्या-क्या समानता है।

    कोरोना वायरस के लक्षण

    • तेज बुखार
    • सिरदर्द
    • सर्दी-जुकाम
    • गले में खराश
    • नाक से पानी आना
    • सांस लेने में दिक्कत होना

    निमोनिया के लक्षण

    • तेज बुखार
    • सर्दी-खांसी
    • खांसने पर बलगम आना
    • सांस लेने में परेशानी
    • खांसने पर चेस्ट में दर्द होना
    • भूख कम लगना

    आप खुद देख सकते हैं कि, कोरोना वायरस और निमोनिया के लक्षणों में कितनी समानता है। इसलिए अक्सर लोग कोरोना वायरस को निमोनिया समझने की भूल कर बैठते हैं। यदि कोई व्यक्ति कोरोना वायरस की चपेट में हैं तो उसे निमोनिया की दवा देकर ठीक नहीं किया जा सकता है। हां, लेकिन ये दोनों ही बीमारी मरीज के फेफड़ों पर वार करती है, इसलिए घातक दोनों ही हैं। अब यहां पर कोरोना वायरस और निमोनिया में जो विशेष अंतर है वो ये है कि, निमोनिया का इलाज संभव है। इन दोनों में एक समानता ये है कि दोनों ही उन लोगों को ज्यादा प्रभावित करती हैं जिनकी इम्युनिटी कम होती है।

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    कोरोना वायरस और निमोनिया से बचने के लिए क्या करें

    कोरोना वायरस

    कोरोना वायरस से बचने के लिए वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन ने पहले ही गाइडलाइन जारी कर दी है। इसके मुताबिक कोरोना वायरस से बचने के लिए लोगों को विशेष रूप से हाइजीन का ख्याल रखना अहम माना जाता है। इस जानलेवा वायरस से बचने के लिए एल्कोहॉल मिले हैंडवॉश का इस्तेमाल करें। घर से बाहर निकलते वक्त या भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से पहले नाक और मुंह को अच्छी तरह से ढंक लें। सर्दी-जुखाम से पीड़ित लोगों से दूर रहने का प्रयास करें। इसके साथ ही जहां तक हो सके नॉनवेज खाने से परहेज करें।

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    निमोनिया

    छोटे बच्चों को समय रहते ही निमोनिया के टीके लगवा लें, इससे आगे चलकर वो निमोनिया का शिकार होने से बच सकते हैं। चूंकि ये फेफड़ों पर असर करती है इसलिए सिगरेट पीने की लत को अलविदा कहें। साफ- सफाई और हाइजीन का खास ध्यान रखें। सर्दी जुखाम से हर संभव बचने का प्रयास करें, यदि ये समस्या बढ़ जाए तो डॉक्टर के पास जाने में देरी न करें।

    कोरोना वायरस और निमोनिया को एक समझने की भूल करने वाले को इन दोनों स्वास्थ्य समस्याओं के बीच आने वाली छोटे से छोटे अंतर का भी ध्यान रखने की जरूरत है। कोरोना वायरस के बारे में मिली हालिया जानकारी में इस बात का पता चला है कि, इससे वो लोग भी पीड़ित हो सकते हैं जिनमें इसके लक्षण न दिखाई दे रहे हों।

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    कोरोना वायरस को निमोनिया समझने की भूल इसलिए भी हो रही है

    आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, कोरोना वायरस को निमोनिया समझने की भूल इसलिए भी हुई क्योंकि साल 2002 में चीन में “सार्स” नाम का एक कोरोना वायरस फैला था। इससे पीड़ित लोगों में तेज बुखार के साथ निमोनिया के लक्षण भी देखे गए थे। इस बीमारी से उस साल चीन में करीबन 700 से भी ज्यादा लोगों की मौत हुई थी।

    उम्मीद है कि आप कोरोना वायरस और निमोनिया के बीच के अंतर को समझ गए होंगे। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी प्रकार की चिकित्सा सलाह, उपचार और निदान प्रदान नहीं करता।

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