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Acetylcholine receptor antibody: एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी क्या है?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Shayali Rekha द्वारा लिखित · अपडेटेड 19/08/2020

Acetylcholine receptor antibody: एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी क्या है?

परिचय

एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी क्या है? (What is Acetylcholine receptor antibody?)

एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी (AChR) एक प्रकार का ब्लड टेस्ट है। जिसमें एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी का पता लगाया जाता है। एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी ऐसा पदार्थ है जो मांसपेशियों के सेल मेमब्रेन पर एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर्स को जुड़ने से रोकता है।

एसिटाइलकोलिन मांसपेशियों में संकुचन यानी कि कॉन्ट्रेक्शन को प्रेरित करते हैं। वहीं, एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी मांसपेशियों को सिकुड़ने से रोकता है, जिससे जकड़न महसूस होती है। ये समस्या मायस्थेनिया ग्रेविस (MG) के लक्षणों में से एक है। एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी 85% मायस्थेनिया के मरीजों में पाया जा सकता है।

एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी एक ऐसा टेस्ट है जिससे मायस्थेनिया का सटीक रिजल्ट आता है। इसके अलावा इस टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद डॉक्टर मायस्थेनिया का इलाज शुरू करते हैं।

इस टेस्ट में तीन तरह की एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी का पता लगाया जाता है:

  • एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर बाइंडिंग एंटीबॉडी (AChR binding antibodies)
  • एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर ब्लॉकिंग एंटीबॉडी (AChR blocking antibodies)
  • एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर मॉड्युलेटिंग एंटीबॉडी (AChR modulating antibodies)

और पढ़ेंः HCG Blood Test: जानें क्या है एचसीजी ब्लड टेस्ट?

एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी टेस्ट क्यों किया जाता है? (Why is Acetylcholine receptor antibody Test done?)

एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी निम्न परिस्थितियों में किया जाता है :

  • मायस्थेनिया ग्रेविस (myasthenia gravis) के लक्षण सामने आने के बाद डॉक्टर इस टेस्ट को करने के लिए कहते हैं।
  • मायस्थेनिया ग्रेविस को ठीक करने के लिए की जाने वाली इम्यूनोसप्रेसिव थेरिपी को मॉनिटर करने के लिए यह टेस्ट कराए जाने की सलाह दी जाती है।

मायस्थेनिया ग्रेविस के लक्षण निम्न हैं :

  • ड्रूपिंग आईलिड (Drooping eyelid)
  • सीने के मसल्स में कमजोरी के कारण सांस लेने में कठिनाई होना 
  • चबाने, निगलने में कठिनाई होना, जिससे बार-बार गैगिंग, चोकिंग या ड्रोलिंग होती है (Difficulty chewing,  swallowing, gagging, choking and drooling)
  • सीढ़ियां चढ़ने में परेशानी होना (Having trouble in climbing stairs)
  • बात करने में कठिनाई होना (Having difficulty in talking)
  • सिर का झुका रहना (Trouble holding up your head)
  • चेहरे की मांसपेशियों का कमजोर होना  (Weakening of facial muscle)
  • हमेशा थकान महसूस होना (Always feeling tired)
  • आवाज बैठना या आवाज बदल जाना  (Change in voice)
  • डबल विजन (दो-दो दिखाई देना) (Double vision)
  • फोकस करने में कठिनाई होना (Decreased eye movement control)
  • बात करने में परेशानी महसूस होना (Slurred speech)

ऊपर बताए गए लक्षणों के साथ-साथ बच्चों में नजर आने वाले लक्षण निम्नलिखित हैं।

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जानिए जरूरी बातें

एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी टेस्ट करवाने से पहले मुझे क्या पता होना चाहिए? (What do I need to know before getting Acetylcholine Receptor (AChR) Antibody test?)

टेस्ट को कुछ दवाएं प्रभावित करती है, जिस कारण से झूठा-पॉजिटिव रिजल्ट आता है :

  • एमियोट्रॉपिक लैटरल स्कलेरोसिस लेने पर
  • कोबरा वेनम के साथ इलाज करने पर
  • पेनीसिलामिन मायस्थेनिया सिंड्रोम या लैम्बर्ट-ईटन सिंड्रोम

ये दवाएं एंटीबॉडी के लेवल को खून में बढ़ाती है, जिससे रिपोर्ट प्रभावित होती है।

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प्रक्रिया

एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी के लिए मुझे खुद को कैसे तैयार करना चाहिए? (How should i prepare myself for Acetylcholine Receptor (AChR) Antibody test?)

एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी टेस्ट कराने से पहले आपको कोई विशेष तैयारी नहीं करनी होती है। इसलिए ज्यादा जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से बात कर लें। टेस्ट कराने के लिए आप छोटे बांह की शर्ट पहन के जाएं ताकि टेस्ट के लिए हाथ से खून निकालने में आसानी रहे।

और पढ़ें: Breast MRI : ब्रेस्ट एमआरआई क्या है?

एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी टेस्ट में होने वाली प्रक्रिया क्या है? (What is the process of Acetylcholine Receptor (AChR) Antibody test?)

इस टेस्ट की प्रक्रिया बेहद आसान है, आइए एक नजर डालते हैं:

  • सबसे पहले हेल्थ प्रोफेशनल आपके बाजू (Upper Arm) में एक इलास्टिक बैंड बांधेंगे। जिससे आपके खून का प्रवाह रूक जाएगा।
  • फिर जहां से खून निकालना होगा वहां पर एल्कोहॉल से साफ करते हैं।
  • आपके हाथ की नस में सुई डाल कर खून निकाल लेते है।
  • निकाले हुए खून को एक ट्यूब में भर कर सुरक्षित रख देंगे।
  • जहां से खून निकालते हैं, वहां पर रूई से दबा देते हैं ताकि खून बहना बंद हो जाए।

एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी के बाद क्या होता है? (What happens after Acetylcholine Receptor (AChR) Antibody test?)

ब्लड का सैंपल लेने के बाद उसे जांच के लिए लैब में भेज दिया जाएगा। टेस्ट के बाद आप तुरंत सामान्य हो जाएंगे। आप चाहे तो तुरंत घर जा सकते हैं। किसी भी तरह की समस्या होने पर आप हेल्थ प्रोफेशनल से तुरंत बात करें। ब्लड टेस्ट का रिजल्ट आपको एक या दो दिन में मिल जाएगा।

रिजल्ट को समझें

एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी टेस्ट के रिजल्ट का क्या मतलब है? (What does the result of Acetylcholine Receptor (AChR) Antibody test mean?)

अलग लैब की रिपोर्ट अलग-अलग आ सकती है। इसलिए टेस्ट के रिजल्ट के बारे में अपने डॉक्टर से बात कर लें। आपके रिजल्ट में निम्न बातें लिखी हो सकती है :

नॉर्मल रिजल्ट :

  • एसिटाइलकोलिन से एंटीबॉडी का बंधन (शरीर में) ≤0.02 nmol / L
  • एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर का एंटीबॉडीज आल्टर (मांसपेशियों में) 0-20%
  • धारीदार मांसपेशियों (Striated muscle) की एंटीबॉडीज <1:60

असामान्य रिजल्ट (Abnormal result) :

एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी की मात्रा खून में ज्यादा होने पर ही पॉजिटिव रिजल्ट आता है। एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी से निम्न समस्याएं होती हैं :

वहीं, बता दें कि एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी की रिपोर्ट हॉस्पिटल और लैबोरेट्री के तरीकों पर निर्भर करती है। इसलिए आप अपने डॉक्टर से टेस्ट रिपोर्ट के बारे में अच्छे से समझ लें।

एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी की मात्रा हमारे ब्लड में मौजूद नहीं होती है। एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी एक तरह का ऑटोएंटीबॉडी और ये ऑटोइम्यून को रेस्पॉन्स करता है। अगर किसी व्यक्ति के इस टेस्ट कि रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो इसका मतलब है कि आप मायस्थेनिया ग्रेविस की समस्या से परेशान हैं। 

मायस्थेनिया ग्रेविस का कोई इलाज नहीं है। इसके ट्रीटमेंट के दौरान महिलाओं को बिना किसी प्रारंभिक संकेत के पीरियड्स आ सकते हैं। जिन दवाओं की सलाह दी जा सकती है उनमें से कुछ यह हैं : नियोस्टीग्मिन पाइरिडोस्टिग्माइन, प्रेडनिसोन, एजैथीओप्रिन, साइक्लोस्पोरिन या मायकोफेनोलेट मोफेटिल। यदि मायस्थेनिया ग्रेविस (Myasthenia Gravis) में आपको सांस लेने में कठिनाई होती है, तो आपको अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता हो सकती है। जहां आपको वेंटिलेटर से  सांस लेने में सहायता की जाती है ।

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अन्य उपाय प्लास्माफेरेसिस और इम्यूनोग्लोबुलिन इनफ्यूजन हैं। प्लास्माफेरेसिस डायलिसिस के समान एक फिल्टरिंग प्रॉसेस है। इसमें ब्लड को एक मशीन के माध्यम से रूट किया जाता है जो एंटीबॉडी को हटाता है। हालांकि इसका प्रभाव आमतौर पर केवल कुछ हफ्तों तक रहता है और बार-बार इस प्रॉसेस को दोहराने से नसों में सूजन जैसी स्थिति भी आ जाती है।

उम्मीद करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। हैलो हेल्थ के इस आर्टिकल में एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी टेस्ट से जुड़ी हर मुमकिन जानकारी देने का प्रयास किया गया है। यदि आप इससे जुड़ी अन्य कोई जानकारी पाना चाहते हैं या अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से कंसल्ट करें।

डिस्क्लेमर

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

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