मेटाबोलिक सिंड्रोम (Metabolic syndrome) डिप्रेशन और एंग्जायटी (Depression and anxiety) टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज (Type 1 and type 2 diabetes) ऑस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis) और ऑस्टियोअर्थराइटिस (Osteoarthritis) हम सूरज और कुछ अन्य फूड्स से विटामिन डी प्राप्त कर सकते हैं। इसके साथ ही एग योलक्स, फैटी फिश, कुछ मशरूम्स आदि से भी आप इसे प्राप्त कर सकते हैं। आपको इसके सप्लीमेंट्स भी आसानी से बाजार में मिल जाएंगे।
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शुगर युक्त पेय पदार्थों का सेवन करने से बचें
बिना डायट और एक्सरसाइज से वेट लॉस (Weight loss without diet and exercise) में अगला पॉइंट है, शुगर युक्त पेय पदार्थों का कम सेवन करना। अधिक मात्रा में शुगरी और आर्टिफिशियल स्वीट ड्रिंक्स का सेवन करने से बॉडी फैट बढ़ सकता है। सॉफ्ट ड्रिंक्स के कई हेल्थफुल विकल्प हैं। जैसे प्लेन वॉटर, पानी में फ्रेश मिंट, अदरक, बेरीज और खीरे आदि युक्त पानी का सेवन करें। इनमें कम कैलोरीज होती हैं। इसके साथ ही हर्बल, ग्रीन और ब्लैक टी से भी वजन कम होने में मदद मिल सकती है। इसके कई अन्य लाभ भी हो सकते हैं। फ्रूट जूस में भी चीनी की मात्रा अधिक हो सकती है, इसलिए इन्हें भी नजरअंदाज करें।
बिना डायट और एक्सरसाइज से वेट लॉस (Weight loss without diet and exercise): स्माल पोर्शन में खाएं
लार्ज पोरशंस से हम अधिक खा सकते हैं, जिसे वजन के बढ़ने और मोटापे से जोड़ा जाता है। ऐसा भी माना जाता है कि डिनर एपेटाइजर के साइज के डबल होने से कैलोरी इंटेक 30% बढ़ सकता है। ऐसे में, कम मात्रा में खाने से आप कम कैलोरीज लेने में आपको मदद मिलती है।
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यह तो थी जानकारी बिना डायट और एक्सरसाइज से वेट लॉस (Weight loss without diet and exercise) के बारे में। बहुत से सिम्पल लाइफस्टाइल हैबिट्स से वजन कम होने में मदद मिलती है। इसका डायट करने और एक्सरसाइज से कुछ लेना देना नहीं है। आप इसके लिए धीरे-धीरे खाएं, छोटी प्लेट में खांए, तनाव से बचें। इसके साथ ही प्रोटीन और फाइबर युक्त आहार का सेवन करें। हालांकि, इन सब तकनीकों का आप एक साथ इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं। ऐसे में एक-एक करके इनका यूज करें। अपने लाइफस्टाइल में सिंपल बदलाव करने से आपके वजन पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ सकता है। अगर इस बारे में आपके मन में कोई भी सवाल है, तो डॉक्टर से इस बारे में अवश्य जानें।