डिजिटल मीडिया के जमाने में जो कुछ भी फेसबुक या इंस्टा पर आता है, लोग उसे फॉलो करने लगते हैं फिर चाहे वह फैशन, फूड या कोई हेल्थ रेमेडीज ही क्यों न हो। ऐसा ही आजकल मिलियन फॉलोअर्स के बीच फेमस हो रहा ‘सिलेरी जूस’ है। दरअसल, ‘मेडिकल मीडियम’ के नाम के इस इंस्टा पेज पर सिलेरी जूस (अजमोद का रस) के स्वास्थ्य लाभों के बारे में काफी जोर दिया जा रहा है। पेज का दावा है कि अजमोद के रस का सेवन, उच्च रक्तचाप, हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी कई बीमारियों से राहत दिलाने में मददगार साबित होता है।
लोगों के बीच अजमोद के रस (celery juice) का उपयोग काफी बढ़ रहा है। आयरन, एंटीऑक्सीडेंट्स, एमिनो एसिड, विटामिन्स, पोटैशियम, मिनरल्स जैसे कई तत्वों से भरपूर एक गिलास सेलेरी जूस का सेवन न सिर्फ मोटापा कम करता है बल्कि कई और बीमारियों से भी बचाता है। ऐसा दावा है ‘मेडिकल मीडियम’ के इंफ्लुएंसर एंथोनी विलियम का। लेकिन, डॉक्टर्स की मानें तो स्वास्थ्य से जुड़ी नॉन मेडिकल प्रोफेशनल्स की ऐसी कोई भी सलाह मानने से लोगों की सेहत को नुकसान भी पहुंच सकता है।
सिलेरी जूस का ट्रेंड कहां से बढ़ा?
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शायद आपने इंस्टाग्राम के पेज पर #celeryjuice देखा होगा। दरअसल, #CeleryJuiceChallenge की शुरूआत एंथोनी विलियम (जो एक डॉक्टर नहीं है) ने की। उनका दावा है कि “हर दिन एक सप्ताह तक खाली पेट सिलेरी जूस पीने से पाचन संबंधी समस्याएं, माइग्रेन, थकान, ऑटोइम्यून बीमारियां, सोरायसिस, एक्ने और सैकड़ों हेल्थ की समस्याओं से छुटकारा पाने में मदद मिलती है।” किम कार्दशियन, जेना दीवान, काइली जेनर जैसी कई हॉलीवुड सेलिब्रिटीज ने भी इस चैलेंज में भाग लिया लेकिन, डॉक्टर्स की मानें तो नॉन प्रोफेशनल लोगों की ऑनलाइन चिकित्सा सलाह पर पूरी तरह से भरोसा करना कभी-कभी बेहद खतरनाक भी हो सकता है।
क्या कहते हैं डॉक्टर्स?
डॉ. श्रुति श्रीधर (कंसल्टिंग होमियोपैथ एंड क्लिनिकल नूट्रिशनिस्ट) का कहना है “अजमोद में विटामिन सी, फोलेट, फाइबर के साथ-साथ पानी बढ़ी मात्रा में पाया जाता है। लेकिन अगर इसका उपयोग जूस के रूप में किया जाता है तो शरीर को फाइबर नहीं मिल पाते हैं, जो शरीर के लिए सबसे आवश्यक है। इसलिए डॉक्टर सलाह देती हैं कि अजमोद के जूस की बजाय, इसे ग्रीन स्मूदी में मिलाकर लें। इससे फाइबर के साथ ही अन्य पोषक तत्व भी मिल सकेंगे। वहीं, हाइपोथायरायडिज्म से ग्रस्त लोगों को इसका सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए।” सिलेरी जूस थायरॉयड की दवाओं के साथ रिएक्ट कर सकता है। इसलिए अपनी डायट में अजमोद का रस शामिल करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
हमदर्द इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च (HIMSR), दिल्ली के एमबीबीएस डॉ. मयंक खंडेलवाल कहते हैं कि “रोजाना एक गिलास सिलेरी जूस लेने से बॉडी डिटॉक्स होती है। वहीं, इसमें शुगर कम मात्रा में और फाइबर ज्यादा मात्रा में मौजूद होता है जिसकी वजह से वजन घटाना आसान हो जाता है। लेकिन, यूं ही कहीं ऑनलाइन देखे गए उपायों को बिना डॉक्टरी सलाह के नहीं आजमाना चाहिए क्योंकि सबकी मेडिकल कंडिशंस अलग-अलग होती हैं।”
सिलेरी जूस के फायदे क्या हैं? (Health Benefits Of Celery Juice)
ब्लड प्रेशर होता है कंट्रोल
रिसर्च में पाया गया कि सिलेरी के बीज में 3-एन-ब्यूटिलफ्थालाइड (butylphthalide) पाया जाता है, जो स्ट्रेस हार्मोन के स्राव को कम करता है। इससे ब्लड वेसल्स के आसपास मौजूद मांसपेशियों को आराम मिलता है और अंदर की दीवारों पर कम दबाव के साथ ब्लड फ्लो आसान हो जाता है। इससे ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है।
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सिलेरी जूस: कोलेस्ट्राॅल होता है कम
अजमोद जूस में मौजूद रासायनिक यौगिक ब्लड से खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। माना जाता है कि सिलेरी के केवल दो डंठल से निकाला गया रस, कोलेस्ट्रॉल के स्तर को सात पॉइंट्स तक कम कर सकता है।
वजन करता है कम
रोजाना सिलेरी के जूस का सेवन करने से वजन कम हो सकता है। इसमें कैलोरी की मात्रा कम होती है। यह भूख को शांत कर वजन को कम करने में मदद करता है।
सिलेरी जूस: कैंसर में मददगार
कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी में भी सिलेरी जूस फायदेमंद है। अजमोद में एपिजेनिन नाम का तत्व पाया जाता है, जो कैंसर से बचाव और उपचार में सहायक होता है। जिसकी वजह से इसका उपयोग कैंसर के मरीजों के लिए काफी लाभकारी साबित हो सकता है।
पाचन और कब्ज में सहायक
पाचन संबधी समस्याओं में अजमोद से फायदे पाने के लिए इसका जूस इस्तेमाल में लाया जा सकता है। इसमें पाया जाने वाला फाइबर कब्ज से निजात दिलाने में मददगार हो सकता है।
त्वचा के लिए लाभकारी
सिलेरी जूस में मौजूद एंटीऑक्सीडेंटस त्वचा को निखारने का काम करते हैं। एंटीऑक्सीडेंट से फ्री रेडिकल कम होते हैं, जिससे एजिंग को रोकने में मदद मिलती है।
सिलेरी जूस: इम्यून सिस्टम में सुधार
सिलेरी का रस प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी सक्षम है। इसमें एपिजेनिन नाम का तत्व मौजूद होता है। यह तत्व एप्टोसिस के प्रभाव जैसे:- न्यूरोडिजेनेरेटिव डिजीज (मानसिक बीमारियां), ऑटोइम्यूनिटी (प्रतिरोधक क्षमता का घटना) और कैंसर से बचाव करने में कारगर माना जाता है। इसी वजह से माना जाता है कि यह कैंसर जैसी घातक बीमारी से बचाव करने के साथ-साथ शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी यह मददगार साबित हो सकता है।
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सिलेरी जूस के नुकसान क्या हैं? (Celery Juice Side effects)
- अगर सिलेरी जूस का सेवन अधिक मात्रा में किया जाए, तो इससे फोटोटॉक्सिसिटी यानी त्वचा संबंधी एलर्जी या अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
- डायबिटीज के मरीज जो इंसुलिन का इंजेक्शन लेते हैं, सिलेरी जूस के उपयोग से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें क्योंकि अजमोद के बीज में ब्लड शुगर कम करने की क्षमता होती है। इसके इस्तेमाल से ब्लड में शुगर लेवल अत्यधिक कम हो सकता है।
- सिलेरी के एक मध्यम डंठल ((40 ग्राम) में लगभग 30 मिलीग्राम सोडियम होता है। इसका ज्यादा इस्तेमाल ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है।
हालांकि, सिलेरी में कई ऐसे आवश्यक पोषक तत्व होते हैं जो लोगों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं लेकिन, जिन लोगों को सिलेरी से एलर्जी है, उन्हें इसके सेवन से बचना चाहिए। वहीं, जिन लोगों को नमक कम खाने की सलाह दी गई हो, उन्हें सिलेरी जूस के सेवन से बचना चाहिए। सोशल मीडिया पर मौजूद किसी भी टिप्स को ऐसे ही फॉलो न करें। अगर आप कोई हर्ब या सिलेरी जूस को अपनी डायट में शामिल करना चाहते हैं, तो इस बारे में अपने डॉक्टर से सलाह लेना बेहतर होगा। डॉक्टर आपकी कंडिशन के अनुसार ही इसकी खुराक निर्धारित करेंगे।
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