परिचय
एंडोकार्डाइटिस (Endocarditis) क्या है?
एंडोकार्डाइटिस (Endocarditis) दिल से संबंधित संक्रमण है। दिल के सबसे अंदरूनी पर्त जिसे एंडोकार्डियम कहते हैं, उसमें संक्रमण हो जाता है। एंडोकार्टिटिस आमतौर पर तब होता है जब आपके शरीर के किसी अन्य भाग से बैक्टीरिया, कवक या अन्य रोगाणु, जैसे कि आपके मुंह, आपके रक्तप्रवाह से फैलते हैं और आपके हदय को भी प्रभावित करते हैं।
कितना सामान्य है एंडोकार्डाइटिस (Endocarditis) या दिल का संक्रमण होना?
एंडोकार्डाइटिस (Endocarditis) या दिल का संक्रमण बहुत दुर्लभ समस्या है। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।
लक्षण
एंडोकार्डाइटिस के क्या लक्षण (Symptoms of endocarditis) हैं?
एंडोकार्डाइटिस या दिल का संक्रमण होने पर निम्न लक्षण दिखते हैं :
- फ्लू की तरह ठंड और बुखार होना
- ब्लड फ्लो के कारण दिल से अलग तरह की आवाजें आती हैं
- थकान
- जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द होना
- रात में पसीना होना
- सांस लेने में परेशानी
- सांस लेने के दौरान सीने में दर्द होना
- पैर और पेट में सूजन होना
एंडोकार्डाइटिस में अन्य असामान्य लक्षण भी सामने आ सकते हैं :
- बिना कारण के वजन घट जाना
- पेशाब में खून आना
- इंफेक्शन के कारण प्लीहा में मुलायमपन होना
- हथेलियों और पैर के तलवों पर लाल चकते पड़ना
- ऑसलर्स नोड्स, अंगूठों की त्वचा पर लाल और मुलायम उभार हो जाना
- पेटिकिआई (Petechiae), मुंह, त्वचा और आंखों पँर लाल या बैंगनी रंग के धब्बे होना
- एंडोकार्डाइटिस (Endocarditis) अचानक या धीरे-धीरे विकसित हो सकता है। ये संक्रमण फैलाने वाले कीटाणुओं पर निर्भर करता हैं। एंडोकार्डाइटिस के लक्षण अलग-अलग लोगों में अलग दिखाई देता है। इसके अलावा एंडोकार्डाइटिस (Endocarditis) से जुड़े अन्य लक्षणों की जानकारी के लिए डॉक्टर से बात करें।
मुझे डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
अगर आप में ऊपर बताए गए लक्षण सामने आ रहे हैं तो डॉक्टर को दिखाएं। साथ ही एंडोकार्डाइटिस से संबंधित किसी भी तरह के सवाल या दुविधा को डॉक्टर से जरूर पूछ लें। क्योंकि हर किसी का शरीर एंडोकार्डाइटिस के लिए अलग-अलग रिएक्ट करता है।
कारण
एंडोकार्डाइटिस होने के कारण (Causes of endocarditis) क्या हैं?
एंडोकार्डाइटिस तब होता है जब कीटाणु हमारे खून के नसों में घुस जाते हैं और पूरे शरीर में खून के साथ फैलते हैं। इसके बाद दिल के वाल्व या टिश्यू को ये कीटाणु डैमेज कर देते हैं। जरूरी नहीं कि एंडोकार्डाइटिस के लिए जर्म ही जिम्मेदार हों, फंजाई यानि कि कवक या सूक्ष्मजीवों के कारण भी होता है।
सामान्यतः आपके खून में मौजूद बैक्टीरिया या कीटाणुओं को आपका इम्यून सिस्टम नष्ट करता है। लेकिन कभी-कभी बैक्टीरिया आपके खून से होते हुए आपके दिल तक पंहुच जाते हैं तो एंडोकार्डाइटिस जैसी समस्या होती है। एंडोकार्डाइटिस को पैदा करने वाले कीटाणु निम्न तरीकों से फैलते हैं:
- ओरल एक्टिविटी के कारण मुंह में मौजूद बैक्टीरिया खून में पहुंच जाते हैं। अगर आप अपने मुंह को नियमित रूप से साफ नहीं करते हैं तो ये मसूड़ों से निकलने वाले खून के द्वारा आपके दिल के अंदरूनी टिश्यू में चले जाते हैं।
- एंडोकार्डाइटिस के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया टैटू कराने वाले सुई से भी शरीर के अंदर चले जाते हैं।
- संक्रामक सुई द्वारा अवैध दवाएं लेने से भी एंडोकार्डाइटिस हो जाता है। जैसे- हेरोइन, कोकीन जैसे मादक ड्रग्स लेने से ये समस्या हो सकती है।
- कुछ डेंटल प्रक्रिया कराने से मसूड़ों के कट जाने से भी बैक्टीरिया खून में चले जाते हैं।
जोखिम
एंडोकार्डाइटिस से मुझे क्या साइड इफैक्ट (Endocarditis side effects) हो सकते हैं?
एंडोकार्डाइटिस या दिल का संक्रमण में कई रिस्क फैक्टर हैं :
- एंडोकार्डाइटिस नॉर्मल वॉल्व की तुलना में आर्टिफीशियल वॉल्व लगाए हुए लोगों में ज्यादा होता है।
- जिनमें जन्म से ही दिल संबंधित समस्याएं होती है, उनमें एंडोकार्डाइटिस होने का जोखिम ज्यादा होता है।
- एंडोकार्डाइटिस के कारण अगर आपका हार्ट टिश्यू एक बार डैमेज हो चुका है तो वह दोबारा भी हो सकता है।
- रयूमेटिक फीवर या इंफेक्शन होने से हार्ट वॉल्व डैमेज हो जाते हैं तो भी एंडोकार्डाइटिस होने का खतरा बढ़ जाता है।
- जो लोग संक्रामक सुई द्वारा अवैध दवाएं लेते है (जैसे- हेरोइन, कोकिन) तो भी एंडोकार्डाइटिस हो जाता है
उपचार
यहां प्रदान की गई जानकारी को किसी भी मेडिकल सलाह के रूप ना समझें। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
एंडोकार्डाइटिस का निदान (Diagnosis of endocarditis) कैसे किया जाता है?
- आपके डॉक्टर एंडोकार्डाइटिस (Endocarditis) का पता आपकी मेडिकल हिस्ट्री जान कर ही लगाते हैं। निम्न तरीकों से डॉक्टर एंडोकार्डाइटिस का पता लगाते हैं :
ब्लड कल्चर टेस्ट के जरिए बैक्टीरिया और फफूंद के बारे में पता लगाया जाता है। इसके अलावा एनीमिया आदि का भी पता ब्लड टेस्ट के जरिए लगा लेते हैं।
- एंडोकार्डाइटिस (Endocarditis) के लिए इकोकार्डियोग्राम टेस्ट का प्रयोग किया जाता है। इकोकार्डियोग्राम के मदद से ध्वनि तरंगों के द्वारा दिल की तस्वीरें निकाली जाती हैं। इसके साथ ही दिल के टिश्यू में होने वाले इंफेक्शन के बारे में भी इसी टेस्ट से पता चल जाता है। इस इकोकार्डियोग्राम को मरीज के सीने पर लगा कर अल्ट्रासाउंड मशीन की तरह से ट्रांसड्यूसर लगा कर इस्तेमाल किया जाता है। जिससे आपकी जांच कर सही रिपोर्ट हासिल किया जाता है।
- जब इकोकार्डियोग्राम से रिपोर्ट स्पष्ट नहीं आती है तो डॉक्टर इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम टेस्ट करने के लिए कहते हैं। इस टेस्ट में डॉक्टर आपके दिल की धड़कनों की जांच करते हैं।
- डॉक्टर फेफड़े और दिल की स्थिति को जानने के लिए सीने का एक्स-रे करते हैं। इसके द्वारा डॉक्टर दिल के बढ़े आकार और फेफड़े में संक्रमण के बारे में जानते हैं।
- सीटी स्कैन या एमआरआई कराने से आपके दिल के साथ शरीर के अन्य हिस्सों में फैले संक्रमण के बारे में पता चल सकता है।
एंडोकार्डाइटिस का इलाज कैसे होता है?
एंडोकार्डाइटिस का सबसे बेहतर इलाज एंटीबायोटिक है। लेकिन, कभी-कभी सर्जरी की भी जरूरत पड़ती है। ताकि दिल को दुरुस्त रखा जा सके।
एंटीबायोटिक्स
एंडोकार्डाइटिस के इलाज के लिए डॉक्टर आपको हाई डोज के एंटीबायोटिक इंजेक्शन देते हैं। जिससे आपके दिल में हुए संक्रमण को कम किया जा सके। इसके लिए हो सकता है डॉक्टर आपको कुछ दिनों तक हॉस्पिटल में ही रोकें। इस दौरान आईवी एंटीबायोटिक्स आपको दिया जाता रहेगा। साथ ही डॉक्टर आपके शरीर में हो रहे बदलावों की देखरेख भी करते रहेंगे। इस दौरान अगर आपको निम्न समस्याएं हो तो डॉक्टर को तुरंत बताएं :
- बुखार
- ठंड
- सिरदर्द
- जोड़ों में दर्द
- सांस लेने में तकलीफ
इन लक्षणों के अलावा आपको डायरिया, रैशेज, खुजली या जोड़ों में दर्द जैसी समस्या भी हो सकती है। इस स्थिति में आप डॉक्टर को तुरंत बताएं।
सर्जरी
अगर संक्रमण के कारण हार्ट वॉल्व डैमेज हो जाता है या ज्यादा समस्या हो जाती है तो सर्जरी ही एक मात्र विकल्प बचता है। सर्जरी कर के डैमेज हुए हार्ट वॉल्व को रिप्लेस किया जाता है। कभी-कभी फंगल इंफेक्शन का इलाज करने के लिए भी सर्जरी की जरूरत पड़ती है। लेकिन, सर्जरी आपके स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करती है। अगर आपका स्वास्थ्य सही है तो ही सर्जरी की जा सकती है।
घरेलू उपाय
जीवनशैली में होने वाले बदलाव, जो मुझे एंडोकार्डाइटिस (Endocarditis) को ठीक करने में मदद कर सकते हैं?
एंडोकार्डाइटिस को जीवनशैली में बदलाव और कुछ घरेलू उपाय अपना कर ठीक किया जा सकता है :
- एंडोकार्डाइटिस के लक्षणों के प्रति जागरूकता ही आपका पहला इलाज है।
- अपने दांतों का खास ध्यान रखने से आपको एंडोकार्डाइटिस की समस्या नहीं होगी।
- त्वचा संबंधी संक्रमण प्रक्रियाओं को न करें, जैसे- टैटू कराना या कान व नाक छिदाना
इसके अलावा इस संबंध में आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें। क्योंकि आपके स्वास्थ्य की स्थिति देख कर ही डॉक्टर आपको उपचार बता सकते हैं। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी प्रकार की चिकित्सा और उपचार प्रदान नहीं करता है। हम उम्मीद करते हैं कि आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा। आप स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं और अन्य लोगों के साथ साझा कर सकते हैं।
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