फ्लेक्सिबिलिटी एक्सरसाइजेज (Flexibility Exercises)
फिटनेस एक्टिविटी (Fitness Activity) में फ्लेक्सिबिलिटी एक्सरसाइज भी शामिल हैं। फ्लेक्सिबिलिटी कम होने के कारण हम कई परेशानियों का सामना कर सकते हैं जैसे दर्द और बैलेंस में कमी आना। फ्लेक्सिबिलिटी को बढ़ाने वाली एक्टिविटीज जोड़ों को सही बनाने रखने में भी मददगार है। कुछ फ्लेक्सिबिलिटी एक्सरसाइज (Flexibility Exercise) इस प्रकार हैं:
स्ट्रेचिंग (Stretching)
स्ट्रेचिंग करने से न केवल आपके शरीर की फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ेगी बल्कि बल्कि एक्सरसाइज करते हुए या सामान्य जीवन में भी चोट लगने की संभावना कम हो सकती है। स्ट्रेचिंग की शुरुआत आप थोड़ी वाक करके कर सकते हैं। एक्सरसाइज से पहले स्ट्रेचिंग करके ही व्यायाम शुरू करने की सलाह दी जाती है।
योगा (Yoga)
यह बात तो साबित हो चुकी है कि योगा शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने का सबसे अच्छा तरीका है। योग न केवल शारीरिक समस्याओं जैसे ब्लड प्रेशर, अधिक वजन, मधुमेह, इम्युनिटी, पेट की समस्याओं को दूर करता है। बल्कि, तनाव, चिंता आदि को दूर करके आपको एक हैप्पी लाइफ प्रदान करने में भी सहायक है। योगासन जैसे सूर्य नमस्कार (Surya Namaskar), प्राणायाम (Pranayam), ताड़ासन(Tadasan), त्रिकोणासन (Trikonasan), उत्कटासन (Utkatasana) आदि आपको स्वस्थ जीवन जीने में मदद कर सकते हैं।

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पिलाटे (Pilate)
पिलाटे फिटनेस एक्टिविटी (Fitness Activity) का वो तरीका है जिसमें शरीर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। इसके साथ ही हमारे पैरों, कमर, पेट आदि की भी अच्छी एक्सरसाइज हो जाती है। शेप में आने के लिए भी पिलाटे मददगार है। जानिए, पिलाटे के एक तरीके रोल-अप को कैसे करें।
- रोल अप करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल पर जमीन पर लेटें।
- अब अपनी बाजुओं को ऊपर की तरह ले जाएं।
- गहरी सांस लेते हुए बाहर छोड़ें और अपनी थोड़ी को छाती की तरफ ले जाते हुए बैठने की स्थिति में आ जाएं।
- इस दौरान अपने हाथों को पैरों से छूने की कोशिश करें।
- यह करने के बाद फिर से सामान्य स्थिति में आ जाएं और इसे दोहराएं।

मसल स्ट्रेंथ (Muscle Strength)
मांसपेशियों को मजबूत करने वाली शारीरिक गतिविधियां (Physical Activities) स्ट्रेंथ बढ़ाने के काम आती है। यह एक्टिविटीज शरीर के कई भागों को प्रभावित करती हैं जैसे टांगे, कूल्हे, पीठ, छाती, पेट, कंधे आदि। अगर आप मांसपेशियों को मजबूत बनाना चाहते हैं तो इन फिटनेस एक्टिविटीज (Fitness Activities) को ट्राई कर सकते हैं।
वेट लिफ्टिंग (Weight Lifting)
ऐसा माना जाता है कि वेट लिफ्टिंग सिर्फ मांसपेशियों को मजबूत करने और मसल्स बनाने के लिए की जाती है। लेकिन, इसके कई अन्य लाभ भी हैं जैसे वजन कम करने में लाभदायक, पोस्चर में सुधार लाने के लिए, बेहतरीन नींद के लिए या किसी, सूजन को कम करने के लिए। लेकिन वेट लिफ्टिंग को जिम में और किसी विशेषज्ञ की निगरानी में करना ही बेहतर है।
पुशअप्स (Push-ups)
पुशअप्स एक ऐसी फिटनेस एक्टिविटी (Fitness Activity) है जिससे छाती, कंधे, ट्राइसेप्स, टांगों आदि को फायदा होता है और यह मजबूत होते हैं। पुशअप्स को आप कहीं भी कभी भी कर सकते हैं। जानिए स्टैंडर्ड पुशअप्स कैसे किया जाता है।
स्टैंडर्ड पुश अप्स करने का तरीका
- इसके करने के लिए सबसे पहले आपको प्लांक की स्थिति में आना होगा। यानी, जमीन में पेट के बल लेटना जिसमें आपकी हथेलियां जमीन पर हों और पैर जमीन की और बिलकुल सीधे हों।
- अब हथेलियों को ऐसे ही जमीन पर रख कर अपने शरीर को जमीन की तरफ ले जाएं ताकि आपका सीना जमीन को छुए।
- इसके बाद अपने शरीर को फिर से पहले वाली स्थिति में ले आएं।
- इसी तरह से इसे बार-बार दोहराएं ।

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स्क्वॉट (squat)
स्क्वॉट के व्यायाम के लिए लोअर बॉडी का प्रयोग किया जाता है। इसलिए, स्क्वाट वो स्ट्रेंथ एक्सरसाइज है, जो हमारे शरीर के निचले हिस्से जैसे कूल्हे, टांगों, कमर आदि के लिए बेहद लाभदायक है। जोड़ों के लिए भी इस व्यायाम को अच्छा माना जाता है।
कैसे करें
- स्क्वॉट करने के लिए इस मुद्रा में रहें, जैसे आप कुर्सी पर बैठ रहे हों।
- आपके घुटने मुड़े हुए होने चाहिए और आपका वजन एड़ियों पर होना चाहिए।
- अब शुरुआती स्थिति में खड़े हो जाएं।
- इस प्रक्रिया को बार-बार दोहराएं।
- अगर आप ऐसे स्क्वाट नहीं कर पाते हैं, तो आप कुर्सी का सहारा भी ले सकते हैं।

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