प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाएं ऐसे फूड को प्रिफर करती हैं जो उनके लिए और साथ ही बच्चे के लिए हेल्दी हो। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के लिए फोलेट से भरपूर फूड का सेवन बहुत जरूरी होता है। गर्भावस्था के दौरान फोलिक एसिड की कमी को पूरा करने के लिए डॉक्टर सप्लीमेंट भी देते हैं। ऐसे में खाने में फोलेट से भरपूर फूड के लिए मूंग दाल का सेवन बेहतर उपाय साबित हो सकता है। जिन महिलाओं को उचित मात्रा में फोलेट प्राप्त नहीं होता है उनके बच्चे को बर्थ डिफेक्ट का खतरा अधिक रहता है। मूंग दाल (202 ग्राम में) RDI का 80% होता है। साथ ही मूंग दाल में आयरन, प्रोटीन, फाइबर भी होता है जो प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए बहुत जरूरी होता है। बेहतर होगा कि प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाएं स्प्राउट खाने से बचे और मूंग दाल बनाकर खाएं। कच्चे मूंग खाने से बैक्टीरिया शरीर में पहुंचने का खतरा बढ़ जाता है।
कब्ज से राहत दिलाए
कब्ज की समस्या होने पर छिलके सहित मूंग की दाल का सेवन करना चाहिए। इसके सेवन से पेट साफ होने में मदद मिलती है। मूंग दाल का सेवन करना उन लोगों के लिए लाभकारी अधिक होगा जिनका पेट आसानी से साफ नहीं हो पाता है। जो लोग खाने में फाइबर की मात्रा न के बराबर या कम लेते हैं उन्हें कॉन्स्टिपेशन की समस्या हो जाती है। कब्ज की समस्या में स्टूल पास करने में दिक्कत होती है। साथ ही कब्ज के कारण पाइल्स होने का खतरा भी बढ़ जाता है।
अगर मूंग के स्प्राउट को रोजाना ब्रेकफास्ट में या फिर सलाद के रूप में खाया जाए तो कब्ज की समस्या से राहत मिल सकती है। साथ ही खाने में फाइबर युक्त अन्य आहार, फल और सब्जियों को भी शामिल करना चाहिए। खाने के साथ ही लिक्विड की उचित मात्रा का सेवन भी पेट की समस्याओं से राहत दिलाने का काम करता है। मूंग दाल में सॉल्युबल फाइबर होते हैं जिसे पेक्टिन कहते हैं। इस कारण से बाउल मूवमेंट होता है और स्टूल भी आसानी से पास हो जाता है। आप इस बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से भी परामर्श कर सकते हैं।
मूंग दाल के फायदे : ब्लड शुगर लेवल होता है कम
हाई ब्लड शुगर के कारण कई प्रकार के शरीर को नुकसान पहुंच सकते हैं। स्प्राउटेड मूंग दाल का सेवन करने से हाई ब्लड शुगर लेवल को कम किया जा सकता है। ब्लड शुगर का हाई लेवल डायबिटीज का लक्षण है। यहीं कारण है कि जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या होती है, डॉक्टर उन्हें हेल्दी डायट लेने की सलाह देते हैं। मूंब बींस में हाई फाइबर और प्रोटीन होता है जो ब्लड में कम मात्रा में शुगर रिलीज करने में हेल्प करता है। एनिमल स्टडी में ये बात सामने आई है कि मूंग दाल में एंटीऑक्सिडेंट विटेक्सिन (antioxidants vitexin) और आइसोविटेक्सिन ब्लड शुगर लेवल को कम करने का काम करते हैं। ये प्रक्रिया प्रभावी ढंग से होती है।
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दस्त से राहत दिलाए
दस्त होने पर शरीर में पानी की काफी कमी हो सकती है। अगर दस्त की समस्या होने पर आपको ऐसी कोई समस्या होती है, तो एक कटोरी मूंग दाल का पानी पीना चाहिए। इससे शरीर में पानी की पूर्ति भी होगी और दस्त में भी आराम मिलेगा। पेट खराब होने पर डॉक्टर अक्सर दही के साथ मूंग की खिचड़ी खाने की सलाह देते हैं।
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आंखों की रोशनी बनाए रखें
मूंग दाल के नियमित सेवन से आप अपनी आंखों की देखभाल कर सकते हैं। मूंग दाल से आंखों को पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी मिलता है। विटामिन-सी रेटिना के लचीलेपन को बनाए रखने में मदद करता है। इसके लिए आप सुबह खाली पेट मूंग दाल खा सकते हैं।
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मूंग दाल के फायदे : मसूड़ों की समस्या दूर करे
दांतों और मसूड़ों की सेहत के लिए सोडियम सबसे जरूरी होता है। मूंग में कैल्शियम के अलावा सोडियम भी पाया जाता है। अगर मसूड़ों से खून निकलना, दर्द, कमजोरी या दुर्गंध जैसी परेशानियां हैं, तो मूंग का सेवन करना चाहिए।
जानलेवा बीमारी से भी बचा सकता है मूंग
मूंग स्प्राउट में पाए जाने वाले बेनिफिट के कारण ही इस दाल का सेवन करना चाहिए। मूंग दाल में फाइटोएस्ट्रोजन पाया जाता है। फाइटोएस्ट्रोजन (Phytoestrogens) प्लांट बेस्ड कम्पाउंड होता है जो शरीर में इस्ट्रोजन की कमी के कारण उत्पन्न हुई परेशानी को कम करने का काम करता है। साथ ही फाइटोएस्ट्रोजन कैंसर से फाइट करने में भी मदद करता है। कैंसर की बीमारी के खतरे को कम करने के लिए मूंग स्प्राउट का सेवन किया जा सकता है।