संतुलित आहार में स्टार्च की मात्रा को जरूर शामिल करना चाहिए। क्योंकि, स्टार्च कार्बोहाइड्रेट का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है। स्टार्च में पाए जाने वाला फाइबर बच्चे की त्वचा और हड्डियों के लिए बहुत जरूरी होता हैै। स्टार्च के लिए आप चावल, मिक्स अनाजों के आटे से बनी रोटी, चावल, आलू, सूजी, जौ (Oats), ब्रेड आदि खाना चाहिए। जिसमें मौजूद फाइबर और कार्बोहाइड्रेट दूध उत्पादन में भी मदद करते हैं।
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ब्रेस्टफीडिंग में डायट – प्रोटीन की होती है सख्त जरूरत
प्रोटीन की जरूरत सभी को होती है लेकिन, स्तनपान कराने वाली मां को प्रोटीन की जरूरत सबसे ज्यादा होती है। इसके लिए मां अपने आहार में दाल, फलियां, अंडा, मछली, मांस, मेवे आदि को शामिल कर सकती हैं। स्तनपान कराने वाली मां को एक दिन में लगभग 71 ग्राम प्रोटीन की आवश्यकता होती है। मां को ध्यान देना चाहिए कि वह प्रोटीन की पूरी मात्रा एक साथ न लें, बल्कि दो से तीन बार में लें।
ब्रेस्टफीडिंग में डायट – फल और सब्जियां डायट में है जरूरी
स्तनपान कराने वाली मां को अपने हर आहार में फल और सब्जियां जरूर से शामिल करना चाहिए। फलों और सब्जियों से विटामिन और कई तरह के मिनरल्स मिलते हैं। जो शिशु के स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी होता है। आप फलों और सब्जियों में सेब, सेलरी, स्ट्रॉबेरी, पालक, अंगूर, शिमला मिर्च, आलू, प्याज, मक्का, अनानास, एवोकाडो, मटर, आम, बैंगन, कीवी आदि को शामिल कर सकते हैं।
ब्रेस्टफीडिंग में डायट – आयरन खून बनाने में करे मदद
आयरन की गोलियां एक महिला को गर्भावस्था में दी जाती हैं, ताकि बच्चे के शरीर के अंदर रक्त बन सके। यह प्रक्रिया सिर्फ गर्भावस्था तक ही नहीं सिमित रहती है, बल्कि स्तनपान कराने तक जारी रहती है। बच्चे के शरीर में आयरन की मात्रा मां के दूध से ही पहुंचती है। मां को अपने आहार में दालें, अंकुरित फलियां, हरी पत्तेदार सब्जियां, मांस, मछली और अंडे आदि को शामिल करना चाहिए।
ब्रेस्टफीडिंग में डायट – कैल्शियम से होंगी शिशु की हड्डियां मजबूत
दूध में कैल्शियम की मात्रा होती है। इसलिए मां को अपने दूध में कैल्शियम की मात्रा को बढ़ाना होगा। इसके लिए मां को दूध, मछली, सहजन, बादाम, काजू, चावल, कैल्शियम फोर्टिफाइड भोजन का सेवन करना चाहिए।