परिभाषा
दिन के समय या ऑफिस में झपकी/आसल आने पर क्या आप भी कॉफी का सिप लेने लगते हैं, तो अब अलर्ट हो जाइए, क्योंकि आपको अलर्ट रखने वाली कॉफी की अधिक मात्रा सेहत के लिए बहुत हानिकारक होती है। कैफीन का ओवरडोज किस तरह से आपकी सेहत बिगाड़ सकता है जानिए इस आर्टिकल में।
कैफीन का ओवरडोज क्या है?
अगर आप भी दिन में कई कप कॉफी पी जाते हैं तो आपको अपनी ये आदत बदलनी होगी, क्योंकि कैफीन का ओवरडोज आपकी सेहत बिगाड़ सकता है। कॉफी के अलावा कई सॉफ्ट ड्रिंक्स, एनर्जी ड्रिंक्स और अन्य पेय पदार्थों में कैफीन होता है। कैफीन की एक निश्चित मात्रा लेने से किसी तरह का नुकसान नहीं होता, लेकिन उससे अधिक कैफीन का सेवन कैफीन का ओवरडोज कहलाता है और यह बहुत हानिकारक हो सकता है।
विशेषज्ञों के मुताबिक एक स्वस्थ व्यस्क एक दिन में 400 मिलिग्राम कैफीन का सेवन कर सकता है। किशोरों को प्रतिदिन 100 मिलिग्राम से अधिक कैफीन का सेवन नहीं करना चाहे। प्रेग्नेंट महिलाओं को कैफीन का सेवन 200 मिलिग्राम तक सीमित करना चाहिए, क्योंकि कैफीन का गर्भस्थ शिशु पर क्या असर होता है, इसके बारे में अभी तक सटीक जानकारी नहीं है। हालांकि कैफीन की सही और सुरक्षित मात्रा कितनी हो चाहिए यह किसी भी व्यक्ति की उम्र, वजन और उसके संपूर्ण स्वास्थ्य पर निर्भर करती है।
यूएस फूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक, एक चम्मच कैफीन पाउडर 28 कप कॉफी के बराबर है, तो आप खुद ही सोच लीजिए कि इतनी ज्यादा कॉफी पीने पर आपका क्या हाल होगा।
इन चीजों में होता है कैफीन
- ब्लैक कॉफी
- ब्लैक टी
- सोडा
- रेड बुल
- चॉकलेट बार
- एनर्जी बूस्ट करने वाले खाद्य पदार्थ
- कैंडी
- कुछ च्यूइंगम
- दवाएं और
गंभीर मामलों में कैफीन का ओवरडोज जानलेवा भी हो सकता है, लेकिन अधिकांश लोगों को शरीर में कैफीन की अधिक मात्रा होने पर कुछ असहज करने वाले लक्षण दिखते हैं।
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लक्षण
कैफीन का ओवरडोज के लक्षण
जब आपके शरीर में कैफीन की मात्रा अधिक हो जाती है यानी कैफीन का ओवरडोज हो जाए तो आपको कुछ खास लक्षण दिखने लगते हैं, इसमें शामिल हैः
- सिर में दर्द
- बुखार
- चिड़चिड़ापनincreased
- चक्कर आना
- डायरिया
- बार-बार प्यास लगना
- इनसोमेनिया (अनिद्रा)
इन सामान्य लक्षणों के अलावा गंभीर लक्षण भी दिख सकते हैं और ऐसे में आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाने की जरूरत होती है। गंभीर लक्षणों में शामिल हैः
- सीने में दर्द
- दिल की धड़कनों का अनियमित और तेज होना
- मांसपेशियों की मूवमेंट पर नियंत्रण नहीं होना
- उल्टी आना
- उलझन (कन्फ्यूजन)
- सांस लेने में परेशानी
शिशुओं में भी कैफीन का ओवरडोज हो सकता है यदि ब्रेस्ट मिल्क में अधिक मात्रा में कैफीन हो। उनमें सामान्य लक्षण दिख सकते हैं जैसे मितली और मांसपेशियों का तुरंत तनावग्रस्त होना और फिर रिलैक्स होना। बच्चों में किसी भी तरह के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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साइड इफेक्ट
कैफीन का ओवरडोज के साइड इफेक्ट
अधिक मात्रा में कैफीन के सेवन से कई स्वास्थ्य ससम्याएं और गंभीर हो जाती हैं जिसमें शामिल हैः
- एंग्जाइटी डिसऑर्डर
- बायोपोलर डिसऑर्डर
- ब्लीडिंग डिसऑर्डर
- हार्ट कंडिशन
- डायबिटीज
- डायरिया
- ग्लूकोमा
- हाई ब्लड प्रेशर
- ब्लैडर पर कंट्रोल खोना
- बाउल सिंड्रोम बढ़ना
- ऑस्टियोपोरोसिस
- पार्किसन डिसीज
कैफीन का ओवरडोज से जुड़ी जरूरी बातें
- कुछ लोगों को कैफीन के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं, ऐसे लोगों को कैफीन से पूरी तरह परहेज करना चाहिए, क्योंकि थोड़ी मात्रा भी इनके लिए नुकसादायक हो सकती है।
- कैफीन नींद को प्रभावित करता है। आप यदि दिन में खुद को एनर्जेटिक और आलस से दूर रखने के लिए बहुत अधिक कॉफी पीते हैं तो याद रखिए कि इससे आपको रात को ठीक से नींद नहीं आएगी। नींद का पैटर्न पूरी तरह से खराब हो जाता है और पर्याप्त नींद न आने पर अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
- कुछ खास तरह की दवाओं के साथ कैफीन का सेवन हानिकारक हो सकता है। इस बारे में डॉक्टर की राय अवश्य ले लें।
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महत्वपूर्ण बातें
कैफीन का ओवरडोज न हो इसके लिए ऐसे कम करें कैफीन का सेवन
किसी भी अन्य नशे की तरह अचानक से कैफीन का सेवन पूरी तरह से बंद करने पर कुछ साइड इफेक्ट नजर आ सकते हैं, जैसे सिरदर्द, थकान, चिड़चिड़ापन, काम पर ध्यान केंद्रित करने में परेशानी आदि। हालांकि कुछ दिनों में ही यह समस्या खत्म हो जाती है। अगर आप बहुत अधिक कैफीन का सेवन करते हैं तो कैफीन के ओवरडोज से बचन के लिए ये तरीके आजमा सकते हैः
खुद पर नजर रखें- आप दिनभर में कितनी कॉफी या कैफीन युक्त अन्य पेय पीते हैं इस पर नजर रखें। किसी भी ड्रिंक को पीने से पहले लेबल पढ़ना न भूलें। इससे आपको अंदाजा लगेगा कि आपने कितना कैफीन लिया है, लेकिन एक और बात का ध्यान रखें कि कुछ फूड और ड्रिंक्स जिसमें कैफीन की मात्रा होती है, लेकिन पैकेट पर लिखा नहीं होता है। इसलिए कोशिश करें कि तय मात्रा से कम कैफीन का सेवन करें।
धीरे-धीरे सीमित करें- आप यदि एक दिन में 4 कप कॉफी पीते हैं तो इसे एक कप तक सीमित कर दें, इसी तरह सोडा की मात्रा भी कम करें। देर रात कैफीन युक्त पेय पीने से परहेज करें। इससे आपके शरीर को कम कैफीन का आदत पड़ जाएगी और इसका सेवन बंद करने पर किसी तरह का साइड इफेक्ट नहीं होगा।
हर्बल ड्रिंक- कॉफी पीने का मन हो तो उसकी जगह आप हर्बल ड्रिंक पीने की आदत डालें। हर्बल टी में कैफीन नहीं होता है
पैकेट चेक करें- कुछ ओवर द काउंटर पेन किलर में भी कैफीन होता है, ऐसे में दवा लेने के पहले लेबल जरूर पढ़ें।
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निदान
कैफीन का ओवरडोज का निदान
यदि आपको कैफीन का ओवरडोज के लक्षण दिखते हैं तो डॉक्टर को बताएं कि आपने कैफीन युक्त किन चीजों का सेवन किया है। डॉक्टर आपकी हृदयगति, ब्लड प्रेशर, सांस लेने की दर को मॉनिटर करता है। आपकी बॉडी टेम्प्रेचर भी मापता है और आपको यूरिन व ब्लड टेस्ट के कहेगा ताकि शरीर में मौजूद कैफीन की सही मात्रा का आकलन कर सके।
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उपचार
कैफीन का ओवरडोज का उपचार
उपचार के लिए डॉक्टर आमतौर पर एक्टिविटेड चारकोल देता है तो ड्रग ओवरडोज के दौरान दिया जाता है, यह कैफीन को गैस्ट्रोइन्टेस्टाइनल ट्रैक्ट में जाने से रोकता है। यदि कैफीन गैस्ट्रोइन्टेस्टाइनल ट्रैक्ट में जा चुका है तो आपको लैक्सेटिव या गैस्ट्रिक लैवेज दिया जाता है। गैस्ट्रिक लैवेज में एक ट्यूब के जरिए आपके पेट से बाहर चीजों को बार किया जाता है। डॉक्टर वही तरीका इस्तेमाल करेगा जिससे आपके शरीर से कैफीन जल्दी बाहर निकल जाए। इस प्रक्रिया के दौरान EKG के जरिए आपके हार्ट की निगरानी की जाती है और जरूरी होने पर ब्रिदिंग सपोर्ट भी दिया जाता है।
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