परिचय
इंडोर एलर्जी (Indoor allergy) क्या है?
आजकल एलर्जी की समस्या हकई लोगों में देखने को मिल रही है या सामान्य शब्दों में कहा जाए तो एलर्जी (allergy) से अधिकतर लोग प्रभावित हो रहे हैं। आमतौर पर यही माना जाता है कि घर के बाहर धूल-मिट्टी, प्रदूषण या अन्य चीजों से ही लोगों को एलर्जी होती है, लेकिन ऐसा नहीं केवल बाहर की चीजों या वातावरण से ही नहीं बल्कि घर के अंदर भी रहकर आपको एलर्जी की समस्या हो सकती है। एलर्जी भी कई प्रकार की होती है, जैसे कि एक आउटडोर एलर्जेंस और दूसरी इंडोर एलर्जेंस ।
अगर हम इंडोर एलर्जेंस (Indoor allergens) की बात करें तो इसके होने का कारण घर के अंदर की धूल-मिट्टी, गंदगी ,पालतू जानवरों के बाल या रूसी, कॉकरोच आदि हो सकते हैं। बात चाहे स्वास्थ्य सुरक्षा की हो या कोई अन्य, घर को सबसे अधिक सुरक्षित माना जाता है। ऐसे में अब सवाल यह उठता है कि घर में अंदर यानी इंडोर एलर्जेंस से कैसे बचा जा सकता है और जानिए इंडोर एलर्जेंस के बारे में।
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कारण
इंडोर एलर्जेंस के क्या कारण हैं? (Cause of Indoor allergens)
इंडोर एलर्जेंस (Indoor allergens) वे तत्व हैं, जो एलर्जी का कारण बनते हैं। घर में इन एलर्जेंस का होना बहुत सामान्य है जिन्हें आप नजरअंदाज नहीं कर सकते। इन्हें इंडोर एलर्जेंस कहा जाता है। आउटडोर या इंडोर एलर्जेंस का आकार माइक्रोमीटर में हो सकता है।
धूल मिट्टी
हालांकि, वातावरण में मौजूद कई एलर्जेंस एलर्जी का कारण हो सकते हैं, लेकिन घर में जमी धूल मिट्टी इसका सबसे सामान्य कारण है। घर में मौजूद धूल-मिट्टी घर के प्रकार और घर कितना पुराना है, इस पर निर्भर करती है। यही नहीं,आपके घर का तापमान, नमी और आपके घर में कौन-कौन सी चीजे हैं। यह सब आपके घर में मौजूद धूल-मिट्टी का कारण है। इसके साथ ही आपके घर में कितने लोग, पालतू जानवर और पेड़-पौधे हैं। इस बात पर भी घर में जमी धूल-मिट्टी जिम्मेदार है। आप घर को कितना भी साफ कर लें, आपके घर में कुछ मात्रा में धूल-मिट्टी अवश्य रह जाएंगी। घर में मौजूद धूल-मिट्टी इंडोर एलर्जेंस का मुख्य कारण हैं।
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मौसम
मौसमी एलर्जी जैसे ही फीवर इंडोर एलर्जेंस और उनके कारण होने वाली एलर्जी का कारण है। इंडोर एलर्जेंस अस्थमा के लक्षणों बढ़ा दे सकते हैं। गर्मियों के अंत में एलर्जी की समस्या बदतर हो सकती है क्योंकि इस समय धूल-मिट्टी अधिक होती है। सर्दियों में एलर्जी के लक्षण बढ़ सकते हैं, जब अधिकतर घर की खिड़कियां बंद रहती है और लोग इंडोर एलर्जेंस के साथ घर में होते हैं। अगर आप इंडोर एलर्जेंस को लेकर अधिक संवेदनशील हैं तो आप में यह लक्षण अधिक देखने को मिलते हैं जब तक आप इन इंडोर एलर्जेंस के संपर्क में रहते हैं।
बिस्तर
आपका बिस्तर भी इंडोर एलर्जेंस का कारण बन सकता है। अगर आपके बिस्तर में एलर्जी कवर नहीं है तो अभी आप एलर्जी के सम्पर्क में आ सकते हैं। यही नहीं, अगर आप अपने बिस्तर और तकिये को सही से साफ नहीं करते हैं तब भी आप इनके संपर्क में आ सकते हैं।
पालतू जानवर
आपके घर में या घर से बाहर मौजूद मिट्टी या पौधों के भाग, मनुष्य या पशुओं की त्वचा या रूसी व बाल, फेब्रिक फाइबर, उन कीड़ों के टुकड़े जो मर चुके हैं, भोजन का हिस्सा जैसी चीजों से भी घर में धूल-मिट्टी फैलती और बढ़ती है। कॉकरोच और अन्य कीड़े मकोड़े भी इसका कारण है। इनसे भी एलर्जी हो सकती है।
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लक्षण
इंडोर एलर्जेंस के क्या लक्षण हैं? (Symptoms of Indoor allergens)
इंडोर एलर्जेंस के निम्नलिखित लक्षण हो सकते हैं। जैसे:
- शरीर की त्वचा पर रेशैज हो जाना
- मुंह, गला, आंख और त्वचा में खुजली होना
- नाक बहना और छींक आना
- उल्टी और दस्त की समस्या होना
- शरीर में रक्त संचार का ठीक से न होना
- भूख न लगना
- बुखार आना
- चेरहे पर सूजन आ जाना
उपचार
एलर्जी की समस्या का उपचार क्या है? (Treatment for allergy)
यदि आपको एलर्जी की समस्या बहुत जल्दी हो जाती है तो इससे बचने के लिए आपको कुछ खास बातों का ध्यान रखना आवश्यक है, जैसे कि-
धूल के कणों को नियंत्रित करें
इंडोर एलर्जेंस से बचने के लिए आप अपने घर के फर्श को साफ और सुव्यवस्थित रखें। फर्श को साफ़ और बिना किसी गलीचे के रखें खासतौर पर बैडरूम के फर्श को। अपनी दीवारों को भी साफ रखें। अगर आप गलीचे का प्रयोग कर रहे हैं तो ऐसे गलीचे का करें जिसे आराम से धोया जा सके। मोटे और भारी पर्दे व गलीचों आदि का प्रयोग न करें क्योंकि इन पर धूल-मिट्टी जल्दी जमती है।
अपने बिस्तर, तकिये आदि पर ऐसे कवर का प्रयोग करें जो एलर्जेंस का कारण न बने। समय-समय पर अपने बिस्तर, तकिये या सॉफ्ट टॉयज को गर्म पानी में धोएं और धुप में सुखायें। इन सब उपायों से आप इंडोर एलर्जेंस से कुछ हद तक बच सकते हैं।
साफ-सफाई
इंडोर एलर्जेंस से बचने के लिए अपने घर को अच्छे से नियमित रूप से साफ करें। मिट्टी को साफ करते रहें। अगर आप वैक्यूम क्लीनर का प्रयोग कर सके तो वो भी एलर्जेंस से मुक्ति पाने में मददगार हो सकता है। अगर आपको एलर्जी है तो घर का काम करते समय मास्क पहने।
पालतू जानवर
जिन लोगों को पालतू जानवरों के डंडेर(रुसी) से एलर्जी है तो उन्हें अपने घर में ऐसे पालतू जानवर नहीं रखने चाहिए खासतौर पर पंख वाले पक्षी और फर वाले जानवर। हाइपोएलर्जेनिक पालतू जानवर जैसी कोई चीज नहीं है। कुछ जानवरों के डैंडर में कम एलर्जीनिक प्रोटीन होता है।
अपने पालतू जवारों को अपने बैडरूम से दूर रखें। जब आप घर पर न हों तो अपने बैडरूम को बंद रखें। अगर आपके घर में पालतू जानवर हैं तो उनके द्वारा प्रयोग होने वाले पसंदीदा फर्नीचर या खिलौनों को बदलते रहें। नियमित रूप से अपने पालतू जानवरों को नहलाएं और ब्रश कराएं। इससे अभी एलर्जी के लक्षण कम कर सकते हैं।
पराग कणों को रोकें
वसंत और पतझड़ जैसे उच्च पराग मौसमों में भी पराग को अंदर ला सकते हैं। पराग को खिड़कियों और दरवाजों को बंद करके अंदर आने से रोकें। धूल के कण को नियंत्रित करने और नमी को कम करने के लिए गर्म मौसम में एयर कंडीशनिंग का उपयोग करें।
मोल्ड को कम करें
बाथरूम, किचन और अन्य क्षेत्रों में जहां अधिक पानी हो,वहां नमी कम रखें। इन तरीकों से आप मोल्ड को कम कर सकते हैं:
- अधिक समय तक शावर न चलने दें।
- मोल्ड और डस्ट माइट दोनों को कम करने के लिए डीह्यूमिडिफ़ायर का उपयोग करें
- हुमिडीटी मॉनिटर का उपयोग करें।
- सभी लीकेज और नमी वाले क्षेत्रों का ध्यान रखें। यदि आप फर्श पर मोल्ड देखते हैं तो इसे तुरंत साफ करें।
कॉकरोच को न आने दें
भोजन या कूड़े को बिना ढके न रखें। केमिकल के बजाय जहर बैट्स, बोरिक एसिड और जाल का उपयोग करें। रसायन आपके साइनस और अस्थमा को बढ़ा सकते हैं।
एयर क्लीनिंग डिवाइस
एयर क्लीनिंग डिवाइस इन इंडोर एलर्जेंस को रोकने में मददगार है। लेकिन हवा की गुणवत्ता को सुधरने का सबसे अच्छा तरीका है इंडोर एलर्जेंस के स्त्रोतों से छुटकारा पाना। एलर्जी से बचने और उसे कम करने के उपाय करें। अपने घर में बाहरी हवा के प्रवाह को भी बढ़ाएं और जितना संभव हो उतनी नमी को कम करें। घर में नमी के कम होने से धुल-मिट्टी कम होती है। एयर कंडीशनर नमी को कम करने में भी मदद करते हैं। वे बाहरी एलर्जी को भी रोक सकते हैं। ये कदम पराग और मोल्ड जैसे बाहरी एलर्जी को कम करने में मदद कर सकते हैं।
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सावधानियां
एलर्जी से बचने के लिए क्या सावधानियां रखें? (Precautions for allergies)
आप खुद की रक्षा कैसे करते हैं, इसी बात पर निर्भर करता है कि आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली एलर्जी और अन्य रोगों को कैसे नियंत्रित करती है। जैसे अगर आपको धूल-मिट्टी यानी इंडोर एलर्जेंस से एलर्जी है तो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली एलर्जेन के रूप में धूल के कण की पहचान करती है। इम्यूनोग्लोबुलिन E (IgE) नामक एंटीबॉडी उत्पादन करके आपका इम्यून सिस्टम अत्यधिक रिएक्शन देता है। ये एंटीबॉडी उन कोशिकाओं से गुजरते हैं जो रसायनों को छोड़ते हैं और एलर्जी रिएक्शन का कारण बनते हैं।
यह प्रतिक्रिया आम तौर पर छींकने, बहती नाक, मुंह, गले, आंखों या कानों में खुजली जैसे लक्षणों का कारण बनती है। ऐसे में अपनी प्रतिरक्षण प्रणाली यानी इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाएं। इम्यून सिस्टम के मजबूत होने से आप खुद को कई रोगों से बचा सकते हैं जिनमे एलर्जी भी शामिल है।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और इंडोर एलर्जी से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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