के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी (AChR) एक प्रकार का ब्लड टेस्ट है। जिसमें एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी का पता लगाया जाता है। एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी ऐसा पदार्थ है जो मांसपेशियों के सेल मेमब्रेन पर एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर्स को जुड़ने से रोकता है।
एसिटाइलकोलिन मांसपेशियों में संकुचन यानी कि कॉन्ट्रेक्शन को प्रेरित करते हैं। वहीं, एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी मांसपेशियों को सिकुड़ने से रोकता है, जिससे जकड़न महसूस होती है। ये समस्या मायस्थेनिया ग्रेविस (MG) के लक्षणों में से एक है। एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी 85% मायस्थेनिया के मरीजों में पाया जा सकता है।
एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी एक ऐसा टेस्ट है जिससे मायस्थेनिया का सटीक रिजल्ट आता है। इसके अलावा इस टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद डॉक्टर मायस्थेनिया का इलाज शुरू करते हैं।
इस टेस्ट में तीन तरह की एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी का पता लगाया जाता है:
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एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी निम्न परिस्थितियों में किया जाता है :
मायस्थेनिया ग्रेविस के लक्षण निम्न हैं :
ऊपर बताए गए लक्षणों के साथ-साथ बच्चों में नजर आने वाले लक्षण निम्नलिखित हैं।
टेस्ट को कुछ दवाएं प्रभावित करती है, जिस कारण से झूठा-पॉजिटिव रिजल्ट आता है :
ये दवाएं एंटीबॉडी के लेवल को खून में बढ़ाती है, जिससे रिपोर्ट प्रभावित होती है।
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एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी टेस्ट कराने से पहले आपको कोई विशेष तैयारी नहीं करनी होती है। इसलिए ज्यादा जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से बात कर लें। टेस्ट कराने के लिए आप छोटे बांह की शर्ट पहन के जाएं ताकि टेस्ट के लिए हाथ से खून निकालने में आसानी रहे।
इस टेस्ट की प्रक्रिया बेहद आसान है, आइए एक नजर डालते हैं:
ब्लड का सैंपल लेने के बाद उसे जांच के लिए लैब में भेज दिया जाएगा। टेस्ट के बाद आप तुरंत सामान्य हो जाएंगे। आप चाहे तो तुरंत घर जा सकते हैं। किसी भी तरह की समस्या होने पर आप हेल्थ प्रोफेशनल से तुरंत बात करें। ब्लड टेस्ट का रिजल्ट आपको एक या दो दिन में मिल जाएगा।
अलग लैब की रिपोर्ट अलग-अलग आ सकती है। इसलिए टेस्ट के रिजल्ट के बारे में अपने डॉक्टर से बात कर लें। आपके रिजल्ट में निम्न बातें लिखी हो सकती है :
एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी की मात्रा खून में ज्यादा होने पर ही पॉजिटिव रिजल्ट आता है। एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी से निम्न समस्याएं होती हैं :
वहीं, बता दें कि एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी की रिपोर्ट हॉस्पिटल और लैबोरेट्री के तरीकों पर निर्भर करती है। इसलिए आप अपने डॉक्टर से टेस्ट रिपोर्ट के बारे में अच्छे से समझ लें।
एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी की मात्रा हमारे ब्लड में मौजूद नहीं होती है। एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी एक तरह का ऑटोएंटीबॉडी और ये ऑटोइम्यून को रेस्पॉन्स करता है। अगर किसी व्यक्ति के इस टेस्ट कि रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो इसका मतलब है कि आप मायस्थेनिया ग्रेविस की समस्या से परेशान हैं।
मायस्थेनिया ग्रेविस का कोई इलाज नहीं है। इसके ट्रीटमेंट के दौरान महिलाओं को बिना किसी प्रारंभिक संकेत के पीरियड्स आ सकते हैं। जिन दवाओं की सलाह दी जा सकती है उनमें से कुछ यह हैं : नियोस्टीग्मिन पाइरिडोस्टिग्माइन, प्रेडनिसोन, एजैथीओप्रिन, साइक्लोस्पोरिन या मायकोफेनोलेट मोफेटिल। यदि मायस्थेनिया ग्रेविस (Myasthenia Gravis) में आपको सांस लेने में कठिनाई होती है, तो आपको अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता हो सकती है। जहां आपको वेंटिलेटर से सांस लेने में सहायता की जाती है ।
अन्य उपाय प्लास्माफेरेसिस और इम्यूनोग्लोबुलिन इनफ्यूजन हैं। प्लास्माफेरेसिस डायलिसिस के समान एक फिल्टरिंग प्रॉसेस है। इसमें ब्लड को एक मशीन के माध्यम से रूट किया जाता है जो एंटीबॉडी को हटाता है। हालांकि इसका प्रभाव आमतौर पर केवल कुछ हफ्तों तक रहता है और बार-बार इस प्रॉसेस को दोहराने से नसों में सूजन जैसी स्थिति भी आ जाती है।
उम्मीद करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। हैलो हेल्थ के इस आर्टिकल में एसिटाइलकोलिन रिसेप्टर एंटीबॉडी टेस्ट से जुड़ी हर मुमकिन जानकारी देने का प्रयास किया गया है। यदि आप इससे जुड़ी अन्य कोई जानकारी पाना चाहते हैं या अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से कंसल्ट करें।
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