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स्प्राउटेड मूंग दाल के एक नहीं बल्कि हैं अनेक फायदे, जानिए

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr. Pooja Bhardwaj


Manjari Khare द्वारा लिखित · अपडेटेड 06/10/2020

    स्प्राउटेड मूंग दाल के एक नहीं बल्कि हैं अनेक फायदे, जानिए

    मूंग दाल को हरी दाल के नाम से भी जाना जाता है। यूं तो कई लोगों को ये दाल खास पसंद नहीं होती, लेकिन, इसके फायदे जानकर आप इसे खाना शुरू कर देंगे। इसमें फाइबर, विटामिन-बी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। साथ ही, इसमें कैलोरी काफी कम होती है। इसलिए, इसका यूज वजन घटाने वाले फूड में भी किया जाता है। बता दें कि इसके प्रत्येक कप में लगभग 31 कैलोरी होती हैं। अगर आपको दाल पसंद नहीं है तो आप इसे स्प्राउटेड करके भी खा सकते हैं।  ये सुपर हेल्दी मूंग दाल स्प्राउट्स बाजार में काफी सस्ते दाम में और आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं। आप चाहे तो घर पर भी इसे स्प्राउटेड कर सकते हैं। इस आर्टिकल के माध्यम से जानिए कि आखिर मूंग दाल के फायदे क्या हैं।

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    आइए जानते हैं स्प्राउटेड मूंग दाल के फायदों के बारे में:

    गर्मी से राहत

    मूंग दाल के फायदे विभिन्न प्रकार से शरीर को स्वस्थ्य रखने में मदद करते हैं। मूंग में विटेक्सिन और आइसोविटेक्सिन एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं, जो हीट स्ट्रोक रोकने में मदद करते हैं। इसके साथ ही, इसमें एंटी-इंफ्लामेटरी गुण पाए जाते हैं, जो हाई बॉडी टेम्प्रेचर और डिहाइड्रेशन से बचाने में मदद करते हैं । गर्मी और ली से राहत पाने के लिए आप मूंग दाल के सूप का सेवन कर सकते हैं। पशु अध्ययनों से पता चला है कि मूंग के सूप में ये एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो हीट स्ट्रोक के जोखिमों को कम करते हैं।

    मूंग दाल के फायदे :  बुरे कोलेस्ट्रॉल (LDL) को करे कम

    उच्च कोलेस्ट्रॉल, विशेष रूप से खराब एलडीएल कोलेस्ट्रॉल हार्ट डिसीज का खतरा  बढ़ा सकता है। दिलचस्प बात यह है कि स्टडी से पता चलता है कि मूंग में ऐसे गुण होते हैं, जो एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकते हैं। पशु अध्ययनों से पता चला है कि मूंग के एंटीऑक्सीडेंट ब्लड में LDL कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकते हैं। 

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    ब्लड प्रेशर कम करे

    मूंग पोटैशियम, मैग्नीशियम और फाइबर का एक अच्छा स्रोत है। स्टडीज के अनुसार, ये सभी पोषक तत्व ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए जाने जाते हैं। इसके अलावा, कुछ स्टडीज पता चला है कि फलियों का हाई इंटेक जैसे कि बीन्स ब्लड प्रेशर को कम कर सकते हैं। जिन लोगों को ब्लड प्रेशर लो रहता है उन्हें डॉक्टर से मूंग स्प्राउट खाने से पहले जानकारी जरूर लेनी चाहिए।

    पाचन में मदद

    मूंग दाल के स्प्राउट्स में लिविंग एंजाइम प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। ये एंजाइम हमारे मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद करते हैं और शरीर के भीतर केमिकल रिएक्शन में सुधार करते हैं। एंजाइम भोजन को प्रभावी ढंग से तोड़ने में मदद करते हैं और पाचन तंत्र द्वारा पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ाते हैं। स्प्राउट्स में बहुत फाइबर होते हैं, जो पाचन को नियंत्रित करते हैं।

    मूंग दाल के फायदे :  बढ़ती उम्र के निशान से लड़े

    मूंग दाल एंटी एजिंग की तरह काम करता है। मूंग दाल में कॉपर होता है, जो त्वचा की सेहत के लिए लाभकारी होता है। यह चेहरे से झुर्रियां, फाइन लाइन्स और बढ़ती उम्र में चेहरे पर वाले धब्बों को साफ करता है। मूंग दाल का नियमित सेवन करने से बढ़ती उम्र के निशान को कम किया जा सकता है। आप इसे नाश्ते के तौर पर अपनी डायट में शामिल कर सकते हैं।

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    हेल्दी प्रेग्नेंसी के लिए स्प्राउडेट मूंग

    प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाएं ऐसे फूड को प्रिफर करती हैं जो उनके लिए और साथ ही बच्चे के लिए हेल्दी हो। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के लिए फोलेट से भरपूर फूड का सेवन बहुत जरूरी होता है। गर्भावस्था के दौरान फोलिक एसिड की कमी को पूरा करने के लिए डॉक्टर सप्लीमेंट भी देते हैं। ऐसे में खाने में फोलेट से भरपूर फूड के लिए मूंग दाल का सेवन बेहतर उपाय साबित हो सकता है। जिन महिलाओं को उचित मात्रा में फोलेट प्राप्त नहीं होता है उनके बच्चे को बर्थ डिफेक्ट का खतरा अधिक रहता है। मूंग दाल (202 ग्राम में) RDI का 80% होता है। साथ ही मूंग दाल में आयरन, प्रोटीन, फाइबर भी होता है जो प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए बहुत जरूरी होता है। बेहतर होगा कि प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाएं स्प्राउट खाने से बचे और मूंग दाल बनाकर खाएं। कच्चे मूंग खाने से बैक्टीरिया शरीर में पहुंचने का खतरा बढ़ जाता है।

    कब्ज से राहत दिलाए

    कब्ज की समस्या होने पर छिलके सहित मूंग की दाल का सेवन करना चाहिए। इसके सेवन से पेट साफ होने में मदद मिलती है। मूंग दाल का सेवन करना उन लोगों के लिए लाभकारी अधिक होगा जिनका पेट आसानी से साफ नहीं हो पाता है। जो लोग खाने में फाइबर की मात्रा न के बराबर या कम लेते हैं उन्हें कॉन्स्टिपेशन की समस्या हो जाती है। कब्ज की समस्या में स्टूल पास करने में दिक्कत होती है। साथ ही कब्ज के कारण पाइल्स होने का खतरा भी बढ़ जाता है।

    अगर मूंग के स्प्राउट को रोजाना ब्रेकफास्ट में या फिर सलाद के रूप में खाया जाए तो कब्ज की समस्या से राहत मिल सकती है। साथ ही खाने में फाइबर युक्त अन्य आहार, फल और सब्जियों को भी शामिल करना चाहिए। खाने के साथ ही लिक्विड की उचित मात्रा का सेवन भी पेट की समस्याओं से राहत दिलाने का काम करता है। मूंग दाल में सॉल्युबल फाइबर होते हैं जिसे पेक्टिन कहते हैं। इस कारण से बाउल मूवमेंट होता है और स्टूल भी आसानी से पास हो जाता है। आप इस बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से भी परामर्श कर सकते हैं।

    मूंग दाल के फायदे : ब्लड शुगर लेवल होता है कम

    हाई ब्लड शुगर के कारण कई प्रकार के शरीर को नुकसान पहुंच सकते हैं। स्प्राउटेड मूंग दाल का सेवन करने से हाई ब्लड शुगर लेवल को कम किया जा सकता है। ब्लड शुगर का हाई लेवल डायबिटीज का लक्षण है। यहीं कारण है कि जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या होती है, डॉक्टर उन्हें हेल्दी डायट लेने की सलाह देते हैं। मूंब बींस में हाई फाइबर और प्रोटीन होता है जो ब्लड में कम मात्रा में शुगर रिलीज करने में हेल्प करता है। एनिमल स्टडी में ये बात सामने आई है कि मूंग दाल में एंटीऑक्सिडेंट विटेक्सिन (antioxidants vitexin) और आइसोविटेक्सिन ब्लड शुगर लेवल को कम करने का काम करते हैं। ये प्रक्रिया प्रभावी ढंग से होती है।

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    दस्‍त से राहत दिलाए

    दस्त होने पर शरीर में पानी की काफी कमी हो सकती है। अगर दस्त की समस्या होने पर आपको ऐसी कोई समस्या होती है, तो एक कटोरी मूंग दाल का पानी पीना चाहिए। इससे शरीर में पानी की पूर्ति भी होगी और दस्त में भी आराम मिलेगा। पेट खराब होने पर डॉक्टर अक्सर दही के साथ मूंग की खिचड़ी खाने की सलाह देते हैं।

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    आंखों की रोशनी बनाए रखें

    मूंग दाल के नियमित सेवन से आप अपनी आंखों की देखभाल कर सकते हैं। मूंग दाल से आंखों को पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी मिलता है। विटामिन-सी रेटिना के लचीलेपन को बनाए रखने में मदद करता है। इसके लिए आप सुबह खाली पेट मूंग दाल खा सकते हैं।

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    मूंग दाल के फायदे :  मसूड़ों की समस्या दूर करे

    दांतों और मसूड़ों की सेहत के लिए सोडियम सबसे जरूरी होता है। मूंग में कैल्शियम के अलावा सोडियम भी पाया जाता है। अगर मसूड़ों से खून निकलना, दर्द, कमजोरी या दुर्गंध जैसी परेशानियां हैं, तो मूंग का सेवन करना चाहिए।

    जानलेवा बीमारी से भी बचा सकता है मूंग

    मूंग स्प्राउट में पाए जाने वाले बेनिफिट के कारण ही इस दाल का सेवन करना चाहिए। मूंग दाल में फाइटोएस्ट्रोजन पाया जाता है। फाइटोएस्ट्रोजन (Phytoestrogens) प्लांट बेस्ड कम्पाउंड होता है जो शरीर में इस्ट्रोजन की कमी के कारण उत्पन्न हुई परेशानी को कम करने का काम करता है। साथ ही फाइटोएस्ट्रोजन कैंसर से फाइट करने में भी मदद करता है। कैंसर की बीमारी के खतरे को कम करने के लिए मूंग स्प्राउट का सेवन किया जा सकता है।

    वजन घटाए

    अगर आप वजन घटाना चाहते हैं, तो मूंग का सेवन करना आपके लिए लाभकारी हो सकता है। 100 ग्राम मूंग दाल में 330 कैलोरी मौजूद होती है, जो आपके वजन को घटाने में मददगार हो सकता है। वजन घटाने के लिए हेल्दी डायट के साथ ही लाइफस्टाइल में बदलाव भी बहुत जरूरी है। सही समय खाने के साथ ही एक्सरसाइज और योगा भी वजन को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अगर आपका वजन किन्हीं अन्य कारणों से बढ़ रहा है तो इस बारे में डॉक्टर को जरूर बताएं। अगर आपको मूंग से एलर्जी है तो बेहतर है कि मूंग का सेवन न करें।

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    मिले पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा

    एक मुठ्ठी मूंग दाल में विटामिन्स और मिनरल्स की भरपूर मात्रा होती है, जिसमें शामिल हैः

    • कैलोरी: 212
    • फैट: 0.8 ग्राम
    • प्रोटीन की मात्रा : 14.2 ग्राम
    • कार्ब्स: 38.7 ग्राम
    • फाइबर: 15.4 ग्राम
    • फोलेट (B9): RDI (Reference Daily Intake) का 80 फीसदी
    • मैंगनीज: RDI का 30 फीसदी
    • मैग्नीशियम: RDI का 24 फीसदी
    • विटामिन बी 1: RDI का 22 फीसदी
    • फास्फोरस: RDI का 20 फीसदी
    • आयरन की मात्रा : RDI का 16 फीसदी
    • कॉपर: RDI का 16 फीसदी
    • पोटैशियम: RDI का 15 फीसदी
    • जिंक: RDI का 11 फीसदी
    • विटामिन बी 2, विटामिन बी 3, विटामिन बी 5, विटामिन बी 6, अमीनो एसिड जैसे कि फेनिलएलनिन, ल्यूसीन, आइसोलेसीन, वेलिन, लाइसिन, आर्जिनिन और सेलेनियम की भी उचित मात्रा होती है।

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    कितनी मात्रा में खानी चाहिए मूंग दाल?

    ऑफिस फॉर डिजीज प्रिवेंशन एंड हेल्थ प्रमोशन के अनुसार, मूंग जैसी फलियों में स्वास्थ्यवर्धक गुण पाए जाते हैं। शोधों से पता चला है कि, पौधों पर आधारित आहार लोगों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और विभिन्न प्रकार की पुरानी बीमारियों के जोखिम को कम करने के लिए एक महत्वपूर्ण तरीका होते हैं। हालांकि, मूंग बीन्स में वो सारे पोषक तत्व नहीं होते हैं जिनकी आवश्यकता शरीर को होती है, लेकिन अन्य पौधे आधारित आहार की तुलना में मंग बीन्स अधिक पोषण प्रदान करने वाला होता है।

    मूंग बीन्स का सेवन कई रूपों में और कई अलग-अलग खाद्य पदार्थों के साथ किया जा सकता है। इस हिसाब से मूंग का सेवन कितना करना चाहिए यह उसके प्रकार और जरूरत पर निर्भर करता है। हालांकि, अगर इसे सुबह खाली पेट कच्चा खाया जाए या दोपहर में पके हुए खाने के तौर पर इसका सेवन करना सबसे ज्यादा लाभकारी हो सकता है। साथ ही, इसका इस्तेमाल नियमित करने की बजाय हफ्ते में दो या तीन दिन के लिए तय कर सकते हैं।

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    आसानी से खाने में शामिल कर सकते हैं मूंग स्प्राउट

    मूंग स्प्राउट को खाने में आसानी से शामिल किया जा सकता है। इसे आप सूप, सलाद के रूप में शामिल कर सकते हैं या फिर अगर आपको स्प्राउट नहीं पसंद हो तो आप मूंग की दाल बनाकर भी पी सकते हो। आपको दाल को करीब आधे घंटे के लिए भिगो के रख देना चाहिए और फिर करीब 20 से 30 मिनट तक पकाना चाहिए। अगर आप मूंग स्प्राउट को खाना चाहते हैं लेकिन पका कर खाना पसंद करते हैं तो आप मूंग स्प्राउट में थोड़ा पानी डालकर मध्यम आंच पर 15 से 20 मिनट के लिए पका सकते हैं। स्प्राउट मूंग के अधिक हेल्थ बेनिफिट्स को जानने के लिए आप डॉक्टर से भी जानकारी ले सकते हैं।

    तो अगर आप मूंग दाल के नाम से भी भागते हैं, तो इसका सेवन करना शुरू कर दें। क्योंकि यह हल्का खाने के तौर पर तो इस्तेमाल की ही जा सकती है, साथ ही आपको पूरा पोषण भी देगी।

    उपरोक्त जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। अगर आप इससे जुड़ी किसी तरह के अन्य सवालों का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा। आप स्वास्थ्य संबंधि अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं।

    डिस्क्लेमर

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