इन लक्षणों के नजर आने पर या महसूस होने पर तनाव ना लें सिर्फ जल्द से जल्द डॉक्टर से कंसल्ट कर उनके द्वारा बताई गई दवाओं और सलाहों का पालन करें।
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(पीरियड्स और महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़ी खास जानकारी के लिए नीचे दिए इस वीडियो लिंक को क्लिक करें।)
ऑस्टियोपोरोसिस का इलाज कैसे किया जाता है?
अगर किसी महिला को ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या है, तो डॉक्टर निम्नलिखित तरह से इलाज करते हैं। जैसे:
दवाएं (Medicine)-
- एलेंड्रोनेट (Alendronate) (बिनोस्टो, फोसामेक्स [Binosto, Fosamax])
- रिसेड्रोनेट (एक्टोनेल, एटेलविया [Risedronate [Actonel, Atelvia])
- इबानड्रोनेट (Ibandronate) (बोनिवा) (Boniva)
- जोलेड्रोनिक एसिड (रेक्लास्ट, जोमेटा [Zoledronic acid, Reclast, Zometa])
ऑस्टियोपोरोसिस की तकलीफ को दूर करने के लिए ये दवाएं प्रिस्क्राइब की जा सकती हैं।
नोट: इन दवाओं का सेवन अपनी मर्जी से ना करें। डॉक्टर द्वारा प्रिस्क्राइब करने के बाद ही इनका सेवन करें और जितनी डोज लेने की सलाह दी गई हो, उतनी ही लें। जरूरत से ज्यादा इन दवाओं का सेवन नुकसानदायक भी हो सकता है।
हॉर्मोन थेरिपी (Hormone Therapy)-
हेल्थ एक्सपर्ट इस्ट्रोजन, विशेषरूप से मेनोपॉज के तुरंत बाद शुरू कर सकते हैं। इससे हड्डियों को स्ट्रॉन्ग करने में मदद मिलती है। हालांकि इस्ट्रोजन थेरिपी ब्लड क्लॉटिंग, एंडोमेट्रियल कैंसर (Endometrial cancer) और संभावित हार्ट की बीमारी (Heart problem) के खतरे को बढ़ा देती है। इसलिए कम उम्र की महिलाओं को ईस्ट्रोजेन देने का निर्णय हेल्थ कंडिशन को ध्यान में रखकर किया जाता है।
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मेनोपॉज के दौरान ऑस्टियोपोरोसिस के जोखिम को कैसे कम करें? (Reducing the risk of Osteoporosis during Menopause)

मेनोपॉज के पड़ाव में पहुंचने के साथ-साथ अगर महिलाएं निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें, तो ऑस्टियोपोरोसिस से जुड़ी समस्याओं को कम किया जा सकता है। जैसे:
1. बोन हेल्थ से जुड़े रिसर्च सेंटर हेल्दी बोन्स ऑस्ट्रेलिया (Healthy Bones Australia) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार 50 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं को 1300 mg कैल्शियम का सेवन रोजाना करना चाहिए। कैल्शियम की पूर्ति के लिए दूध के अलावा महिलाएं सोया और आलमंड मिल्क का सेवन करें, आलमंड, ब्राजील नट्स, फर्म टोफू हरी सब्जियां और सैल्मन (Salmon) मछली का सेवन करना लाभकारी माना जाता है।
2. विटामिन डी (Vitamin D) का सेवन करें। ध्यान रखें विटामिन डी कैल्शियम को एब्सॉर्ब करने में सहायक होता है। इसलिए संतुलित मात्रा में इसका सेवन लाभकारी माना जाता है।
3. ऑस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis) की समस्या होने पर नियमित वर्कआउट (Workout) करें। नैशनल ऑस्टियोपोरोसिस फाउंडेशन (National Osteoporosis Foundation) में पब्लिश्ड एक रिपोर्ट के अनुसार ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को कम करने के लिए वेट-बेयरिंग (Weight-bearing) और मसल-स्ट्रैंथनिंग एक्सरसाइज (Muscle-Strengthening Exercises) करने से लाभ मिलता है।
4. नियमित एक्सरसाइज के अलावा रिसर्च रिपोर्ट्स के अनुसार 30 से 40 मिनट की फिजिकल एक्टिविटी (Physical activity) जरूर करना चाहिए। इससे भी ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या से बचने या कम करने में सहायता मिलती है।
नोट: हाई इंटेंसिटी वाले वर्कऑउट्स को ना करें। इसलिए बेहतर होगा पहले एक्सपर्ट से बात करें, वर्कआउट करने का तरीका समझें और आपकी बॉडी के अनुसार आपको कितना वर्कआउट करना चाहिए, ये जानें और फिर एक्सरसाइज करें।
5. कैफीन (Caffeine) का सेवन कम से कम करें।
6. एल्कोहॉल (Alcohol) का सेवन ना करें।
7. स्मोकिंग (Smoking) से भी दूरी बनायें।
इन बताओं को ध्यान में रखकर ऑस्टियोपोरोसिस के खतरों को कम किया जा सकता है और अगर किसी महिला को ऑस्टियोपोरोसिस और मेनोपॉज (Osteoporosis and Menopause) दोनों ही स्थिति बन रही है, तो उन्हें भी लाभ मिल सकता है।
अगर आप ऑस्टियोपोरोसिस और मेनोपॉज (Osteoporosis and Menopause) से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा। अगर आप ऑस्टियोपोरोसिस या मेनोपॉज से जुड़े अपने सवालों को कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।
(ऑस्टियोपोरोसिस और मेनोपॉज ही नहीं, मेनोपॉज का दिल के साथ भी है रिश्ता। जानने के लिए नीचे दिए इस क्विज को खेलें।)