क्या कहते हैं डॉक्टर्स?
डॉ. श्रुति श्रीधर (कंसल्टिंग होमियोपैथ एंड क्लिनिकल नूट्रिशनिस्ट) का कहना है “अजमोद में विटामिन सी, फोलेट, फाइबर के साथ-साथ पानी बढ़ी मात्रा में पाया जाता है। लेकिन अगर इसका उपयोग जूस के रूप में किया जाता है तो शरीर को फाइबर नहीं मिल पाते हैं, जो शरीर के लिए सबसे आवश्यक है। इसलिए डॉक्टर सलाह देती हैं कि अजमोद के जूस की बजाय, इसे ग्रीन स्मूदी में मिलाकर लें। इससे फाइबर के साथ ही अन्य पोषक तत्व भी मिल सकेंगे। वहीं, हाइपोथायरायडिज्म से ग्रस्त लोगों को इसका सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए।” सिलेरी जूस थायरॉयड की दवाओं के साथ रिएक्ट कर सकता है। इसलिए अपनी डायट में अजमोद का रस शामिल करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
हमदर्द इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च (HIMSR), दिल्ली के एमबीबीएस डॉ. मयंक खंडेलवाल कहते हैं कि “रोजाना एक गिलास सिलेरी जूस लेने से बॉडी डिटॉक्स होती है। वहीं, इसमें शुगर कम मात्रा में और फाइबर ज्यादा मात्रा में मौजूद होता है जिसकी वजह से वजन घटाना आसान हो जाता है। लेकिन, यूं ही कहीं ऑनलाइन देखे गए उपायों को बिना डॉक्टरी सलाह के नहीं आजमाना चाहिए क्योंकि सबकी मेडिकल कंडिशंस अलग-अलग होती हैं।”