वेरापामिल के बारे में जानें
वेरापामिल (Verapamil) का इस्तेमाल किसके लिए किया जाता है?
वेरापामिल को भोजन या भोजन के बिना अन्य दवाइयों के साथ हाई ब्लड प्रेशर के उपचार के लिए किया जाता है। हाई ब्लड प्रेशर को कम करने से स्ट्रोक्स, हार्ट अटैक और किडनी की समस्याओं से बचने में मदद मिलती है। वेरापामिल को कैल्शियम चैनल ब्लॉकर भी कहा जाता है। यह ब्लड वेसल्स को आराम पहुंचाती है, जिससे खून के प्रवाह में आसानी होती है।
वेरापामिल छाती के दर्द (एनजाइना) को दूर करने में भी सहायक है। इससे एक्सरसाइज को करने की क्षमता को बढ़ाने और एनजाइना अटैक को कम करने में मदद मिलती है। अगर आपकी तेज़/असामान्य हार्टबीट है तो वेरापामिल का प्रयोग करके हार्ट रेट को नियंत्रित करने में भी मदद मिलती है।
अन्य इस्तेमाल: इस सेक्शन में इस दवाई के वो फायदे भी बताये गए हैं जो प्रोफेशनल लेवलिंग में लिस्टेड नहीं हैं। लेकिन, आपके डॉक्टर इसकी सलाह दे सकते हैं इस दवाई का प्रयोग तभी करें जब आपके डॉक्टर ने इसकी सलाह दी हो। अन्य प्रकार की दिल की बिमारियों के उपचार में भी इस दवाई का प्रयोग किया जा सकता है।
और पढ़ें: AB Phylline: ए बी फाइलिन क्या है? जानिए इसके उपयोग, साइड इफेक्ट्स और सावधानियां
वेरापामिल (Verapamil) का इस्तेमाल कैसे करना चाहिए?
- इस दवाई को मुंह के माध्यम से भोजन या भोजन के बिना दिन में 3 या 4 बार या डॉक्टर की सलाह के अनुसार रोजाना लेना चाहिए l
- इसकी डोज आपकी मेडिकल स्थिति और ट्रीटमेंट के रिस्पांस पर निर्भर करती हैl
- इस दवाई के पूरे फायदे पाने के लिए इसका नियमित रूप से प्रयोग करेंl
- हाई ब्लड प्रेशर के उपचार के लिए इस दवाई का पूरा फायदा पाने के लिए आपको एक हफ्ता लग सकता है। इस दवाई का सेवन तब भी जारी रखना चाहिए, जब आप अच्छा महसूस करते हैं।
- छाती के दर्द से बचने के लिए इस दवाई को रोजाना लेना आवश्यक है। जब छाती में दर्द हो उसी समय इसे नहीं लेना चाहिए। अचानक अटैक होने पर डॉक्टर द्वारा बताई दूसरी दवाई लें।
- डॉक्टर की सलाह के बिना इस दवाई को अचानक लेना बंद न करें।
- अगर आपकी स्थिति न सुधरे बल्कि और भी बिगड़ जाए तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।
वेरापामिल को कैसे स्टोर करूं?
वेरापामिल को हमेशा रूम टेंपरेचर पर ही स्टोर करना चाहिए। इसे धूप के सीधे प्रकाश या नमी से दूर रखें। इसे डैमेज होने से बचाने के लिए कभी भी इसे फ्रीज में स्टोर करके न रखें। स्टोर से जुड़ी जानकारी जुटाने के लिए दवा के पैकेज पर लिखे हुए जरूरी निर्देशों को अच्छे से पढ़ें या फिर अपने डॉक्टर से इसके बारे में पूछे। सुरक्षा के लिए, आपको सभी दवाओं को बच्चों और पालतू जानवरों से दूर रखना चाहिए।
दवा का इस्तेमाल न करने पर या उसके एक्सपायर होने पर, डॉक्टर के निर्देश के बिना इसे न ही टॉयलेट में फ्लश करें और न ही नाली में फेकें। सुरक्षित रूप से दवा को नष्ट करने के बारे में अपने फार्मासिस्ट से पूछे।
सावधानियां और चेतावनी
वेरापामिल (Verapamil) का उपयोग करने से पहले मुझे क्या पता होना चाहिए?
इस दवाई को लेने से इस बात को जान लें कि इस दवाई से आपको फायदे अधिक होने चाहिए । यह निर्णय आप और आपके डॉक्टर लेंगे। इस दवा के लिए, निम्नलिखित पर विचार किया जाना चाहिए:
एलर्जी
अगर आपको इस दवाई या किसी अन्य दवाई से कोई एलर्जी है ,तो अपने डॉक्टर को अवश्य बताएं। यही नहीं, अगर आपको किन्ही अन्य चीज़ों से भी एलर्जी है जैसे भोजन, डाई, परिरक्षक या जानवरों से तो भी डॉक्टर की सलाह लें। जिन उत्पादों की सलाह न दी हो तो उस उत्पाद के लेबल या पैकेज को अच्छे से पढ़ कर ही उसका प्रयोग करें।
बच्चों के उपचार में
बच्चों के उपचार के लिए वेरापामिल टेबलेट के उपयोग की सलाह नहीं दी जाती। इसकी सुरक्षा और प्रभाव के बारे में जानकारी उपलब्ध नहीं है। बच्चों के उपचार में ऐडसरका टैबलेट के प्रभावों के लिए उम्र के संबंध में उचित अध्ययन नहीं किया गया है। सुरक्षा और क्षमता के बारे में जानकारी नहीं है।
वृद्धावस्था
आज तक किए गए अध्ययनों में वृद्धावस्था में इस दवाई की से होने वाली समस्याओं के बारे में जानकारी नहीं मिलती है। हालांकि, बुजुर्गों में इस दवाई के लाभ सीमित हो सकते हैं। बुजुर्ग रोगियों में उम्र के बढ़ने के साथ-साथ किडनी की समस्या होने की संभावना अधिक होती है, जिसके लिए मरीजों को वेरापामिल की खुराक की एडजस्टमेंट सावधानी और सतर्कता से करने की आवश्यकता हो सकती है।
क्या प्रेग्नेंसी या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान वेरापामिल लेना सुरक्षित है?
प्रेग्नेंसी या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान लेना सुरक्षित है या नहीं इस बारे में पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नहीं है। इस दवा को लेने से पहले संभावित लाभ और जोखिमों को जानने के लिए हमेशा अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
और पढ़ें : ओमेप्राजोल क्या है? जानिए इसके उपयोग, साइड इफेक्ट्स और सावधानियां
जानिए इसके साइड इफेक्ट्स
वेरापामिल के साइड इफेक्ट्स
अगर आप इन में से एलर्जी के कोई भी संकेत देखें तो तुरंत मेडिकल मदद लें जैसे:
सांस लेने से समस्या, होठ, चेहरे या गले में सूजन आदि।
अगर आपको यह गंभीर साइड इफ़ेक्ट महसूस हों तो अपने डॉक्टर से मिलें:
- हार्टबीट का तेज या कम होना
- बुखार, गला खराब होना, और फफोलों के साथ सिर दर्द और त्वचा पर लाल चकत्ते;
- आपकी आंखों, जीभ, जबड़े या गर्दन में मांसपेशियों की मूवमेंट;
- सांस कम आना
- सूजन, लगातार वजन का बढ़ना, या
- मतली, पेट में दर्द, कम बुखार, भूख में कमी, गहरे रंग का मूत्र, मिट्टी के रंग का मल, पीलिया (त्वचा या आंखों का पीला पड़ना)
कम गंभीर साइड इफ़ेक्ट इस प्रकार हैं:
- कब्ज, जी मिचलाना;
- त्वचा पर लाल चकत्ते या खुजली;
- चक्कर आना, सिरदर्द, थकान महसूस करना; या
- गर्मी, खुजली, लालिमा
सभी इन साइड इफेक्ट्स को महसूस नहीं करते। कुछ ऐसे साइड इफ़ेक्ट भी हो सकते हैं जिन्हें ऊपर न बताया गया हो। अगर आप कोई भी साइड इफेक्ट महसूस करते हैं तो अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
और पढ़ें : क्रेमाफीन क्या है? जानिए इसके उपयोग, साइड इफेक्ट्स और सावधानियां
इन जरूरी बातों को जानें
कौन-सी दवाएं वेरापामिल के साथ इस्तेमाल नहीं की जा सकती हैं?
जिन दवाइयों को आप ले रहे हैं, उनके साथ वेरापामिल मिल कर प्रभाव डाल सकती है। इससे दवाई का प्रभाव बदल सकता है और साइड इफेक्ट्स का जोखिम भी बढ़ सकता है। ड्रग इंटरेक्शन से बचने के लिए आपको उन सब दवाइयों और उत्पादों की सूची बना लेनी चाहिए, जिनका प्रयोग आप करते हैं। यह सूची अपने डॉक्टर के साथ शेयर करें। सुरक्षित रहने के लिए अपनी मर्जी से और बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी दवाई की डोज को लेना बंद शुरू या उसमे परिवर्तन न करें।
नीचे दी हुई किसी भी दवाई को वेरापामिल के साथ लेने की सलाह नहीं दी जाती। आपके डॉक्टर इस बात का निर्णय ले सकते हैं कि इस दवाई के साथ आपका इलाज करना है या किसी अन्य दवाई को इसके विकल्प के रूप में उपयोग करेंगे।
- कोल्चीसीन
- डॉफेटिलिड
- लोमीटपेड
इस दवाई को नीचे दी गयी अन्य दवाइयों के साथ लेने की सलाह नहीं दी जाती, लेकिन कुछ मामलों में इन्हे दिया जा सकता है। अगर दोनों दवाइयों को साथ में लेने की सलाह दी गयी है तो आपके डॉक्टर इसकी डोज में परिवर्तन कर सकते हैं ।
- असबतोलोल
- एडेनोसाइन
- अफाटिनिब
- अल्प्रेनोलोल
- ऐमियोडैरोन
- एपिक्साबन
- अरिपीप्राजोल
- आटाजानवीर
- एटेनोलोल
- एटोरवास्टेटिन
- बेटेक्सोलोल
- बेवंतोलोल
- बिसोप्रोलोल
- बोसुतिनिब
- बुसिंडोलोल
- ब्यूपीवसाइन
- बुपीवाकेन लिपोसोम
- कार्बामाज़ेपाइन
- करतेआलोल
- सर्वेदिलोल
- केलीप्रोलोल
- सरीतिनिब
- क्लॉरिथ्रोमयसिन
- क्लोनिडीन
- क्लोपिडोग्रेल
- क्लोज़पिन
- कोबिसिस्टेट
- क्रिज़ोटिनिब
- सीक्लोबेन्ज़ापरिन
- दबीगतरन एटेक्लेट
- डबराफेनिब
- डंट्रोलेन
- डायजोक्सिन
- दिलवालोल
- डोमपेरिडोंन
- डॉक्सोरूबिसिन
- डॉक्सोरूबिसिन हाइड्रोक्लोराइड लिपोसोम
- ड्रोनेदारोंन
- एलिगलुस्तात
- एप्लेरेनॉन
- एर्लोटिनिब
- इरीथ्रोमाइसीन
- एस्केलरबाज़ेपाइन एसीटेट
- एस्मोलोल
- एवेरोलीमुस
- फ़ेंटानील
- फिंगोलिमोड़
- हीड्रोकोडोंन
- इब्रतिनिब
- इडेललीसिब
- इफॉस्फॅमिड
- इवाब्राडीन
- कटोकोनाज़ोल
- लाबेटालोल
- लक्समिड
- लेवोबुनोलोल
- लोवस्टाटिन
- लउरासिडोंन
- मेपिन्डोलोल
- मेपिवसीएन
- मेटिप्राणोलोल
- मेटोप्रोलोल
- मिटोटान
- अफ़ीम का सत्त्व
- मॉर्फिन सल्फेट लिपोसोम
- नाडोलोल
- नालोसेगोल
- नेबीवोलोल
- निलोटिनिब
- नींटेदानिब
- ओस्प्रेनोलोल
- पेनबुटोलोल
- पिंडोलोल
- पिपेराक्वीन
- पिसंटरोंन
- प्रीमिडोंन
- प्रोप्रानोलोल
- रनोलाज़िन
- सिलटुक्सीमब
- सीमेपरवीर
- सींवास्टैटिन
- सोटोलोल
- टालिनोलोल
- टेरटाटोलोल
- टिमोलोल
- टीज़नीड़न
- टोल्वापटान
- टोपोटेकन
- तरबेस्टेडिन
- विलजोडोंन
- विन्क्रिस्टाईन
- विन्क्रिस्टाइन सल्फेट लिपोसोम
निम्नलिखित दवाओं में से किसी के साथ इस दवा का उपयोग करने से कुछ साइड इफेक्ट्स का खतरा बढ़ सकता है। लेकिन, दोनों दवाओं का उपयोग करना आपके लिए सबसे अच्छा इलाज हो सकता है। यदि दोनों दवाईयां एक साथ लेने की सलाह ली जाती हैं, तो आपके डॉक्टर खुराक बदल सकते हैं।
- एसिक्लोफेनाक
- असमेटाकिन
- अमोलमेटिन गुआसिल
- एस्पिरिन
- ब्रोमफेनाक
- बुफ़ेसमक
- बसपिरों
- केलकॉक्सिब
- चोलिन सैलिसिलेट
- क्लोनिक्सिन
- साइक्लोस्पोरिन
- डाल्फोप्रिस्टीन
- देसिबूप्रोफेन
- देषकेतोप्रोफेन
- डाईक्लोफेनाक
- डिफ़्लूनिसाल
- दिगिटोक्सिन
- डीपीरोंन
- दुटस्टरीडे
- एटोटोलक
- एटोफेनामेट
- एटोरिकोक्सीब
- फैबिनक
- फेनप्रोफेन
- फिरदीनोल
- फिराज़ोंन
- फ़्लेकैनीड
- फ्लोक्टाफेनिन
- फ्लुफ़ेनमिक एसिड
- फ्लूरबिप्रोफेन
- फोस्फीनाइटोइन
- आइबूप्रोफेन
- इबुप्रोफेन लाइसिन
- इंडिनवीर
- इंडोमिथैसिन
- केटप्रोफेन
- केट्रोलक
- लिथियम
- लॉरनॉक्सीकॉम
- लोक्सोप्रोफेन
- लुमिराकसिब
- मेक्लोफेनामेट
- मेफ़ानामिक एसिड
- मेलोक्सीकॉम
- मिडाज़ोलम
- मोरणीफलूमेट
- नबुमेटोंन
- नेपरोक्सन
- नेपाफेनाक
- नेविरेपीन
- निफ्लुइमिक एसिड
- निमिलिड
- ओक्सप्रोजिन
- ओक्स्कार्बज़ेपिंन
- ऑक्सीफेनबुटज़ोन
- पंकरोनियम
- परेकॉक्सिब
- फेनोबार्बिटल
- फेनिलबुताज़ोंन
- फ़िनाइटोइन
- पिकेटप्रोफेन
- पिरोक्सिकाम
- प्राणप्रोफेन
- प्रोग्लूमेटाकिन
- प्रोपीफेनाज़ोंन
- प्रोकाजोंन
- क्विनोप्रिस्टीन
- रिफपेंटीन
- रोफेकोक्सिब
- सलिसीक्लिक एसिड
- सलसलेट
- सिरोलिमस
- सोडियम सैलिसिलेट
- सेंट जॉन पौधा
- टेडिसमिल
- टेलीट्रोमैकिन
- टेनोक्सीकॉम
- टियाप्रोफेनिक एसिड
- टॉलफेनिक एसिड
- टोलमेटिन
- टूबोकरारिन
- वाल्डेकोक्सीब
- वेकरोनियम
क्या भोजन या एल्कोहॉल के साथ वेरापामिल का इस्तेमाल किया जा सकता है?
वेरापामिल को भोजन या अल्कोहल के साथ लेने से दवाई के काम करने के तरीके में प्रभाव पड़ सकता है। भोजन और अल्कोहल के साथ इस दवाई के इंटरेक्शन के बारे में कृपया अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से अवश्य पूछ लें।
वेरापामिल (Verapamil) खाने से स्वास्थ्य पर किस तरह का प्रभाव पड़ सकता है?
वेरापामिल आपकी हेल्थ कंडीशन पर अपना प्रभाव डाल सकता है। यह इंटरेक्शन आपकी हेल्थ कंडीशन को और भी ख़राब या दवाई के प्रभाव को कम कर सकती है। यह बहुत आवश्यक है कि हमेशा अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट को अपनी मौजूदा हेल्थ कंडीशंस के बारे में बताएं। खासतौर पर, अगर:
- कंजेस्टिव हार्ट फेलियर या
- मांसपेशियों के रोग या
- पल्मोनरी इडिमा (फेफड़ों में फ्लूइड)—सावधानी से प्रयोग करें. यह स्थितियां बिगड़ सकती हैं।
- हार्ट ब्लॉक या
- हार्ट समस्याएं (जैसे वोल्फ-पार्किंसन-वाइट सिंड्रोम, लोन-गनोंग-लेविन सिंड्रोम) या
- लौ ब्लड प्रेशर या
- सिक साइनस सिंड्रोम —इस स्थिति वाले रोगी को प्रयोग नहीं करना चाहिए।
- किडनी की समस्याएं या
- लिवर समस्याएं- सावधानी से प्रयोग करें।
[mc4wp_form id=’183492″]
डोजेज
यहां पर दी गई जानकारी को डॉक्टर की सलाह का विकल्प न मानें। किसी भी दवा या सप्लिमेंट का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
वयस्कों के लिए वेरापामिल की क्या डोज है?
ओरल: चिकित्सा के पहले सप्ताह के भीतर वेरापामिल के एंटीहाइपरटेंसिव प्रभाव स्पष्ट हैं।
इमिडिएट रिलीज टेबलेट:
शुरुआती डोज: 80 मिलीग्राम ओरली दिन में 3 बार; वैकल्पिक रूप से, 40 मिलीग्राम मौखिक रूप से दिन में 3 बार उन रोगियों पर विचार किया जा सकता है, जो कम खुराक (उदाहरण के लिए, दस्त) को रेस्पॉन्ड कर सकते हैं।
मेंटेनन्स डोज:ऊपरी अनुमापन चिकित्सीय प्रभावकारिता पर आधारित होना चाहिए,जिसका मूल्यांकन डोज इंटरवेल के अंत में किया जाता है। रोजाना 360 और 480 मिलीग्राम डोज का प्रयोग करना चाहिए लेकिन इस बात का कोई प्रमाण नहीं हैं है कि 360 मिलीग्राम से अधिक खुराक अतिरिक्त प्रभाव प्रदान कर सकती है।
सस्टेनड रिलीज टेबलेट
शुरुआती डोज: सुबह 180 मिलीग्राम दिन में एक बार भोजन के साथ: वैकल्पिक रूप से, भोजन के साथ सुबह एक बार 120 मिलीग्राम मौखिक रूप से उन रोगियों को दी जाती है, जिनकी वेरापामिल के लिए रिस्पांस अधिक होता है।
मेंटेनेंस डोज: ऊपरी अनुमापन चिकित्सकीय प्रभावकारिता और सुरक्षा पर आधारित होना चाहिए,जिसका मूल्यांकन हर हफ्ते किया जाता है, यानि पिछली डोज के लगभग 24 घंटे बाद।
यदि प्रारंभिक खुराक से पर्याप्त प्रतिक्रिया नहीं मिली है, तो इसका ऊपरी अनुमापन हो सकता है।
सस्टेनडी रिलीज कैप्सूल्स
शुरुआती डोज: सुबह 240 मिलीग्राम दिन में एक बार भोजन के साथ: वैकल्पिक रूप से, भोजन के साथ सुबह एक बार 120 मिलीग्राम मौखिक रूप से उन रोगियों को दी जाती है, जिनकी वेरापामिल के लिए रिस्पांस अधिक होता है।
मेंटेनेंस डोज: ऊपरी अनुमापन चिकित्सकीय प्रभावकारिता और सुरक्षा पर आधारित होना चाहिए,जिसका मूल्यांकन हर हफ्ते किया जाता है, यानि पिछली डोज के लगभग 24 घंटे बाद।
यदि प्रारंभिक खुराक से पर्याप्त प्रतिक्रिया नहीं मिली है, तो इसका ऊपरी अनुमापन हो सकता है।
एक्सटेंडेड रिलीज टेबलेट
शुरुआती डोज:180 मिलीग्राम ओरली दिन में एक बार रात को सोते हुए
मैंटेनस डोज:अगर प्रारंभिक खुराक के साथ पर्याप्त प्रतिक्रिया नहीं मिल रही है, तो यह ऊपरी टाइट्रेट हो सकता है।
एक्सटेंडेड रिलीज कैप्सूल्स
शुरुआती डोज: 200 मिलीग्राम ओरली दिन में एक बाद सोने से पहले; दुर्लभ मामलों में शुरुआती डोज
100 मिलीग्राम दिन में एक बार दी जाये लेकिन ऐसा उन रोगियों को दिया जाता है जिनमे वेरापामिल को लेकर रेस्पॉन्स बंद जाए।
मेंटेनेंस डोज: ऊपरी अनुमापन डोज लेने के 24 घंटे बाद चिकित्सकीय प्रभावकारिता और सुरक्षा पर आधारित होना चाहिए। यदि प्रारंभिक खुराक के साथ पर्याप्त प्रतिक्रिया नहीं मिली है, तो यह ऊपरी टाइट्रेट हो सकता है।
बच्चों के लिए वेरापामिल की कितनी डोज चाहिए?
1 साल से कम उम्र: आमतौर पर गंभीर एपनिया, ब्रैडीकार्डिया, हाइपोटेंशन रिएक्शन और कार्डियक अरेस्ट के संभावित जोखिम के कारण इस उम्र के बच्चों को इसकी सलाह नहीं दी जाती; IV कैल्शियम बेडसाइड पर उपलब्ध होना चाहिएI
शुरुआती डोज : 0.1 से 0.2 mg/kg/डोज (सामान्यतया सिंगल डोज की रेंज: 0.75 से 2 mg/डोज)
रिपीट डोज : 0.1 to 0.2 mg/kg/डोज (सामान्यतया सिंगल डोज की रेंज: 0.75 से 2 mg/डोज)
पहली डोज के 30 मिनट के बाद अगर शुरुआती रिस्पांस सही न हो
बाद की खुराक के लिए एक आगामी अंतराल निर्धारित नहीं किया गया है और प्रत्येक रोगी के लिए यह अलग होना चाहिए।
1 से 15 साल:
शुरुआती डोज: 0.1 से 0.3 mg/kg/डोज (सामान्यतया सिंगल डोज की रेंज: 2 से 5 mg/डोज)
रिपीट डोज : 0.1 से 0.3 mg/kg/डोज (सामान्यतया सिंगल डोज की रेंज: 2 से 5 mg/डोज)
पहली डोज के 30 मिनट के बाद अगर शुरुआती रिस्पांस सही न हो; 10 mg की डोज नहीं बढ़ाई जा सकती
बाद की खुराक के लिए एक आगामी अंतराल निर्धारित नहीं किया गया है और प्रत्येक रोगी के लिए यह अलग होना चाहिए।
वेरापामिल किस रूप में आती है?
वेरापामिल निम्नलिखित रूप और स्ट्रेंथ में आती है?
- टेबलेट 180 mg; 240 mg
- इंजेक्शन
ओवरडोज या आपातकालीन स्थिति में क्या करना चाहिए?
ओवरडोज या आपातकालीन स्थिति के लिए अपने स्थानीय डॉक्टर या हॉस्पिटल से संपर्क करें।
ओवरडोज के लक्षण यह हो सकते हैं:
- चक्कर आना
- धुंधली दृष्टि
- धीमा, तेज, या असामान्य दिल की धड़कन
- सीजर
- बैचैनी
- सांस लेने या निगलने में कठिनाई
यदि मुझसे वेरापामिल की डोज मिस हो जाए तो मुझे क्या करना चाहिए?
अगर आपसे वेरापामिल की डोज मिस हो जाए, तो जितना जल्दी हो सके इसे ले लें। हालांकि, अगर दूसरी खुराक का समय हो गया है, तो डबल डोज लेने की बजाय एक डोज मिस कर दें।
[embed-health-tool-bmi]