के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. हेमाक्षी जत्तानी · डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist
एसिटालोप्राम ऑक्सलेट का इस्तेमाल डिप्रेशन और एंजाइटी के इलाज में होता है। यह दिमाग में कुछ विशेष प्राकृतिक पदार्थ (सेरोटोनिन) (Serotonin) को संतुलित करके कार्य करती है। यह दवा सेलेक्टिव सेरोटोनिन रीअपटेक इनहिबिटर्स [Selective Serotonin Reuptake Inhibitor] (SSRI) ड्रग फैमिली से संबंध रखती है। यह घबराहट को कम करके ऊर्जी के स्तर में बढ़ोतरी करके आपको ऊर्जावान महसूस कराती है।
मौखिक रूप से भोजन या खाली पेट डॉक्टर की सलाह के अनुसार एसिटालोप्राम ऑक्सलेट का सेवन किया जा सकता है। आमतौर पर सुबह या शाम को एक बार इसका सेवन किया जाता है। इसका डोज आपकी मेडिकल कंडिशन, उम्र, इलाज के प्रति शरीर की प्रतिक्रिया और अन्य कारकों पर निर्भर करता है। इस स्थिति में यह बेहद ही जरूरी है कि आप उन सभी दवाइयों की जानकारी अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट को दें, जिनका सेवन आप कर रहे हैं। इस सूची में डॉक्टर के बिना प्रिस्क्रिप्शन पर मार्केट में खरीद के लिए उपलब्ध हर्बल और सप्लिमेंट्स भी शामिल हैं।
यदि आप लिक्विड फॉर्म में इस दवा का इस्तेमाल कर रहे हैं तो एक विशेष चम्मच से डोज का मापन करें। इसके डोज को मापने के लिए घरेलू चम्मच का इस्तेमाल न करें, क्योंकि इससे आपको सही डोज नहीं मिलेगा।
इस दवा का संभावित साइड इफेक्ट्स को कम करने के लिए आपका डॉक्टर शुरुआत में कम डोज लेने की सलाह दे सकता है। इसके बाद धीरे-धीरे इसमें इजाफा हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर के निर्देशों का सावधानी पूर्वक पालन करें। बिना डॉक्टर की मंजूरी के डोज में इजाफा या दवा को शुरू या बंद न करें। साथ ही निर्देशित अवधि से अधिक समय तक इसका सेवन न करें। हालांकि, आपकी हालत में जल्दी सुधार नहीं होगा, बल्कि ऐसा करने से साइड इफेक्ट्स का खतरा बढ़ सकता है। अधिकतम फायदा उठाने के लिए नियमित रूप से इस दवा का सेवन करें। अगले दिन दवा के उपयोग को याद रखने के लिए रोजाना एक ही समय पर सेवन करें।
यदि आपको फायदा मिल भी जाता है तो निर्देशित अवधि से पहले इस दवा का सेवन बंद न करें। अचानक एसिटालोप्राम ऑक्सलेट का सेवन रोकने से आपकी कुछ स्थितियां और बदतर हो सकती हैं। मूड स्विंग, सिरदर्द, थकावट, नींद में बदलाव और बिजली के झटके जैसी हल्की फीलिंग का भी आपको अहसास हो सकता है। इन लक्षणों से बचने के लिए इस दवा का सेवन बंद करने के लिए डॉक्टर धीरे-धीरे डोज को कम कर सकता है। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से सलाह लें। किसी भी प्रकार के नए लक्षण नजर आने पर डॉक्टर को सूचित करें।
एसिटालोप्राम ऑक्सलेट को स्टोर करने का सबसे बेहतर तरीका है इसे कमरे के तापमान पर रखना। इसे सूर्य की सीधी किरणों और नमी से दूर रखें। दवा को खराब होने से बचाने के लिए आपको एसिटालोप्राम ऑक्सलेट को बाथरूम या फ्रीजर में नहीं रखना है। एसिटालोप्राम ऑक्सलेट के अलग-अलग ब्रांड्स को अलग तरीकों से स्टोर किया जाता है। इसे रखने से पहले सबसे बेहतर होगा कि आप दवा के पैकेज पर छपे निर्देशों को पढ़ लें या फार्मासिस्ट से पूछें। सुरक्षा की दृष्टि से सभी दवाइयों को अपने बच्चों और पेट्स से दूर रखें। जब तक कहा न जाए, तब तक सुरक्षा की दृष्टि से आपको एसिटालोप्राम ऑक्सलेट को टॉयलेट या नाली में नहीं बहाना है। आवश्यकता न रहने या एक्सपायरी की स्थिति में दवा का समुचित तरीके से निस्तारण जरूरी है। सुरक्षित तरीके से इसका निस्तारण करने के लिए अपने फार्मासिस्ट से सलाह लें।
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निम्नलिखित स्थितियों में एसिटालोप्राम ऑक्सलेट का इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें:
प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफीडिंग के दौरान एसिटालोप्राम ऑक्सलेट का सेवन करना असुरक्षित है। सिर्फ आवश्यकता पड़ने पर डॉक्टर की सलाह के मुताबिक इसका उपयोग करना चाहिए। प्रेग्नेंसी में इसका सेवन अजन्मे शिशु के लिए नुकसानदेह हो सकता है। जिन महिलाओं ने आखिरी तीन महीनों में इस दवा का सेवन किया है, उनके बच्चों में दुलर्भ मामलों में सामने आने वाले लक्षण जैसे सांस लेने में दिक्कत, दौरा पड़ना, मांसपेशियों में जकड़न या लगातार रोना हो सकते हैं। यदि आपको अपने नवजात शिशु में इनमें से कोई भी लक्षण या अन्य नए लक्षण नजर आते हैं तो तुरंत अपने डॉक्टर को सूचित करें।
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एसिटालोप्राम ऑक्सलेट का सेवन करने से आपको निम्नलिखित साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं:
हालांकि, हर व्यक्ति को यह साइड इफेक्ट्स नहीं होते हैं। उपरोक्त दुष्प्रभाव के अलावा भी एसिटालोप्राम ऑक्सलेट के कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, जिन्हें ऊपर सूचीबद्ध नहीं किया गया है। यदि आप इसके साइड इफेक्ट्स को लेकर चिंतित हैं तो अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से सलाह लें।
एसिटालोप्राम ऑक्सलेट के साथ निम्नलिखित दवाइयां रिएक्शन कर सकती हैं:
उपरोक्त दवाइयों के अलावा भी कुछ ऐसी दवाइयां हो सकती हैं, जो इस दवा के साथ रिएक्शन कर सकती हैं। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से सलाह लें।
एल्कोहॉल के साथ एसिटालोप्राम ऑक्सलेट का सेवन करना सुरक्षित नहीं है। एल्कोहॉल या भांग का सेवन करने से आपको और चक्कर आ सकते हैं। यदि आप दोनों का सेवन एक साथ करते हैं तो आपको और ज्यादा चक्कर या सुस्ती आ सकती है। ऐसे में ड्राइव, मशीन या कोई ऐसा कार्य न करें, जिसमें मेंटल फोकस की जरूर पड़ती हो। एसिटालोप्राम ऑक्सलेट का सेवन करने के दौरान एल्कोहॉल बीवरेज का सेवन ना करें। यदि आप भांग का सेवन कर रहे हैं तो अपने डॉक्टर को अवश्य सूचित करें।
आमतौर पर डॉक्टर की सलाह पर इस दवा का सेवन सुरक्षित माना जाता है। यह दवा आपकी मौजूदा हेल्थ को प्रभावित कर सकती है या दवा का कार्य करने का तरीका परिवर्तित हो सकता है। एसिटालोप्राम ऑक्सलेट के लिक्विड फॉर्म में शुगर और एस्पार्टेम (aspartame) होती है। यदि आपको डायबिटीज, फेनायल्केटोनुरिया (phenylketonuria) (PKU), या अन्य समस्या है, जिससे आपकी डायट में इस दवा को सीमित करने की जरूरत पड़ सकती है। सुरक्षित तरीके से इस दवा का इस्तेमाल करने के लिए आपको अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से सलाह लेनी है। बिना सलाह के इस दवा का सेवन आपकी हेल्थ के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसके अलावा, सर्जरी कराने से पहले उन सभी दवाइयों की सूचना अपने डेंटिस्ट या फार्मासिस्ट को दें, जिनका सेवन आप मौजूदा समय में कर रहे हैं। इन दवाइयों में डॉक्टर के बिना प्रिस्क्रिप्शन के मार्केट में खरीद के लिए उपलब्ध दवाइयां और हर्बल प्रोडक्ट्स शामिल हैं।
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शुरुआती डोज: 10 mg मौखिक रूप से दिन में एक बार। इलाज के एक हफ्ते बाद आवश्यकता पड़ने पर डोज को बढ़ाकर 20 mg प्रतिदिन लें।
मेंटेनेंस डोज: 10 से 20 mg मौखिक रूप से दिन में एक बार।
मैक्सिमम डोज: 20 mg मौखिक रूप से दिन में एक बार।
शुरुआती डोज: 10 mg मौखिक रूप से दिन में एक बार। इलाज के एक हफ्ते बाद आवश्यकता पड़ने पर डोज को बढ़ाकर 20 mg प्रतिदिन लें।
मेंटेनेंस डोज: 10 से 20 mg मौखिक रूप से दिन में एक बार।
मैक्सिमम डोज: 20 mg मौखिक रूप से दिन में एक बार।
रेकोमेंडेड डोज: 10 mg मौखिक रूप से दिन में एक बार।
इस्तेमाल: डिप्रेशन की पुरानी समस्याओं में मेंटेनेंस इलाज के रूप में।
शुरुआती डोज: 10 mg मौखिक रूप से दिन में एक बार। इलाज के तीन हफ्ते बाद आवश्यकता पड़ने पर डोज को बढ़ाकर 20 mg प्रतिदिन लें।
मेंटेनेंस डोज: 10 से 20 mg मौखिक रूप से दिन में एक बार।
मैक्सिमम डोज: 20 mg मौखिक रूप से दिन में एक बार।
हर मरीज के मामले में एसिटालोप्राम ऑक्सलेट का डोज अलग हो सकता है। जो डोज आप ले रहे हैं वो आपकी उम्र, हेल्थ और दूसरे अन्य कारकों पर निर्भर करता है। औषधियां हमेशा ही सुरक्षित नही होती हैं। डिओसमिन के उपयुक्त डोज के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें।
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आपात या ओवरडोज की स्थिति में तुरंत अपने नजदीकी डॉक्टर या आपातकालीन सेवा से संपर्क करें।
एसिटालोप्राम ऑक्सलेट का डोज मिस हो जाता है तो जल्द से जल्द इसे लें। हालांकि, यदि आपका अगली खुराक का समय नजदीक आ गया है तो भूले हुए डोज को न खाएं। पहले से तय नियमित डोज को लें। एक बार में दो खुराक न खाएं।
डिस्क्लेमर
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