के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
एंडोकार्डाइटिस (Endocarditis) दिल से संबंधित संक्रमण है। दिल के सबसे अंदरूनी पर्त जिसे एंडोकार्डियम कहते हैं, उसमें संक्रमण हो जाता है। एंडोकार्टिटिस आमतौर पर तब होता है जब आपके शरीर के किसी अन्य भाग से बैक्टीरिया, कवक या अन्य रोगाणु, जैसे कि आपके मुंह, आपके रक्तप्रवाह से फैलते हैं और आपके हदय को भी प्रभावित करते हैं।
एंडोकार्डाइटिस (Endocarditis) या दिल का संक्रमण बहुत दुर्लभ समस्या है। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।
एंडोकार्डाइटिस या दिल का संक्रमण होने पर निम्न लक्षण दिखते हैं :
एंडोकार्डाइटिस में अन्य असामान्य लक्षण भी सामने आ सकते हैं :
अगर आप में ऊपर बताए गए लक्षण सामने आ रहे हैं तो डॉक्टर को दिखाएं। साथ ही एंडोकार्डाइटिस से संबंधित किसी भी तरह के सवाल या दुविधा को डॉक्टर से जरूर पूछ लें। क्योंकि हर किसी का शरीर एंडोकार्डाइटिस के लिए अलग-अलग रिएक्ट करता है।
एंडोकार्डाइटिस तब होता है जब कीटाणु हमारे खून के नसों में घुस जाते हैं और पूरे शरीर में खून के साथ फैलते हैं। इसके बाद दिल के वाल्व या टिश्यू को ये कीटाणु डैमेज कर देते हैं। जरूरी नहीं कि एंडोकार्डाइटिस के लिए जर्म ही जिम्मेदार हों, फंजाई यानि कि कवक या सूक्ष्मजीवों के कारण भी होता है।
सामान्यतः आपके खून में मौजूद बैक्टीरिया या कीटाणुओं को आपका इम्यून सिस्टम नष्ट करता है। लेकिन कभी-कभी बैक्टीरिया आपके खून से होते हुए आपके दिल तक पंहुच जाते हैं तो एंडोकार्डाइटिस जैसी समस्या होती है। एंडोकार्डाइटिस को पैदा करने वाले कीटाणु निम्न तरीकों से फैलते हैं:
एंडोकार्डाइटिस या दिल का संक्रमण में कई रिस्क फैक्टर हैं :
यहां प्रदान की गई जानकारी को किसी भी मेडिकल सलाह के रूप ना समझें। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
ब्लड कल्चर टेस्ट के जरिए बैक्टीरिया और फफूंद के बारे में पता लगाया जाता है। इसके अलावा एनीमिया आदि का भी पता ब्लड टेस्ट के जरिए लगा लेते हैं।
एंडोकार्डाइटिस का सबसे बेहतर इलाज एंटीबायोटिक है। लेकिन, कभी-कभी सर्जरी की भी जरूरत पड़ती है। ताकि दिल को दुरुस्त रखा जा सके।
एंडोकार्डाइटिस के इलाज के लिए डॉक्टर आपको हाई डोज के एंटीबायोटिक इंजेक्शन देते हैं। जिससे आपके दिल में हुए संक्रमण को कम किया जा सके। इसके लिए हो सकता है डॉक्टर आपको कुछ दिनों तक हॉस्पिटल में ही रोकें। इस दौरान आईवी एंटीबायोटिक्स आपको दिया जाता रहेगा। साथ ही डॉक्टर आपके शरीर में हो रहे बदलावों की देखरेख भी करते रहेंगे। इस दौरान अगर आपको निम्न समस्याएं हो तो डॉक्टर को तुरंत बताएं :
इन लक्षणों के अलावा आपको डायरिया, रैशेज, खुजली या जोड़ों में दर्द जैसी समस्या भी हो सकती है। इस स्थिति में आप डॉक्टर को तुरंत बताएं।
अगर संक्रमण के कारण हार्ट वॉल्व डैमेज हो जाता है या ज्यादा समस्या हो जाती है तो सर्जरी ही एक मात्र विकल्प बचता है। सर्जरी कर के डैमेज हुए हार्ट वॉल्व को रिप्लेस किया जाता है। कभी-कभी फंगल इंफेक्शन का इलाज करने के लिए भी सर्जरी की जरूरत पड़ती है। लेकिन, सर्जरी आपके स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करती है। अगर आपका स्वास्थ्य सही है तो ही सर्जरी की जा सकती है।
एंडोकार्डाइटिस को जीवनशैली में बदलाव और कुछ घरेलू उपाय अपना कर ठीक किया जा सकता है :
इसके अलावा इस संबंध में आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें। क्योंकि आपके स्वास्थ्य की स्थिति देख कर ही डॉक्टर आपको उपचार बता सकते हैं। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी प्रकार की चिकित्सा और उपचार प्रदान नहीं करता है। हम उम्मीद करते हैं कि आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा। आप स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं और अन्य लोगों के साथ साझा कर सकते हैं।
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