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उपचार
अगर आप कलाई के भार गिरे हैं, लेकिन आपको न तो अधिक दर्द है और आप की कलाई भी अच्छे से काम कर रही है, तो आप डॉक्टर के पास जाने से पहले कुछ देर यह इंतजार कर सकते हैं। ताकि, आप जान पाएं कि क्या यह फ्रैक्चर है या नहीं। इस दौरान आप वो घरेलू उपचार का इस्तेमाल कर सकते हैं जैसे स्पलिंट का प्रयोग या बर्फ का प्रयोग। इससे आपको दर्द से राहत मिलेगी।
हालांकि, अगर आप की कोहनी सुन्न है, आपकी उंगलियां पिंक हैं, या आपकी कलाई गलत एंगल में मुड़ गयी है तो आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाने और इलाज कराने की आवश्यकता है।
नॉन-सर्जिकल (Non-surgical)
डॉक्टर सबसे पहले आपकी कोहनी और बाजू की जांच करेंगे। उसके बाद आपसे इसके कारण और लक्षणों के बारे में जाना जाएगा। इसके बाद आपके फ्रैक्चर की स्थिति जानने के लिए X-Ray की सलाह दी जाती है। X-Ray से इस बात का पता चल सकता है कि क्या आपकी हड्डी टूटी है या अन्य कोई कारण है जिससे आपको दर्द और अन्य समस्याएं हो रही हैं। यही नहीं, इससे डॉक्टर आपकी समस्या के बेहतरीन उपचार के बारे में भी जान पाएंगे।
इस फ्रैक्चर का उपचार इसकी गंभीरता पर निर्भर करता है। स्मिथ’स फ्रैक्चर में सभी टूटी हड्डियों को सही तरीके से जोड़ना होता है और इस बात को सुनश्चित करना होता है कि यह हड्डियां पूरी तरह से ठीक होने तक अपनी जगह पर रहें। इसका उपचार रोगी की उम्र, फ्रैक्चर के प्रकार और एक्टिविटी आदि पर निर्भर करता है।
स्मिथ’स फ्रैक्चर में सर्जिकल और नॉनसर्जिकल दोनों विकल्प होते हैं। आमतौर पर अगर संभव हो तो डॉक्टर नॉन-सेजिकल उपचार कि सलाह देते हैं। टूटी हुई हड्डियों को वापस जगह में ले जाने की प्रक्रिया को रिडक्शन कहा जाता है। जब यह सर्जरी के बिना किया जाता है, तो इसे एक क्लोज्ड रिडक्शन कहा जाता है।
क्लोज्ड रिडक्शन के बाद डॉक्टर संभवतः टूटी हुई कलाई को एक स्प्लिंट या कास्ट में रखेंगे। इसे स्पलिंट में रखा जाता है ताकि सूजन कम हो।
सर्जिकल उपचार (Surgical treatment)
यदि हड्डी अपनी जगह से बाहर निकल जाए तो रिडक्शन की आवश्यकता नहीं, बल्कि सर्जरी की आवश्यकता होगी। हड्डियों को अपने स्थान पर वापस लाने के लिए कास्ट, मेटल पिंस, प्लेट्स और स्क्रू का प्रयोग किया जाता है