हिमालया प्लेटेंजा (Himalaya Platenza)
हिमालया प्लेटेंजा की मदद से कम प्लेटलेट की मात्रा को बढ़ाने में मदद मिलती है। प्लेटेंजा प्लेटलेट काउंट को बढ़ाता है और डेंगू से जुड़े थ्रोम्बोसाइटोपेनिया को ठीक करने में मदद करता है। अगर आपको थ्रोम्बोसाइटोपेनिया की समस्या हो जाती है, तो डॉक्टर आपको इस दवा को खाने की सलाह दे सकते हैं। ये दवा बुखार को ठीक करने के साथ ही लिवर की भी रक्षा करती है। इसमें एक्टिव इंग्रीडिएंट के रूप में फाइलेन्थस मेडेरास्पेटेन्सिस (Phyllanthus maderaspatensis), टीनोस्पोरा कॉर्डिफोलिया (Tinospora cordifolia), पाइपर निग्रम (Piper nigrum) आदि मौजूद होता है। आपको बिना डॉक्टर की सलाह के इस दवा का सेवन नहीं करना चाहिए।
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एनप्लेट (Nplate)
एनप्लेट (रोमिप्लोस्टिम) मैन मेड प्रोटीन है, जिसका इस्तेमाल शरीर में प्लेटलेट की संख्या को बढ़ाने के लिए किया जाता है। एनप्लेट थ्रोम्बोपोइटिन (Thrombopoietin) का एक फ्यूजन प्रोटीन एनालॉग है, जो प्लेटलेट उत्पादन को नियंत्रित करता है।एनप्लेट टैबलेट इंडिया में आसानी से उपलब्ध है। आप इसे ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं। थ्रोम्बोसाइटोपेनिया मेडिसिंस (Thrombocytopenia medicines) का सेवन बिना डॉक्टर से परामर्श के नहीं करना चाहिए। एनप्लेट (Nplate) टैबलेट 250 mcg और 500 mcg में उपलब्ध हैं। बीमारी के अनुसार डॉक्टर आपको डोज लेने की सलाह देंगे।
डोप्टेलेट 20mg (Doptelet 20mg )
इस दवा का इस्तेमाल ब्लड डिसऑर्डर को ठीक करने के लिए किया जाता है। जिन लोगों में प्लेटलेट की संख्या कम हो जाती है, उनको इस दवा की जरूरत पड़ती है। अगर समय पर ट्रीटमेंट न काराया जाए, तो ब्लीडिंग की समस्या हो सकती है। मेडिकल कंडीशन के अनुसार ही डॉक्टर दवा का डोज तय करते हैं। बिना सलाह के आपको रक्त विकार की दवाओं का सेवन नहीं करना चाहिए।
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भारत में रोमीप्लोस्टिम (Romiplostim in India)
दवा निर्माता इंटास फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड (Intas Pharmaceuticals Ltd ) ने रोमी ब्रांड के नाम से भारत में रोमीप्लोस्टिम लांच की। इसके तहत जिन लोगों को क्रॉनिक इम्यून थ्रोम्बोसाइटोपेनिया (Chronic immune thrombocytopenia) की समस्या होती है, उन्हें थेरिपी दी जाती है। हर महीने अगर थेरिपी ली जाए, तो करीब 60 हजार का खर्चा आता है लेकिन इसे 12,000 में लिया जा सकता है। अगर आपको क्रॉनिक इम्यून थ्रोम्बोसाइटोपेनिया की समस्या है, तो इस थेरिपी को लेने की सलाह डॉक्टर दे सकते हैं। इसके संबंध में आपको डॉक्टर से जानकारी लेनी चाहिए।
दवाओं के साथ ही आपको अन्य बातों का ध्यान रखने की भी जरूरत है। आपको खाने में ऐसे आहार का चयन करना चाहिए, जो प्लेटलेट को बढ़ाएं। आपको खाने में अनार, वीटग्रास (Vetgrass), पपीता, आवंला आदि को शामिल करना चाहिए। आप खाने में साबुत अनाज शामिल करने के साथ ही मीट, चिकन और फिश भी शामिल कर सकते हैं। अदिक जानकारी के लिए आपको डायट एक्सपर्ट या फिर डॉक्टर से भी इस संबंध में जानकारी लेनी चाहिए। साथ ही जो दवाएं आपको लेनी की सलाह दी गई है, उनका समय पर सेवन करें।
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यहां हमने आपको थ्रोम्बोसाइटोपेनिया मेडिसिंस (Thrombocytopenia medicines) के कुछ नामों के बारे में जानकारी दी है। ये किसी तरह का प्रचार नहीं है। अगर आपको रक्त विकार या फिर ब्लड डिसऑर्डर से संबंधित अन्य समस्याएं होती है, तो बेहतर होगा कि उन दवाओं का सेवन करें, जो डॉक्टर आपको कहें। अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर करें। हैलो हेल्थ किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार उपलब्ध नहीं कराता। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्सर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।