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ब्रेस्टफीडिंग के दौरान कैसी होनी चाहिए महिला की डायट, जानिए यहां

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr. Shruthi Shridhar


Shayali Rekha द्वारा लिखित · अपडेटेड 16/01/2020

    ब्रेस्टफीडिंग के दौरान कैसी होनी चाहिए महिला की डायट, जानिए यहां

    डिलिवरी के बाद मां के शरीर को बहुत ज्यादा ऊर्जा की जरूरत पड़ती है। जिसके लिए एक संतुलित डायट (Balance Dite) लेना बहुत जरूरी हो जाता है। यूं तो सब कहते हैं कि गर्भावस्था में ज्यादा खाना चाहिए, क्योंकि  मां के द्वारा लिए गए भोजन से बच्चे को पोषण प्राप्त होता है। लेकिन, इसका ये मतलब बिल्कुल भी नहीं है कि स्तनपान (Breastfeeding) कराने वाली मां सिर्फ अपने लिए खाती हैं। बल्कि जब तक स्तनपान कराएंगी तब तक उन्हें अपने बच्चे के लिए भी खाना है। ब्रेस्टफीडिंग में डायट का सही होना काफी जरूरी है। खास कर के शुरू के छह माह तक तो संतुलित डायट (Diet) लेना एक मां के लिए बेहद जरूरी है। अब आप सोच में पड़ गई होंगी कि संतुलित डायट के लिए डायट चार्ट (Diet Chart) कहां से लाएं। फिक्र न करें हैलो हेल्थ आपको बताएगा कि स्तनपान के दौरान आपको क्या-क्या खाना चाहिए। जानिए ब्रेस्टफीडिंग में डायट कैसी होनी चाहिए और किन बातों का खास ख्याल रखना चाहिए।

    स्तनपान कराने वाली मां अपने डायट चार्ट में शामिल करें ये पोषक तत्व

    वाराणसी के अभिलाषा नर्सिंग होम की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. कुमकुम अग्रवाल ने बताया कि “स्तनपान कराने वाली मां को सिर्फ दूध उत्पादन के लिए नहीं, बल्कि गुणवत्तापूर्ण दूध उत्पादन के लिए खाना चाहिए। मां को अपने डायट में सभी तरह के पोषक तत्वों को शामिल करना चाहिए।”

    भोजन का समय आहार
    सुबह 8 बजे एक कप चाय, खजूर और 7-8 भीगे बादाम
    नाश्ता 9 बजे एक ग्लिास दूध, 1/2 कप बादाम शीरा, एक फल या पालक/मेथी के तीन पराठें, दो अंडे, उपमा या पोहा, 
    सुबह 1 बजे एक फल और एक मेथी का लड्डू
    दोपहर का भोजन 1 बजे एक कप सलाद, दो रोटी, एक कप चावल, एक कप सब्जी, एक कप दाल, एक कप मछली करी
    शाम 4 बजे एक ग्लिास दूध, एक गोंद लड्डू
    शाम 6 बजे एक कप चाय, एक कप स्प्राउट
    रात का भोजन 9 बजे एक कप सलाद, दो रोटियां, एक कप चावल, एक कप हरी पत्तेदार सब्जियां, एक कप दाल
    बिस्तर पर जाने से पहले एक गिलास दूध

    ब्रेस्टफीडिंग में डायट – दूध या दूध से बने पदार्थ लें

    स्तनपान कराने वाली मां को अपने भोजन में दूध को जरूर जगह देनी चाहिए। इसके लिए आप दूध, दही या पनीर को शामिल करना चाहिए। दूध से बनी हुई सभी तरह की चीजें खाने से आपके शरीर हुई क्षति जल्द ही ठीक हो जाएगी। 

    ब्रेस्टफीडिंग में डायट – स्टार्च को बनाएं डायट का हिस्सा

    संतुलित आहार में स्टार्च की मात्रा को जरूर शामिल करना चाहिए। क्योंकि, स्टार्च कार्बोहाइड्रेट का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है। स्टार्च में पाए जाने वाला फाइबर बच्चे की त्वचा और हड्डियों के लिए बहुत जरूरी होता हैै। स्टार्च के लिए आप चावल, मिक्स अनाजों के आटे से बनी रोटी, चावल, आलू, सूजी, जौ (Oats), ब्रेड आदि खाना चाहिए। जिसमें मौजूद फाइबर और कार्बोहाइड्रेट दूध उत्पादन में भी मदद करते हैं।

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    ब्रेस्टफीडिंग में डायट – प्रोटीन की होती है सख्त जरूरत

    प्रोटीन की जरूरत सभी को होती है लेकिन, स्तनपान कराने वाली मां को प्रोटीन की जरूरत सबसे ज्यादा होती है। इसके लिए मां अपने आहार में दाल, फलियां, अंडा, मछली, मांस, मेवे आदि को शामिल कर सकती हैं। स्तनपान कराने वाली मां को एक दिन में लगभग 71 ग्राम प्रोटीन की आवश्यकता होती है। मां को ध्यान देना चाहिए कि वह प्रोटीन की पूरी मात्रा एक साथ न लें, बल्कि दो से तीन बार में लें।

    ब्रेस्टफीडिंग में डायट – फल और सब्जियां डायट में है जरूरी

    स्तनपान कराने वाली मां को अपने हर आहार में फल और सब्जियां जरूर से शामिल करना चाहिए। फलों और सब्जियों से विटामिन और कई तरह के मिनरल्स मिलते हैं। जो शिशु के स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी होता है। आप फलों और सब्जियों में सेब, सेलरी, स्ट्रॉबेरी, पालक, अंगूर, शिमला मिर्च, आलू, प्याज, मक्का, अनानास, एवोकाडो, मटर, आम, बैंगन, कीवी आदि को शामिल कर सकते हैं।

    ब्रेस्टफीडिंग में डायट – आयरन खून बनाने में करे मदद

    आयरन की गोलियां एक महिला को गर्भावस्था में दी जाती हैं, ताकि बच्चे के शरीर के अंदर रक्त बन सके। यह प्रक्रिया सिर्फ गर्भावस्था तक ही नहीं सिमित रहती है, बल्कि स्तनपान कराने तक जारी रहती है। बच्चे के शरीर में आयरन की मात्रा मां के दूध से ही पहुंचती है। मां को अपने आहार में दालें, अंकुरित फलियां, हरी पत्तेदार सब्जियां, मांस, मछली और अंडे आदि को शामिल करना चाहिए।

    ब्रेस्टफीडिंग में डायट – कैल्शियम से होंगी शिशु की हड्डियां मजबूत

    दूध में कैल्शियम की मात्रा होती है। इसलिए मां को अपने दूध में कैल्शियम की मात्रा को बढ़ाना होगा। इसके लिए मां को दूध, मछली, सहजन, बादाम, काजू, चावल, कैल्शियम फोर्टिफाइड भोजन का सेवन करना चाहिए।

    ब्रेस्टफीडिंग में डायट – डायट में भरपूर मात्रा में लें विटामिन

    विटामिन-ए से बच्चे के आंखों की रोशनी विकसित होने में मदद मिलती है। इसके लिए गाजर, अंडे, मछली का तेल, टमाटर, शिमला मिर्च, मटर, आम आदि चीजें स्तनपान कराने वाली मां को खाना चाहिए। 

    विटामिन-सी (Vitamin C) आयरन को शरीर में समिल्लित होने में मदद करता है। इसके लिए खट्टे फल, आंवला, संतरा, अमरूद, मौसमी, पपीता आदि खाने चाहिए। इन सभी फलों में विटामिन सी पर्याप्त मात्रा में होती है।

    विटामिन-डी (Vitamin D) आपके और शिशु की हड्डियों के लिए बहुत जरूरी है। विटामिन डी के लिए मां को रोज सुबह सूरज उगते ही हल्की गुलाबी धूप में बैठना चाहिए। इससे शरीर को विटामिन डी मिलता है। इसके अलावा अंडे की जर्दी, मांस, फोर्टिफाइड अनाज, तैलीय मछलियां आदि विटामिन डी के अच्छे स्रोत है। जिनका सेवन स्तनपान कराने वाली मां कर सकती है।

    ब्रेस्टफीडिंग में डायट – शुरुआत में लें हाई कैलोरी के डायट

    डिलिवरी के तुरंत बाद मां को हाई कैलोरी की जरूरत होती है। इसके लिए मां को हाई कैलोरी के आहार लेने चाहिए। इसके लिए डिलिवरी के बाद मां को मेवे, गुड़, घी आदि देना चाहिए। जिससे मां द्वारा बच्चे को भी विकास के लिए पोषक आहार मिल सकेंगे।

    तो अगर आप अपने बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कराती हैं और आपको लगता है कि आपकी डायट ठीक नहीं है तो आप ऊपर बताई गई ब्रेस्टफीडिंग में डायट को फॉलो कर सकती हैं। आप चाहें तो एक बार न्यूटिशिनिस्ट से भी संपर्क कर सकते हैं। वो आपको ब्रेस्टफीडिंग में डायट लेने के लिए आपको एक डायट चार्ट भी दे सकते हैं, जो आपके काम आएंगे।

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