पेरिमेनोपॉज का इलाज निम्नलिखित तरह से किया जाता है। जैसे:
हॉर्मोन थेरिपी (Hormone Therapy): सिस्टेमिक (Systemic) एस्ट्रोजन थेरिपी दवा, जेल एवं क्रीम के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे पेरिमेनोपॉज की वजह से होने वाली परेशानी जैसे रात के वक्त जरूरत से ज्यादा पसीना आने की समस्या दूर होती है। पेरिमेनोपॉज के इलाज दौरान पेशेंट की मेडिकल हिस्ट्री को ध्यान में रखकर एस्ट्रोजन (Estrogen) की डोज डॉक्टर तय करते हैं। ईस्ट्रोजेन के सेवन से हड्डियों से जुड़ी तकलीफ को भी दूर करने में मदद मिलती है।
वजायनल ईस्ट्रोजेन (Vaginal Estrogen): अगर वजायना जरूरत से ज्यादा ड्राय हो रही है, तो वजायनल टैबलेट (Vaginal tablets) या क्रीम इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। इससे वजायना में होने वाले रूखेपन को दूर किया जा सकता है और इंटरकोर्स के दौरान होने परेशानियों से भी राहत मिल सकती है।
डिप्रेशन की दवाइयां (Depression medicine): पेरिमेनोपॉज का इलाज कर रहे डॉक्टर को ऐसा लगता है कि महिला पेरिमेनोपॉज की वजह से डिप्रेशन (Depression) का शिकार हो रही है, तो डॉक्टर सेलेक्टिव सेरोटोनिन रिउप्टेक इनहिबिटर्स (Selective Serotonin Reuptake Inhibitors [SSRIs]) प्रिस्क्राइब करते हैं। यह दवा एंटी-डिप्रेशन की तरह काम करती है और मेनोपॉज से जुड़ी परेशानियों को भी कम करने में मददगार साबित हो सकती है।
गाबापेन्टिन (न्युरोन्टिन) (Gabapentin) (Neurontin): गाबापेन्टिन (न्युरोन्टिन) डॉक्टर पेशेंट को दौरे पड़ने की स्थिति में देते हैं, लेकिन कई बार पेशेंट की कंडिशन को देखते हुए इस दवा को भी प्रिस्क्राइब करते हैं।