परिचय
स्टोमाटाइटिस क्या है?
स्टोमाटाइटिस मुंह से संबंधित एक समस्या है। जिसमें मुंह में घाव या छाले हो जाते हैं। ये छाले मुंह में कहीं भी हो सकते हैं, जैसे- होंठ, जीभ, गाल के अंदर की तरफ और मसूड़ों में हो सकते हैं। स्टोमाटाइटिस दो तरह के होते हैं- हर्पिस स्टोमाटाइटिस (ठंडे छाले) और एफ्थस स्टोमाटाइटिस (कैंकर छाले)।
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कितना सामान्य है स्टोमाटाइटिस होना?
स्टोमाटाइटिस होना बहुत सामान्य है। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।
लक्षण
स्टोमाटाइटिस के क्या लक्षण है?
स्टोमाटाइटिस के सामान्य लक्षण निम्न हैं :
कैंकर सोर्स:
- दर्द वाले हो सकते हैं
- ठीक होने में 5 से 10 दिन का समय लगता है
- वापस हो जाना
- आमतौर पर बुखार के साथ न आना
कोल्ड सोर्स:
- आमतौर पर दर्द भरे हाेते हैं
- ठीक होने में 7 से 10 दिन का समय लगता है
- कभी-कभी ठंड या फ्लू जैसे लक्षण से जुड़े होते हैं
- मुंह में छाले होना, जिसका आधार लाल और ऊपरी सतह पीली होती है। अक्सर ये होंठों, गालों में या जीभ पर होता है।
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मुझे डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
ऊपर बताए गए लक्षणों में से कोई भी लक्षण सामने आने पर आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए। हर किसी पर स्टोमाटाइटिस का अलग-अलग असर पड़ता है। इसलिए अपने डॉक्टर से जरूरपरामर्श ले लें।
कारण
स्टोमाटाइटिस होने के कारण क्या है?
हर्पिस स्टोमाटाइटिस के मामले में हर्पिस सिम्पलेक्स वायरस 1 (HSV-1) संक्रमण हो जाता है। ये बच्चों में सबसे सामान्य समस्या है। ये अक्सर छह माह से पांच साल तक के बच्चों को हो जाता है। जिन्हें HSV-1 संक्रमण होता है उन्हें ठंडे छाले निकलते हैं। वहीं, HSV-2 गुप्तांगों में हर्पिस को बढ़ावा देता है। लेकिन दोनों वायरस एक जैसे नहीं है।
एफ्थस स्टोमाटाइटिस में मुंह के अंदर गालों की तरफ छाले या छोटे गड्ढे हो जाते हैं। जो मसूड़ों, होठों या जीभ तक फैल सकते हैं। ये 10 साल से 19 साल के लोगों में सामान्यतः पाया जाता है।
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स्टोमाटाइटिस होने के अन्य कारण निम्न है :
- मुंह के टिश्यू सूख जाते हैं
- मुंह में घाव होना या दुर्घटनावश गालों का अंदर की तरफ से कट जाना
- सेलिएक डिजीज
- खाने को लेकर सेंसटिविटी, जैसे- स्ट्रॉबेरी, खट्टे फल, कॉफी, चॉकलेट, अंडे, चीज़ या नट्स से सेंसटिविटी
- मुंह के बैक्टीरिया के कारण एलर्जी होना
- आंतों में जलन को कारण
- एचआईवी/एड्स
- कमजोर इम्यून सिस्टम
- विटामिन बी-12, फॉलिक एसिड, आयरन या जिंक की कमी के कारण
- कुछ दवाओं के कारण
- तनाव
- कैंडिडा अल्बिकेंस इंफेक्शन
जोखिम
स्टोमाटाइटिस के साथ मुझे क्या समस्याएं हो सकती हैं?
स्टोमाटाइटिस में होने वाली समस्याओं की जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।
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उपचार
यहां प्रदान की गई जानकारी को किसी भी मेडिकल सलाह के रूप ना समझें। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
स्टोमाटाइटिस का निदान कैसे किया जाता है?
स्टोमाटाइटिस का पता उसके होने के कारण के आधार पर लगाया जाता है। अल्सर आदि की डॉक्टर जांच करते हैं। इसके अलावा कुछ अन्य टेस्ट करने के लिए डॉक्टर कहते हैं :
- बैक्टीरियल और वायरस के सैंपल लोना
- फंगल इफेंक्शन का पता लगाने के लिए टिश्यू को खुरच के निकालना
- बायोप्सी कराते हैं
- ब्लड टेस्ट
- एलर्जी के लिए पैच टेस्ट कराते हैं।
इन सभी टेस्ट के अलावा डॉक्टर आपकी मेडिकल हिस्ट्री चेक करते हैं। इसके अलावा डॉक्टर आपके पार्टनर से सेक्सुअल हिस्ट्री के बारे में पूछते हैं। सभी तरह की जांच के बाद डॉक्टर स्टोमाटाइटिस का इलाज शुरू करते हैं।
स्टोमाटाइटिस का इलाज कैसे होता है?
मुंह में हुए घाव के लिए सामान्यतः दो हफ्ते के अंदर बिना किसी इलाज के खुद ही ठीक हो जाते हैं। इसके अलावा डॉक्टर लक्षणों और कारणों के आधार पर इलाज करते हैं। मुंह के छालों में होने वाले दर्द से राहत पहुंचाने के लिए कुछ हिदायत डॉक्टर देते हैं:
- नमकीन, तीखा, खट्टा आदि स्वाद के चीजों से पहरेज करना
- टायलेनॉल या आईब्यूफ्रेन जैसे पेनकीलर लें
- मुंह में जलन को कम करने के लिए ठंडे पानी से गार्गल करें
कैंकर छालों को ठीक करने के लिए डॉक्टर निम्न सलाह देते हैं :
- ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं
- नमक पानी से मुंह साफ करें
- पूरी तरह से डेंटल केयर का ध्यान रखें
- लिडोकैन या जाइलोकैन जैसी सुन्न करने की दवाएं छालों के ऊपर लगाएं (ये छह साल के कम उम्र के बच्चों के लिए नहीं है)
- मसूड़ों पर कॉर्टिकोस्टेरॉइड यानी कि ट्राईएम्सिनॉलोन डेंटल पेस्ट का इस्तेमाल करें।
- ब्लिस्टेक्स और कैंफो-फेनिक को किसी भी तरह के छालों या मुंह में हुए घाव पर लगाने से तुरंत राहत मिलती है।
इसके अलावा कुछ अन्य इलाज हैं :
- लाइडेक्स जेल
- एफ्थासोल
- पेरिडेक्स माउथवॉश
अगर विटामिन बी-12 की कमी से आपको बार-बार मुंह में छाले हो जा रहे हैं तो डॉक्टर से मिलें। वहीं, हर किसी को पेनकीलर या सभी तरह की दवाएं सूट नहीं करती हैं। उदाहरण के लिए, अगर पेरिड्निसॉन (prednisone) दवा को किसी डायबिटिक व्यक्ति को दिया जाए तो उसका शुगर लेवल ऊपर चला जाएगा। ऐसे में बिना डॉक्चर की सलाह के दवा न लें।
कोल्ड सोर्स को ठीक करने के लिए कुछ अन्य इलाज हैं :
- वैलासाइक्लोविर का डोज स्टोमाटाइटिस के शुरुआती लक्षण सामने आते ही लेने से आराम मिलता है।
- एंटीवायरल एजेंट जैसे मलहम को लगाने से बी आराम मिलता है।
- घाव वाले स्थान पर बर्फ लगाने से आराम मिलता है।
- एल-लाइसिन टैबेलेट देने से संक्रमण और छाले होने का खतरा कम होता है।
घरेलू उपाय
जीवनशैली में होने वाले बदलाव क्या हैं, जो मुझे स्टोमाटाइटिस को ठीक करने में मदद कर सकते हैं?
कुछ आसान से उपाय अपना कर आप स्टोमाटाइटिस से राहत पा सकते हैं :
- नॉन-एल्कोहॉलिक माउथवॉश
- मुलायम टूथब्रश
- पोषक तत्वों को डायट में शामिल करें
- रेगुलर डेंटल केयर लेते रहें।
- इस संबंध में आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें। क्योंकि आपके स्वास्थ्य की स्थिति देख कर ही डॉक्टर आपको उपचार बता सकते हैं।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
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